Chhath Puja 2020, Jharkhand LIVE : खरना के साथ ही छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू
Chhath Puja 2020, Jharkhand LIVE : रांची : नेम-निष्ठा और लोक आस्था का 4 दिवसीय महापर्व छठ बुधवार से नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है. दूसरे दिन गुरुवार शाम को छठव्रतियों ने खरना का प्रसाद ग्रहण किया. इसके साथ ही छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास भी शुरू हो गया है. वहीं, दूसरी ओर 4 दिनों तक चलनेवाले इस महापर्व को लेकर छठ घाट की साफ-सफाई कर दी गयी है. छठ गीतों से माहौल भक्तिमय है. राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने घाट पर जाकर छठ पूजा करने के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है. झारखंड में महापर्व छठ की गतिविधियों की जानकारी के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ.
गुमला डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने सिसई रोड स्थित छठ तालाब में सेल्फी प्वाइंट स्थापित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. साथ ही सजावट में कहीं कोई कमी है, तो उसे शुक्रवार सुबह 11:00 बजे तक पूरा कर लेने के लिए कहा गया है. डीसी गुरुवार की रात 8 बजे सिसई रोड छठ तालाब में स्थापित फव्वारा का उद्घाटन कर रहे थे. फव्वारा का उद्घाटन के बाद डीसी ने नगर परिषद के अधिकारी एवं संवेदक को तालाब को सुंदर बनाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. डीसी ने कहा कि छठव्रतियों के तालाब में पहुंचने पर उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो. इसका पूरा ख्याल रखा जाये. जहां-जहां जलजमाव है वहां मिट्टी और मोरम डालने के लिए कहा गया. डीसी ने कहा कि सिसई रोड छठ तालाब को सुंदर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा. पहली कड़ी में तालाब में फव्वारा स्थापित किया गया है और छठ पर्व को देखते हुए सेल्फी प्वाइंट बनाने का निर्देश दिया गया है. मौके पर डीडीसी संजय बिहारी अंबष्ठ, अपर समाहर्ता सुधीर प्रसाद, एसडीओ रवि आनंद, नगर परिषद के कार्यपालक अभियंता हातिमताई राय, विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अमरेंद्र कुमार, एलआरडीसी सुषमा नीलम सोरेंग सहित न्यू विशाल क्लब के सभी सदस्य मौजूद थे.
छठव्रतियों की स्वागत में सज गये उपराजधानी दुमका के छठ घाटलोक आस्था एवं सूर्योपासना के महान पर्व छठ को लेकर उपराजधानी दुमका में उत्साह पूरे चरम पर अरौर माहौल भक्तिमय है. चहुंओर छठ गीतों की गूंज है. गुरुवार को लोहंडा यानी खरना के अवसर पर छठ व्रतियों ने गुड़ से बनी खीर एवं घी चुपड़ी रोटी का प्रसाद तैयार किया. छठी मइया की पूजा की तथा प्रसाद ग्रहण किया. वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी छठ घाटों की सफाई कर उसे शानदार ढंग से सजाया-संवारा गया है. शहरी क्षेत्र में छठ महापर्व को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. शहर के खुटाबांध, पोखरा चौक बड़ा बांध, रसिकपुर बड़ा बांध, पुसारो नदी एवं विशेश्वर पोखर छठ पूजा को लेकर सजा दिया गया है. घाटों की सफाई से लेकर सजावट तक का सारा काम समाप्त हो चुका है. पोखर के चारों ओर ज्यादा गहराई वाले क्षेत्र को बांस अथवा रस्सी से घेराबंदी कर दी गयी है, ताकि कोई भी छठ व्रती गहरे पानी में न जाएं.
गुमला जिला अंतर्गत कामडारा, पोकला, कुरकुरा समेत आसपास के इलाकों में लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. कामडारा में सभी समुदाय के लोग आपसी प्रेम और सौहार्द के साथ छठ घाट और तालाब वाले रास्ते की साफ- सफाई की गयी. प्रखंड मुख्यालय के चौक- चौराहों में छठी मईया के गीत से वातावरण भक्तिमय हो गया. कोरोना और महंगाई के बीच पूरी आस्था के साथ महापर्व छठ का आयोजन हो रहा है. गुरुवार शाम में छठव्रती भगवान सूर्यदेव की आराधना कर खरना का धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किये. इस दौरान लोगों को खरना प्रसाद ग्रहण किया. हालांकि, कोरोना संकमण से बचाव को लेकर लोग जागरूक भी दिखें. जिप सदस्य सुनिता तोपनो ने प्रखंड वासियो को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी है.
कोडरमा एसडीओ मनीष कुमार ने गुरुवार को विभिन्न छठ घाटों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिये. शहरी क्षेत्र कोडरमा, डोमचांच एवं झुमरीतिलैया के नगर प्रशासक और प्रखंडों के बीडीओ-सीओ को छठ घाटों की साफ- सफाई, सुरक्षा समेत अन्य जरूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया. एसडीओ ने पदाधिकारियों को कहा कि साफ- सफाई इस तरह हो, ताकि किसी भी घाट में फिसलन न रहे. साथ ही गहरे छठ घाटों में बेरिकेटिंग करने समेत अन्य निर्देश दिये. एसडीओ ने लोगों से कोरोना काल को देखते हुए छठ घाटों में 2 गज की सामाजिक दूरी, मास्क का इस्तेमाल करने तथा राज्य सरकार के अन्य निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की अपील की. मौके पर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी जितेंद्र कुमार जैसल, अविनाश कुमार, सिटी मैनेजर राजकुमार वर्मा आदि मौजूद थे.
हजारीबाग डीसी ने किया छठ घाट का निरीक्षणमहापर्व छठ को लेकर हेमंत सरकार के नयी गाइडलाइन के बाद अब अधिकारी भी छठ घाट की ओर रुख करने लगे हैं. हजारीबाग डीसी आदित्य कुमार आनंद ने गुरुवार को हजारीबाग झील छठ घाट का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव करते हुए महापर्व छठ मनाने की अपील की है.
चंदन लोकप्रिय गायिका रेखा तिवारी की पुत्री है. चंदन ने बताया कि छठ महापर्व के मौके पर पुरबिया तान के तहत लोकराग गीतमाला-03 के तहत आठ छठ गीतों को ऑनलाइन लांच किया है. इसमें छठ पर्व की महत्ता बताते हुए ‘छठ के गीत : शास्त्र भी वही, मंत्र भी वही’ का आलेख भी चंदन तिवारी ने लिखा है. इसके पहले जन्माष्टमी के मौके पर लोकराग गीतमाला-01 के तहत ‘सोहर’ व दशहरा के मौके पर लोकराग गीतमाला-02 के तहत ‘देवी पचरा’ का लिरिक्स लांच किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि लिरिक्स उपलब्ध होने पर कोई भी गीत को गा सकता है. खासकर नयी पीढ़ी इससे अपनी सभ्यता व संस्कृति से अवगत होगी.
चंदन तिवारी के छठ गीत मचा रहे धूमबोकारो में रूनझुन-रूनझुन छठी मइया आवेली रूनझुन आवे मइया के कहार…कुंवर सिंह कॉलोनी चास निवासी चंदन तिवारी का नया छठ गीत छठ व्रतियों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है. गीत को शाहाबादी म्यूजिक पर रिलीज किया गया है. गीत में चंदन तिवारी का साथ अमरेश शाहाबादी ने दिया है. संगीत भी अमरेश शाहाबादी ने दिया है, जबकि गीत विजया एस कुमार ने लिखा है. वीडियो डायरेक्टर सत्या एस पांडेय हैं.
खरना को लेकर शहर का बाजार कच्चे चूल्हे से पटा हुआ नजर आया. दुंदीबाद बाजार में मिट्टी के चूल्हों की खरीदारी को लेकर लोग उमड़ पड़े. मिट्टी के चूल्हे 50-80 रुपये में बिके. छठ का प्रसाद कच्चे मिट्टी के चूल्हे पर ही बनता है. विक्रेताओं ने बताया कि आज के आधुनिक दौर में भी इन चूल्हों की मांग है. श्रद्धालु इन्हें बहुत ही आस्था के साथ खरीदते हैं. इसलिए महीनों पहले ही इनको बनाने का कार्य शुरू हो जाता है, ताकि छठ पर इनकी मांग पूरी हो.
छठ पूजा में बरतें सावधानीछठ पूजा के दौरान सभी श्रद्धालुओं को एक-दूसरे के बीच दो गज (छः फीट) की दूरी रखनी होगी. छठ घाटों पर मास्क पहनना अनिवार्य है. पानी के अन्दर किसी भी परिस्थिति में थूकना सख्त मना है. पूजा स्थल व घाट पर किसी तरह का न स्टॉल लगाया जायेगा व न ही पटाखा फोड़ने की इजाजत है. छठ घाटों पर म्यूजिकल व सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी अनुमति नहीं है.
सिंह मेंशन में बने घाट में छठसिंह मेंशन में स्थित तालाब पर घाट को तैयार कर लिया गया है. लाइट लगायी गयी है. इस घाट पर परिवार के साथ ही आसपास के रहने वाले लोग भी छठ करने आते हैं. गाइडलाइन का पालन हो, इसे देखते हुए घाट तैयार किया गया है.
17 सालों से कर रहीं छठरागिनी सिंह ने बताया कि वह 17 वर्षों से छठ कर रही हैं. हर साल उत्साह के साथ छठ मैया की आराधना करती हैं और भगवान भास्कर को अर्घ देती हैं. किरण सिंह 10 वर्षों से और मिन्नी सिद्धार्थ गौतम पांच सालों से छठ व्रत कर रही हैं. रागिनी सिंह ने बताया कि छठ को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी है. छठ आते ही उत्साह बढ़ जाता है. परिवार पर हमेशा मैया की कृपा बनी रहे. उन्होंने झरिया के साथ ही कोयलांचल वासियों को छठ की शुभकामनाएं दी.
डाला सूप की खरीदारी जोरों परछठ लेकर बाजारों में सूप डाला की मांग बढ़ गयी है. इसकी मांग को देखते हुए दुकानदार ऊंची कीमत पर इसे बेच रहे हैं. हीरापुर में में बड़ा डाला (दउरा) 200 रुपए प्रति डाला, छोटा डाला 120 से 150 रुपए और सूप 40 से 60 रुपए प्रति पीस बिक रहा है.
आटा चक्की पर पहुंच रहे लोगखरना के प्रसाद और ठेकुआ बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले आटे के लिए आटा चक्कियों पर लोग पहुंच रहे हैं. प्रसाद के आटा के लिए बुधवार को ही व्रतियों ने गेहूं धो कर सूखा लिया था.
रागिनी, किरण व मिन्नी साथ कर रहीं छठधनबाद में पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह छठ कर रही हैं. बुधवार को नहाय-खाय करने के बाद खरना की तैयारी में जुटी हैं. रागिनी के साथ ही ननद किरण सिंह व देवरानी मिन्नी सिद्धार्थ गौतम भी छठ व्रत कर रही है. पर्व को लेकर परिवार में उत्साह का माहौल है.
खरीदारी को लेकर भीड़छठ की अंतिम खरीदारी को लेकर लोग बाजार पहुंच रहे हैं. फलों की खरीदारी की जा रही है. सुबह से ही लोग बाजार में खरीदारी करने में लगे हैं. इसके बाद खरना की तैयारी में लोग जुटेंगे.
दूध की डिमांडसुधा डेयरी के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीरंग सिंह ने कहा कि सुधा डेयरी का रोजाना 35 हजार लीटर दूध धनबाद में खपत होती है. महापर्व छठ में डिमांड तीन गुणा बढ़ जाता है. 90 हजार लीटर दूध की डिमांड है. बुधवार को बुकिंग के अनुसार शाम में कुछ दूध सप्लाई की गयी. गुरुवार को सुबह भी सप्लाई की जायेगी.
चार लाख लीटर दूध से बनेगा खरना का महाप्रसादधनबाद में नहाय खाय के साथ चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो गया. गुरुवार को लोहंडा है. लोहंडा में छठ का महाप्रसाद बनता है. दूध की खपत अधिक होती है. लिहाजा पशुपालकों के अलावा डेयरी कंपनियों ने भी पूरी तैयारी कर ली है. डेयरी कंपनियों ने हर दिन की डिमांड से तीन गुना अधिक दूध मंगाया है. अनुमानित साढ़े तीन से चार लाख लीटर दूध की खपत होगी.
सज गये छठ बाजारछठ को लेकर बाजार सज गये हैं. नारियल से लेकर हर फल की संभावित बिक्री को लेकर चौक चौराहे तक दुकानें सज गयी हैं. शहर में फलों की दुकानों की संख्या पिछले चार दिनों मे दस गुना तक अधिक हो गयी है. पुराना बाजार व हीरापुर में छठ की खरीददारी को लेकर काफी अधिक भीड़ रही. इन दोनों बाजारों में कहीं ठेला, तो कहीं सड़क किनारे फलों की बिक्री हो रही है. नारियल, सेब, संतरा, ईख के अलावा पानीफल, डाब नींबू की दुकान सज गयी है. इनके साथ ही सूप और डाला की खरीदारी का काम अंतिम दौर में है.
छठ की खरीदारीव्रती और उनके परिवार के सदस्यों ने खरना के जरूरी सामान की खरीदारी की. लोगों ने अरवा चावल और गुड़ की खरीददारी की. इधर त्योहार को लेकर बरवाअड्डा स्थित कृषि बाजार समिति से लेकर हर छोटा बड़ा बाजार फलों की मंडी में तब्दील हो गया है.
छठमय माहौलपारंपरिक गीत के साथ ही घर की महिलाओं ने गेहूं साफ कीं, वहीं पुरुष सूप दउरा, फल लाते दिखे. परिवार के सदस्यों के साथ ही आस पास वाले भी छठी मइया का काम हाथों हाथ ले रहे हैं. पूरा वातावरण छठ मय हो गया है. आज गुरुवार को खरना है.
छठी मईया से मांगा आशीषछठ व्रतियों ने अपनी भक्ति उनके चरणों में समर्पित कर घर परिवार, बच्चे सबकी सलामती के लिए आशीष मांगा. नेम से मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलायी गयी. आंच जलाने से पहले मां से आज्ञा मांगी गयी. कहीं कहीं गैस पर भी महाप्रसाद बनाया गया. मिट्टी के चूल्हे पर अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी बनाकर भोग लगाया गया. भूल चूक की माफी मांगी कर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया. उसके बाद ही परिवार सगे संबंधी को महाप्रसाद खिलाया गया.
छठी मइया की उपासनानहाय खाय के साथ व्रतियों ने बुधवार को भास्कर देव की आराधना कर चार दिवसीय व्रत को निर्वघ्न पार करने की विनती की. व्रतियों ने सुबह नेम निष्ठा से स्नान ध्यान कर छठी मइया की उपासना की.
सूर्योपासना के महापर्व में छठमय हुआ कोयलांचलनहाय खाय के साथ धनबाद में भी बुधवार से सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ प्रारंभ हो चुका है. भक्तों के मन में भक्ति की तरंगें हिलोरें ले रही हैं. कहीं छठ घाट सजाये जा रहे हैं, तो कहीं घर पर भी आस्था का घाट सज रहा है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी भक्ति में रम गये हैं.
36 घंटे का निर्जला व्रतखरना अनुष्ठान संपन्न होने के बाद उनका 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जायेगा. शुक्रवार को अस्ताचलगामी और शनिवार को उदयाचलगामी भास्कर को अर्घ दिया जायेगा. इसी के साथ छठ महापर्व का समापन हो जायेगा.
महापर्व के दूसरे दिन खरनामहापर्व के दूसरे दिन यानी आज खरना का अनुष्ठान होगा. गुरुवार को व्रती दिनभर उपवास रखेंगी. सूर्यास्त के बाद भगवान की पूजा-अर्चना करेंगी. खीर, रोटी, केला आदि नेवेद स्वरूप अर्पित किया जायेगा. सबकी मंगलकामना की प्रार्थना के साथ व्रती प्रसाद ग्रहण करेंगी.
नहाय खाय संपन्न, खरना आजनहाय खाय के दिन कोरोना के कारण अधिकतर व्रतियों ने घरों में ही स्नान किया. व्रतियों ने स्नान ध्यान के बाद कद्दू, भात और दाल आदि तैयार कर भगवान को अर्पित किया. इसके बाद सबकी मंगल कामना के लिए प्रार्थना की और कद्दू-भात ग्रहण किया. प्रसाद स्वरूप बांटा गया. इसी के साथ पहले दिन का अनुष्ठान संपन्न हुआ.
नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ पर्व शुरू, खरना आजपहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया व्रत तोहार, करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक गलती हमार…,जैसे गीतों के बीच बुधवार से लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो गया. महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय अनुष्ठान हुआ. आज गुरुवार को खरना है.
छठ को लेकर निर्देशों का करें पालन, जान जोखिम में नहीं डालेंदेवघर : अनुमंडल पदाधिकारी-सह-अनुमंडल दण्डाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने मीडिया के जरिये जानकारी दी है कि राज्य सरकार की ओर से वर्तमान में छठ पर्व को लेकर प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुसार ढील दी गयी है. इस स्थिति में छठ पर्व व वर्तमान में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की अोर से सोशल डिस्टेंसिंग के तहत आपस में दो गज की दूरी बनाये रखने के साथ मास्क व सेनिटाईजर (हांथों की सफाई) का प्रयोग अनिवार्य रूप से लागू रहेगा. इसके अलावा अनुमंडल पदाधिकारी ने छठ पूजा के अवसर पर संपूर्ण देवघर अनुमण्डल क्षेत्र में विधि व्यवस्था व शांति बनाये रखने के साथ आमजनों के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं.
10 हजार मास्क व 50 लीटर सैनिटाइजर देंगे विधायक सुखराममहापर्व छठ को लेकर चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव ने नगर पर्षद को 10 हजार मास्क और 50 लीटर सैनिटाइजर देंगे. इस संबंध में विधायक श्री उरांव ने कहा कि आस्था का महापर्व छठ मनाने के दौरान सामाजिक दूरी समेत अन्य दिशा- निर्देशों का पालन हर कोई करें. कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में अब तक आपने जो सावधानी बरती है और सरकार को जो सहयोग किया है, वैसा ही छठ महापर्व के दौरान करें, ताकि हम कोरोना से जंग जीत सकें.
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर के विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान घाटों की साफ- सफाई, समुचित विद्युत की व्यवस्था समेत अन्य विषयों पर जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त किया. वहीं, छठ श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका स्पष्ट निर्देश भी दिया. मंत्री ने महापर्व छठ पर सभी छठ व्रतियों का स्वागत किया है.
महापर्व छठ की भक्ति में डूबा धनबादबुधवार से सूर्योपासना का 4 दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो गया है. कहीं छठ घाट सजाये जा रहे हैं, तो कहीं घर पर भी आस्था का घाट सज रहा है. बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी भक्ति में रम गये हैं. बुधवार को नहाय खाय के साथ परवैतिनों ने भाष्कर देव की अराधना कर 4 दिवसीय व्रत को निर्विध्न पार करने की विनती की. व्रतियों ने सुबह नेम निष्ठा से स्नान ध्यान कर छठी मइया की उपासना की. अपनी भक्ति उनके चरणों में समर्पित कर घर परिवार, बच्चे सबकी सलामती के लिए आशीष मांगा. नेम से मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलायी गयी. आंच जलाने से पहले मां से आज्ञा मांगी गयी. कहीं- कहीं गैस पर भी महाप्रसाद बनाया गया. मिट्टी के चूल्हे पर अरवा चावल, चना दाल, कद्दू की सब्जी बनाकर भोग लगाया गया. भूल चूक की माफी मांग कर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया. उसके बाद ही परिवार समेत सगे- संबंधी को महाप्रसाद खिलाया गया. पारंपरिक गीत के साथ ही घर की महिलाओं ने गेंहू साफ की, वहीं पुरुष सूप, दऊरा, फल लाते दिखे. परिवार के सदस्यों के साथ ही आसपास वाले भी छठी मइया का काम हाथों हाथ ले रहे हैं. पूरा वातावरण छठ मय हो गया है. गुरुवार को खरना होगा.
सरायकेला-खरसावां जिला में लोक आस्था का महापर्व छठ बुधवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है. झारखंड सरकार द्वारा छठ पर्व को लेकर गाइडलाइन में आंशिक बदलाव के बाद छठ व्रतियों में उत्साह देखा जा रहा है. सरायकेला, खरसावां, चांडिल, गम्हरिया, आदित्यपुर एवं राजखरसावां आदि इलाकों के छठ घाटों की साफ- सफाई की गयी. बुधवार को छठ व्रतियों ने नदी-तालाबों में स्नान कर कद्दू-भात बनाकर ग्रहण किया. छठ व्रतियों ने स्नान आदि के बाद सात्विक भोजन के रूप में चना का दाल, मिश्रित कद्दू (लौकी), भात आदि का सेवन किया. गुरुवार को खरना का व्रत है. शुक्रवार को अस्ताचलगामी सूर्य (डूबते सूर्य) को अर्घ दिया जायेगा, जबकि शनिवार को उगते सूर्य को अर्घ देने के बाद छठ व्रती पारण करेंगे. सूर्य उपासना के इस पर्व को प्रकृति प्रेम और प्रकृति पूजा का सबसे उदाहरण भी माना जाता है. छठ गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया है. 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व का उदयचलगामी सूर्य को अर्घ के साथ 21 नवंबर, 2020 को समापन होगा. बुधवार को जनप्रतिनिधियों ने भी छठ घाटों का जायजा लिया.
रांची जिला दुर्गा पूजा समिति की ओर से 151 छठव्रतियों के बीच संपूर्ण छठ पूजन सामग्री का वितरण किया है. इस वितरण कार्यक्रम में सांसद संजय सेठ एवं विधायक सीपी सिंह उपस्थित थे. वहीं, इस आयोजन की अगुवाई पूजा समिति के संयोजक मुनचुन राय ने किया. समिति के सदस्यों ने राजधानी रांची के चुटिया क्षेत्र स्थित हटिया तालाब, भट्टी टोली, नायक टोली, कृष्णापुरी, रेलवे कॉलोनी आदि क्षेत्रों के छठव्रती महिलाओं के बीच छठ पूजन सामग्री सूप, नारियल, डाभ, सेब, अगरबत्ती, आलता, गन्ना, दूध समेत 21 रुपये दिये गये. इस अवसर पर सांसद श्री सेठ और विधायक श्री सिंह ने राज्य के सभी छठ व्रतियों को छठ की बधाई देते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ पूजा मनाने का आग्रह किया.
हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में आज से छठ व्रत का विधान शुरू हो गया है. 4 दिन तक चलने वाले महापर्व छठ पर्व के पहले दिन नहाय खाय के साथ छठव्रतियों ने महापर्व की शुरुअात की. पहले दिन प्रसाद के रूप में छठ व्रती कद्दू भात ग्रहण किया. छठव्रती पूनम देवी, मदन रजक, सुरेंद्र सोनी, प्रदीप सोनी का संयुक्त रूप से कहना है कि छठ पर्व शुद्धता का प्रतीक है. हर काम गंगा के पानी से शुरू करना शुभ होता है. यही कारण है कि छठ के पहले दिन व्रतियों ने गंगा यानी नदियों एवं तालाबों के पानी में गेंहू और चावल धोए. बड़कागांव के विभिन्न छठ घाट जैसे- सूर्य मंदिर छठ घाट, पीपल नदी छठ घाट, झरिवा नदी, छठ घाट, चेपा कला के छठ घाट, महुगाई कला के छठ घाट, बादम छठ घाट, छठ घाट गोंदलपूरा, छठ घाट, सोनपुरा छठ, छठ घाट सिंदवारी आदि छठ घाटों में सूर्य को अर्घ दिया जाता है. महापर्व छठ क लिए हरहरा नदी तक उतरने के लिए सीढ़ी का निर्माण किया गया. वहीं, मंदिर के आसपास क्षेत्रों में साफ- सफाई की गयी. इस पावन कार्य में मुख्य रूप से समाज के अध्यक्ष शशि कुमार मेहता, सचिव रविंदर कुमार महतो, सरोज कुमार, गुड्डू कुमार, बराई महतो, मनोरंजन कुमार महतो आदि की मुख्य भूमिका रही.
पूर्व मंत्री डॉ नीरा यादव भी कर रही छठ पूजाझारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री और वर्तमान विधायक डॉ नीरा यादव भी छठ कर रही है. नहाय खाय के साथ डॉ यादव ने महापर्व की आराधना शुरू की है. डॉ यादव समेत अन्य छठव्रतियों ने कद्दू-भात का प्रसाद ग्रहण किया.
लातेहार में छठ महापर्व की धूम, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में खासा उत्साहलातेहार जिला में भी नहाय खाय के साथ 4 दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी है. गुरुवार को खरना के साथ छठव्रतियों का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा. छह को लेकर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. शहर के हर गली एवं चौक-चौराहों पर छठ मइया के गीत बज रहे हैं. शहर के धर्मपुर मोड़ स्थित सब्जी मार्केट में सब्जी विक्रेता संघ के द्वारा छठ व्रतियों के बीच नि:शुल्क कद्दू का वितरण किया गया.
कोडरमा के अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने कोविड-19 की रोकथाम के मद्देनजर राज्य सरकार के नये गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं से की है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी छठ घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के तहत आपस में 2 गज की दूरी बनाये रखने के साथ मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रूप से लागू रहेगा. इस दौरान श्री कुमार ने छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सतर्कता बरतते हुए सरकार के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करें.
छठ घाट के निरीक्षण करने पहुंचे सिसई बीडीओगुमला के सिसई प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार द्वारा प्रखंड के विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं समितियों के लोगों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया गया. कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर झारखंड सरकार द्वारा पूर्व में नदियों और तालाबों के घाटों में छठ पूजा पर रोक के आदेश पर बदलाव करते हुए सरकार द्वारा नयी गाइडलाइंस के तहत सोशल डिस्टैंसिंग, मास्क का प्रयोग, सैनेटाइजर आदि के साथ छठ घाटों में पूजा की अनुमति दी गयी है. इसी के तहत बीडीओ ने क्षेत्र के विभिन्न छठ घाटों की साफ-सफाई, विधि-व्यवस्था, सुरक्षा, प्रकाश-व्यवस्था, घाटों का पहुंच पथ आदि सुविधाओं का संबंधित समितियों से जानकारी प्राप्त की. वहीं, उन्होंने सभी समितियों को महामारी से बचाव और अनावश्यक भीड़- भाड़ न लगने देने, स्टाॅल एवं खेल- खिलौनों तथा अन्य दुकान नहीं लगाने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने छठ व्रत करने वाले परिवारों से भी अगर हो सके तो अपने-अपने घरों पर ही छठ पूजा करने की अपील की गयी. इस मौके पर कनीय अभियंता अनिल कुमार, सिसई थाना के पुलिस बल एवं अधिकारी भी मौजूद थे.
सोशल डिस्टैंसिंग के साथ छठ पूजाबुंडू स्थित सूर्य मंदिर के निकट विशाल तालाब में छठ पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इस तालाब में छठ पूजा करने का काफी महत्व है. तालाब के निकट ही संस्कृति विहार द्वारा निर्मित भव्य सूर्य मंदिर है, जहां छठ व्रती माथा टेकते हैं. संस्कृति विहार के कार्यक्रम संयोजक के अनुसार सूर्य मंदिर में सूर्य देवता की दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ती है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जाएगा. अर्घ देने के वक्त भी सोशल डिस्टैंसिंग पालन किया जाएगा.
महापर्व छठ का उत्साहलोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में संशोधित किये जाने से स्थानीय छठ पूजा समिति समेत विभिन्न संगठन के लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बधाई दी है. टेडकी पुल स्थित मुख्य छठ घाट समिति के अध्यक्ष अजित कुमार सोनी ने बताया कि महापर्व को देखते हुवे विगत कई दिनों से तैयारी की जा रही थी लेकिन सरकार की ओर से छठ पूजा पर पाबंदी के बाद असमंजस का स्थिति बनी थी. मुख्यमंत्री के द्वारा गाइडलाइंस संशोधित किए जाने के बाद स्थानीय श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है.
नहाय खाय के बाद खरनानहाय-खाय के दिन भोजन करने के बाद व्रती अगले दिन शाम को खरना पूजा करती हैं. इस पूजा में महिलाएं शाम के समय लकड़ी के चूल्हे पर गुड़ की खीर बनाकर उसे प्रसाद के तौर पर खाती हैं और इसी के साथ व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है.
संशोधित गाइडलाइंस का स्वागतश्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार एवं मंत्री पप्पू वर्मा ने कहा कि छठ महापर्व को लेकर जारी गाइडलाइंस में सरकार द्वारा जो संशोधन किया गया है, वह स्वागत योग्य है. लोक आस्था को ध्यान में रखते हुए सरकार का यह फैसला सराहनीय है. श्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति लोगों से अपील करती है की छठ घाट पर एहतियात जरूर बरतें. जो भी श्रद्धालु घाट पर जाएं, मास्क अवश्य पहनें. सोशल डिस्टैंसिंग का पालन अवश्य करें और प्रयास करें छोटे बच्चे कम से कम घाट पर जाएं तथा 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग घाट पर ना जाएं.
नहाय-खाय का महत्वछठ पूजा में भगवान सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है. चार दिनों के महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. इस दिन व्रती स्नान करके नए कपड़े धारण करती हैं और पूजा के बाद चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करती हैं.
महापर्व छठ की शुरूआतमहापर्व छठ की शुरूआत आज नहाय-खाय के साथ हो गयी है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से ये महापर्व शुरू हो जाता है. छठ का पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है. यह पर्व खासतौर पर बिहार, पूर्वी उत्तर प्रेदश और झारखंड में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. ये व्रत संतान प्राप्ति और संतान की मंगलकामना के लिए किया जाता है.
सोशल डिस्टैंसिंग का जरूर करें पालनसीएम हेमंत सोरेन ने राज्य के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर अगर हो सके, तो अधिक से अधिक लोग अपने घरों में ही छठ पूजा करें. वहीं, नदी व तालाबों की घाटों पर कम संख्या में श्रद्धालु जायें. यहां भी मास्क और सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन जरूर करें.
अभी भी है संक्रमणझारखंड के सीएम ने कहा कि दुर्गापूजा और दीपावली में भी लोगों ने अपनी जिम्मेवारी समझी. इस महापर्व छठ में भी लोग जिम्मेवारी समझते हुए मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग और सैनिटाइजिंग की महता को जरूर समझें क्योंकि अभी संक्रमण गया नहीं है. वातावरण में अभी भी संक्रमण है.
सुरक्षा पहली प्राथमिकतामुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य की जनता की सुरक्षा और उनकी जानमाल की रक्षा है. इस त्योहार के माध्यम से अपने परिवार के सदस्यों के लंबी उम्र की कामना की जाती है. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम में सरकार के साथ-साथ लोगों का भी सहयोग मिल रहा है.
छठ गाइडलाइंस पर हो रहा था विरोधआपको बता दें कि पिछले दिनों हेमंत सरकार की ओर से छठ महापर्व को लेकर गाइडलाइन जारी की गयी थी, जिसमें नदी और तालाब की जगह अपने घरों में छठ करने की अपील की गयी थी. हालांकि, इस अपील की चहुंओर विरोध होने लगा था. विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोगों ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस पर पुनर्विचार करने की मांग की गयी थी. विपक्ष ने तो तालाबों में उतर कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
जनभावना को देखते हुए अनुमतिराजधानी रांची के प्रोजेक्ट भवन में मंगलवार शाम को पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जनभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने तालाबों और नदियों में छठ मनाने की अनुमति प्रदान कर दी है. कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को देखते हुए केंद्र सरकार के आदेश के अनुरूप ही गाइडलाइन जारी की गयी थी, लेकिन विपक्ष इसे राजनीतिक रंग दे रहा था, जो सही नहीं है.
नयी गाइडलाइंस में मिली छूटआपको बता दें कि पिछले दिनों छठ पूजा को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की गाइडलाइन जारी हुई थी, जिसमें छठव्रतियों को घरों में ही छठ मनाने की बात कही गयी थी, जिसका चौतरफा विरोध होने लगा था. आखिरकार छूट के साथ घाट पर पूजा की इजाजत दी गयी.
सुरक्षित होकर मनाएं छठमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी श्रद्धालुओं से मास्क लगाने के साथ-साथ सोशल डिस्टैंसिंग, सैनिटाइजिंग, दो गज की दूरी बनाकर त्योहार मनाने की अपील की है. इसके साथ ही छठ घाट पर कम से कम श्रद्धालु जायें, ताकि कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार न हो सके.
अब छठ घाट पर दे सकते हैं अर्घझारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने नदी और तालाब के घाटों पर कुछ शर्तों के साथ छठ मनाने की अनुमति मंगलवार को दी है. इसके साथ ही अब छठव्रती नदी और तालाबों में भी अर्घ दे सकेंगे.
छठ घाटों का जायजामेयर आशा लकड़ा व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने मंगलवार को जगन्नाथपुर तालाब, धुर्वा डैम समेत धुर्वा व डोरंडा क्षेत्र के छठ घाटों का निरीक्षण किया. मेयर ने कहा कि घाटों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त है. डिप्टी मेयर ने कहा कि छठ शुद्धता, सादगी व पवित्रता का पर्व है.
लापरवाही पर होगी कार्रवाईछठ घाटों की सफाई में लापरवाही बरतने पर संबंधित वार्ड के सुपरवाइजर पर कार्रवाई की जायेगी. मेयर ने कहा कि छठ के दौरान काफी संख्या में लोग अस्थायी जलकुंडों में अर्घ देते हैं. इसके लिए निगम टैंकर से पानी उपलब्ध करायेगा. अगर किसी जरूरतमंद को पानी की जरूरत है, तो वे निगम के फोन नंबर 9431104429 पर अपनी बात रख सकते हैं.
युद्ध स्तर पर करें घाटों की सफाईरांची में छठ के दौरान शहर के विभिन्न छठ घाटों व गली-मोहल्ले की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने को लेकर मंगलवार को मेयर आशा लकड़ा ने अधिकारियों संग बैठक की. मेयर ने कहा कि छठ को लेकर शहर के सभी तालाब व घाटों की सफाई युद्ध स्तर पर करें. छठ से पहले शहर के सभी घाटों को पूरी तरह से दुरुस्त करें.
सड़कों व गलियों में भी कूड़े का अंबारछठ के दौरान सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. वहीं, दूसरी ओर अब तक शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है. शहर की गलियों व सड़कों पर अब भी जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है.
निगम का दावा खोखला निकलाछठ से पहले शहर के सभी छठ घाटों को श्रद्धालुओं के लिए तैयार करने का दावा निगम द्वारा किया जा रहा था. इसके लिए मेयर, डिप्टी मेयर से लेकर नगर आयुक्त तक छठ घाटों का जायजा लेने के लिए निकले थे, लेकिन अब तक छठ घाटों की सफाई नहीं हो पायी.
पसरी हुई है गंदगीराजधानी रांची में तालाब के किनारे जगह-जगह पूजन सामग्री व गंदगी का ढेर लगा है. बड़ा तालाब, जेल तालाब व लाइन टैंक तालाब में तो अब तक दुर्गा पूजा के दौरान विसर्जित की गयी मूर्तियों के अवशेष पड़े हुए हैं.
सिर्फ नाम का सफाई अभियानमंगलवार को रांची नगर निगम के कर्मचारियों ने शहर के छठ घाटों में सफाई अभियान तो चलाया, लेकिन यह सफाई अभियान कम दिखावा अधिक था. मजदूरों की संख्या कम होने के कारण दीपावली के बाद तालाबों में विसर्जित की गयी मूर्तियों व पूजन सामग्री को नहीं हटाया गया.
घाटों पर पसरी गंदगीदीपावली के बाद शहर के अधिकतर छठ घाट पूजन सामग्री व मूर्ति के अवशेष से पटे हुए हैं. ऐसे में शुक्रवार को जब श्रद्धालु अर्घ देने के लिए घाट पहुंचेंगे, तो उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
छठ घाट पर कर सकते हैं पूजाझारखंड सरकार ने छठ घाटों पर अर्घ करने की अनुमति दे दी है. सरकार के इस आदेश से छठ व्रतियों में खुशी की लहर है. दूसरी ओर शहर के अधिकतर तालाबों की अब तक सफाई नहीं हो पायी है. इन तालाबों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
घाटों पर छठ पूजा की मिली इजाजतसीएम हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद प्राधिकार ने पहले जारी गाइडलाइन में संशोधन करने पर सहमति दी. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, वित्त विभाग की प्रधान सचिव हिमानी पांडेय, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल औऱ कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अब अबू बकर सिद्दीकी ने भी अपनी राय रखी.
सुरक्षित होकर मनाएं छठस्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था के साथ जुड़ा हुआ है. ऐसे में जन भावनाओं का ख्याल रखते हुए सुरक्षित माहौल में नदियों ,तालाबों, डैम आदि में अर्घ्य देने के लिए पहले से जारी किये गये दिशा निर्देशों में आंशिक संशोधन किया जाये. उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन में कोरोना से बचाव को लेकर जारी अन्य दिशा निर्देशों का पालन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
छठ पूजा का आयोजनकोरोना संक्रमण को देखते हुए सतर्कता और सुरक्षित तरीके से छठ महापर्व के आयोजन को लेकर पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि जो लोग छठ पूजा तालाब या नदी में करना चाहते हैं उन्हें जाने दिया जाये, पर लोगों से अपील भी की जाये कि घरों में ही छठ का आयोजन करें.
लोक आस्था का महापर्वझारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि छठ महापर्व लोक आस्था से जुड़ा हुआ है. चार दिनों तक चलनेवाले इस महापर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. संध्याकालीन अर्घ और प्रातः कालीन अर्घ के लिए के लिए नदियों, तालाबों, डैम, झील और अन्य वाटर बॉडीज में श्रद्धालु जुटते हैं.
छठ गाइडलाइंस पर विमर्शछठ घाटों पर पूजा करने की अनुमति को लेकर केवल राजनीतिक दल के लोग ही प्रदर्शन कर रहे हैं. आम लोग अपने-अपने घरों में तैयारी कर रहे हैं. प्राधिकार की बैठक में बिहार समेत अन्य राज्यों द्वारा छठ महापर्व को लेकर जारी एडवाइजरी पर भी विचार विमर्श किया गया.
छठ पूजा को लेकर बैठकझारखंड में नदी व तालाबों में छठ पूजा करने की अनुमति देने के पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की उपस्थिति में मंगलवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हुई. कोरोना को देखते हुए छठ महापर्व के सुरक्षित आयोजन को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ. कुछ अधिकारियों का कहना था कि छठव्रती अपने-अपने घरों में ही पूजा करना पसंद कर रहे हैं.
छठ सामग्री की कीमत में उछालसामान्य दिनों में दस रुपए बिकने वाले कद्दू की कीमत मंगलवार को 20-30 रुपए रही. पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार सूप-दउरा की कीमतों में भी उछाल है. इनका दाम एक सौ रुपए तक महंगा हो गया है.
छठ बाजार गुलजारछठ को लेकर बाजार गुलजार हैं. बड़ी संख्या में लोग बाजार में छठ को लेकर खरीदारी कर रहे हैं. छठ के पहले दिन यानी आज नहाय खाय है. इस मौके पर व्रती स्नान के बाद कद्दू भात सेवन करती हैं. इस कारण मंगलवार को बाजार में कद्दू दोगुने कीमत पर बेचे गए.
महापर्व छठ की तैयारीमहापर्व छठ को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही है. एक ओर जहां तमाम छठ व्रतियों के घरों में गतिविधियां तेज हो गई हैं, वहीं बाजार में सूप-दौरा, फल-फूल की दुकानें सज गई हैं.
नहाय खाय आजआज बुधवार को नहाय खाय है. छठ व्रती प्रसाद के रूप में कद्दू भात का सेवन करेंगे. अगले दिन गुरुवार (19 नवंबर) को खड़ना है. इस दिन खीर भोजन का प्रसाद बनता है. फिर शुक्रवार (20 नवंबर) को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. शनिवार (21 नवंबर) को उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही महापर्व छठ संपन्न हो जायेगा.
चार दिवसीय छठ महापर्व आज सेरांची : नेम-निष्ठा और लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ आज बुधवार से नहाय खाय के साथ शुरू हो गया. चार दिनों तक चलनेवाले इस महापर्व को लेकर लोग तैयारी में जुट गये हैं. छठ घाटों की साफ-सफाई की जा रही है. छठ गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया है. झारखंड में महापर्व छठ की गतिविधियों की जानकारी के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ.
Posted By : Guru Swarup Mishra