Common Man Issues: सेल्फी जोन की जगह पार्किंग जोन बनने से गुमला शहर को जाम से मिलेगी छुटकारा
गुमला शहर की आबादी बढ़ी, लेकिन समुचित प्लानिंग नहीं होने से 52 हजार की आबादी आज समस्याओं से जूझ रही है. खासकर जाम की समस्या आज विकराल रूप ले ली है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सेल्फी जोन की जगह अगर पार्किंग जोन बनता, तो जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाती है.
Common Man Issues: गुमला शहर की आबादी और मुहल्ले बढ़े तो समस्याएं भी बढ़ी. लेकिन, इन समस्याओं को दूर करने के लिए जो प्लानिंग बननी चाहिए. वह प्लानिंग अभी तक नहीं बनी. यही वजह है कि गुमला शहर की 52 हजार आबादी आज भी समस्याओं से जूझ रही है. नगर परिषद के चुनाव में प्रतिनिधि वादा तो करते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही अपना वादा भूल जाते हैं. गुमला के लोगों ने शहर के विकास के लिए गुमला नगर परिषद को प्रभात खबर के माध्यम से अपना सुझाव दिये हैं.
कचरा फेंकले की परंपरा बंद हो : राजेश
समाजसेवी राजेश सिंह ने कहा कि गुमला शहर को सुंदर बनाने के लिए सर्वप्रथम सड़क के बाहर कचरा फेंकने की परंपरा पूर्णरूपेण बंद हो. नगर परिषद द्वारा कचड़ा उठाने हेतु डोर टू डोर बनी व्यवस्था का सदुपयोग करना चाहिए. ऐसी व्यवस्था सुचारु रुप से चलें तो हमारा गुमला स्वच्छ एवं सुंदर होगा एवं आम जनता निरोग रहेगी.
नालियों में स्लैब लगाया जाये : शंकर
लायंस क्लब ऑफ गुमला के शंकर जाजोदिया ने कहा कि गुमला शहर का जितना भी चौराहा या गली का मोड़ है. वहां सोलर स्ट्रीट लाइट लगे और बहुत से जगह सड़क काफी ऊंची है. वहां किनारे मोरम मिट्टी भरवाना चाहिए. डीएसपी रोड, जशपुर रोड, चित्रगुप्त भवन के पास नाली में स्लैब लगवाना जरूरी है. इन सड़कों से दो गाड़ी बहुत मुश्किल से पास होती है.
Also Read: गुमला शहर को बनाना है सुंदर तो प्लानिंग से हो काम, मेन रोड में बने डिवाइडर, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
शहर में पार्किंग की व्यवस्था हो : अशोक
लायंस क्लब ऑफ गुमला के सचिव अशोक जायसवाल ने कहा कि कितनी बार प्रशासन को बोला गया, आज तक शहर में बस स्टैंड से जब बस खुलती है तो रुक-रुक कर रोड जाम करते चलती है. यह समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. मेन रोड जैसे जगहों पर बैंकों के समीप पार्किंग नहीं सबसे बड़ी समस्या है. बैंक है तो लोगों का भीड़-भाड़ रहेगी. इसमें पार्किंग होना बहुत ही जरूरी है.
गुमला प्रशासन खुद चलाये पार्क : अरुण
सिविल कोर्ट गुमला के अधिवक्ता अरुण कुमार ने कहा कि जशपुर रोड स्थित बिरसा एग्रो पार्क के समीप असामाजिक तत्वों का अड्डा एवं वहां के मेंटेनेंस नहीं के बराबर है. सरकारी हाथों में रहकर उसकी निगरानी तथा मेंटेनेंस प्राइवेट में दिये जाने से बेहतर था. टेंडर निरस्त कर प्रशासन अपने हाथ में लेकर पार्क का संचालन करे. जिससे आम पब्लिक को लाभ मिल सके. पार्क में गलत काम बंद हो.
शहर के विकास के लिए प्लानिंग जरूरी : शंकुतला
महिला समाजसेवी शंकुतला देवी ने कहा कि गुमला शहर के विकास के लिए प्लानिंग करना जरूरी है. प्रशासन प्लानिंग से काम करें तो निश्चित रूप से गुमला मॉडल शहर बनेगा. परंतु, यहां जब भी कोई योजना तय होती है. उसमें भ्रष्टाचार को प्राथमिकता दिया जाता है. प्रशासन से अनुरोध है. एकबार टीम गठित कर शहर का भ्रमण करें. फिर प्लानिंग कर काम करें.
Also Read: गुमला नगर परिषद चुनाव : पुरुषों की अपेक्षा महिला वोटरों की संख्या अधिक, जानें 22 वार्ड का हाल
शहर में अलग-अलग जगह पार्किंग जोन बनें : सुधीर
अधिवक्ता सुधीर कुमार पांडे ने कहा कि गुमला शहर को सुसज्जित करने व सुंदर बनाने के लिए अलग-अलग जगह पार्किंग बनाये. शहर में सेल्फी जोन बनाया गया है. मैं जानना चाहता हूं कि लाखों रुपये का सेल्फी जोन से किसको फायदा हो रहा है. उससे अच्छा होता कि वहां पार्किंग जोन बनाया दिया जाता. बिना कोई योजना बनाये शहर में विकास के काम होना गलत है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.