झारखंड के इन 2 जिलों में चिकन पॉक्स का अंदेशा, कई बच्चे पीड़ित, स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर गठित हुई टीम
झारखंड के गुमला और चतरा जिले में चिकन पॉक्स का अंदेशा जताया जा रहा है, दोनों जिले के कई बच्चे अचानक चिकन पॉक्स से पीड़ित हो गये हैं. स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिलने के बाद उन्होंने रिम्स से एक टीम गठित कर गांवों में भेज दिया है
रांची: झारखंड के दो जिलों चतरा और गुमला में चिकन पॉक्स का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. दो गांव के कई बच्चे अचानक चिकन पॉक्स से पीड़ित हो गये हैं. शरीर में दाना और तेज बुखार हो गया. मामले की जानकारी होने पर दोनों जिलों के सिविल सर्जन ने इससे स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया है. वहीं, इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने स्वास्थ्य विभाग को चतरा के इटखोरी और गुमला के भरनो में मेडिकल टीम भेजकर जांच कराने का निर्देश दिया है.
स्वास्थ्य विभाग ने रिम्स प्रबंधन को मेडिकल टीम भेजकर वस्तुस्थिति का पता लगाने और रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. रिम्स प्रबंधन ने ईद की छुट्टी के बावजूद मंगलवार को चार सदस्यीय टीम गठित कर दिया है.बुधवार को टीम गांव में जाकर स्थिति का जायजा लेगी.
गांव का भ्रमण कर जानकारी लेगी टीम :
रिम्स अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरुआ ने बताया कि चिकन पॉक्स का मामला आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने वहां टीम भेजने को कहा था. टीम गठित कर दी गयी है, जिसमें माइक्रोबायोलॉजी, मेडिसिन, पीडियाट्रिक और पीएसएम विभाग के डॉक्टर को रखा गया है. टीम द्वारा बच्चों का सैंपल भी लिया जायेगा, जिससे जांच कर यह पता किया जायेगा कि चिकन पॉक्स का ही मामला है या नहीं. टीम अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग और अाइसीएमआर को भेजेगी. चिकन पॉक्स वैरिसेला नामक वायरस से फैलता है. यह सामान्यतः बच्चों को ज्यादा प्रभावित होता है. हालांकि चिकन पॉक्स का टीका भी उपलब्ध है.
नियमित टीकाकरण से छूट गये बच्चे में रहती है आशंका
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश कुमार ने बताया कि स्मॉल पॉक्स का उन्मूलन काफी साल पहले ही हो चुका है, लेकिन चिकन पॉक्स कभी-कभी यदा-कदा देखने को मिल जाता है. यह ज्यादातर वैसे बच्चों में होता है, जो नियमित टीकाकरण से छूट गये होते हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां जाकर निरीक्षण करेगी, उसके बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पायेगा.
Posted by: Sameer Oraon