Chhath Puja 2020 : गुमला (जगरनाथ) : नहाय खाय के साथ बुधवार से शुद्धता, पवित्रता और आस्था का महापर्व छठ पूजनोत्सव शुरू हो गया है. छठ व्रतियों ने नहाने और पूजा करने के उपरांत कद्दू- भात का भोग लगाया. इसके बाद अब 19 नवंबर (गुरुवार) को खरना (खीर भोजन) होगा. इसके बाद 20 नवंबर (शुक्रवार) को अस्ताचलगामी सूर्य को संध्या अर्ध एवं 21 नवंबर (शुक्रवार) को उदयीमान सूर्य को प्रात: अर्ध देने के बाद छठ पूजनोत्सव का समापन होगा. इधर, छठ पूजनोत्सव को लेकर छठ पूजन सामग्रियों की खरीदारी के लिए बाजार में चहल-पहल बढ़ी हुई है. हालांकि, इस वर्ष छठ पूजनोत्सव से संबंधित कई सामग्रियों विशेषकर फलों की कीमत बढ़ी हुई है. इस कारण छठव्रती सीमित मात्रा में ही फलों की खरीदारी कर पा रहे हैं. इधर, समाजसेवी रमेश कुमार चीनी ने झारखंड सरकार का आभार प्रकट किया है. श्री कुमार ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार की ओर से तालाब- नदी आदि स्थानों के घाटों में अर्घ देने की घोषणा स्वागत योग्य है. सरकार ने लोगों का मान- सम्मान रखा है.
फल व्यवसायी जग्गू कुमार साव व मुकेश कुमार ने बताया कि महंगाई तो पहले से ही बढ़ी हुई है. वहीं, गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष फलों के कीमत में आंशिक रूप से बढ़ोतरी हुई है. जिसका प्रभाव पड़ रहा है. संभावना है कि गुरुवार को बाजार अच्छी रहेगी. वहीं, छठ घाटों में पूजनोत्सव को लेकर विधि-व्यवस्था संभालने वाली छठ पूजा समितियां की तैयारियां भी तेज हो गयी है. विभिन्न छठ पूजा समितियों द्वारा छठ घाटों की सफाई के बाद घाट के पानी को साफ करने के लिए बुधवार से चूना डालने का काम शुरू कर दिया गया है.
न्यू विशाल क्लब छठ पूजा समिति, सिसई रोड, गुमला ने सिसई रोड स्थित छठ तालाब (भट्टी तालाब) के पानी को साफ करने के लिए बुधवार को 300 किलोग्राम चूना तालाब में डालने एवं दीवारों के रंगरोगन का काम शुरू कर दिया है. समिति के अध्यक्ष विनोद विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष विनोद जाजोदिया, सचिव सौरभ सिंह, राजदीप कुमार, लक्की जायसवाल, जे पासवान, पंकज कुमार, राहुल कुमार, राहुल कुमार गुप्ता, नितेश कुमार, सिमरजीत सिंह, मिथिलेश कुमार, राज कुमार सहित अन्य सदस्य तालाब की साफ- सफाई करने में लगे हुए हैं. अध्यक्ष एवं सचिव ने बताया कि 20 नवंबर को दोपहर तक तालाब को छठ पूजनोत्सव के लिए तैयार कर लिया जायेगा. तालाब को आकर्षक बनाने एवं छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयारियां की जा रही है. 20 नवंबर को संध्या एवं 21 नवंबर को प्रात: में छठव्रतियों व श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में रोशनी की व्यवस्था की जा रही है.
Also Read: Chhath Puja 2020, Jharkhand LIVE : नहाय खाय के साथ 4 दिवसीय महापर्व छठ की हुई शुरुआत, कोरोना संक्रमण से बचाव की हो रही अपीलनगर परिषद, गुमला के उपाध्यक्ष मोहम्मद कलीम अख्तर उर्फ कल्लन ने बुधवार को गुमला शहरी क्षेत्र के सिसई रोड स्थित छठ घाट (भट्टी तालाब), मुरली बगीचा तालाब, वन तालाब, करमटोली तालाब आदि का निरीक्षण किया. निरीक्षण क्रम में उपाध्यक्ष ने पाया कि स्थानीय छठ पूजा समिति के सदस्यों द्वारा घाट की सफाई का काम किया जा रहा है. वहीं, नगर परिषद के सफाईकर्मी भी लगे हुए हैं. उपाध्यक्ष ने पूजा समिति के सदस्यों से बात करते हुए छठ पूजनोत्सव को लेकर नगर परिषद की ओर से हरसंभव सहयोग करने की बात कही. उन्होंने कहा कि छठ महापर्व लोक आस्था का महापर्व है. इस पर्व को आस्था के साथ शुद्धता और पवित्रता के साथ किया जाता है. छठ घाटों एवं उसके आसपास नगर परिषद द्वारा पूरी तरह से सफाई कराया जा रहा है. छठ घाटों के पानी को साफ करने के लिए नगर परिषद की ओर से घाटों में चुना भी डाला जा रहा है. वहीं, सिटी मैनेजर अन्नत खलखो लगातार शहर की साफ- सफाई में लगे हुए हैं.
गुमला के कई दुकानों में लागत मूल्य पर छठ पूजन की सामग्री बेची जा रही है. केशरी भंडार मेन रोड के मालिक हिमांशु केशरी ने बताया कि छठ पर्व को लेकर गोटा नारियल 22 रुपये प्रति पीस, गेहूं लाल 28 रुपये प्रति किलो, अरवा चावल नया 28 रुपये प्रति किलो, चना दाल 70 रुपये प्रति किलो, सिंदूर भखरा 5 रुपये प्रति पैकेट, काजू 750 रुपये प्रति किलो, आरता 5 रुपये प्रति पैकेट, सूप 105 रुपये प्रति पीस, दौरा 240 रुपये प्रति पीस, कोसी 5 रुपये प्रति पीस, दीया 100 रुपये प्रति सैकड़ा सहित सभी ब्रांडेड कंपनियों के घी और अन्य सभी पूजन सामग्री शुद्धता के साथ उचित मूल्य में उपलब्ध है.
Posted By : Samir Ranjan.