गुमला स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आयी है. लापरवाही ऐसी की मरीजों की जान पर बन आ रही है. गुमला अस्पताल में बिजली कटने के साथ ऑक्सीजन सप्लाई बंद हो जाती है. ऑक्सीजन बेड में भर्ती मरीज ऑक्सीजन नहीं मिलने पर घंटों छटपटाते रहते हैं. शनिवार की देर रात को कई मरीज जीवन व मौत से लड़ते नजर आये.
जेनरेटर में ईंधन भरकर बिजली चालू की गयी. इसके बाद ऑक्सीजन चालू हुआ. जिससे मरीजों की जान बच पायी. यहां बता दें कि सदर अस्पताल गुमला परिसर स्थित कौशल नर्सिंग कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीज व गंभीर मरीजों को रखा गया है. यहां कई मरीज ऑक्सीजन पर हैं. ऑक्सीजन के कारण ही मरीज जिंदा है. परंतु शनिवार की रात को अचानक तेज आंधी तूफान चलने के बाद बिजली काट दी गयी.
बिजली कटते ही कौशल नर्सिंग कॉलेज में भर्ती मरीजों में अफरा-तफरी मच गयी. मरीजों को ऑक्सीजन मिलना बंद हो गया. सांस लेने में दिक्कत होने लगी. जेनरेटर चालू करने का प्रयास किया गया तो उसमें तेल नहीं था. रात को तेल लाया गया. जेनरेटर में भरा गया. इसके बाद बिजली चालू हुई.
जिससे मरीजों को सुचारू ढंग से ऑक्सीजन मिल सका. चार दिन पहले भी इसी प्रकार रात को अचानक बिजली कट गयी. उस समय भी मरीज ऑक्सीजन नहीं मिलने से तड़पते रहे. मरीजों के परिजनों ने प्रभात खबर को फोन कर बिजली कटने के बाद हो रही परेशानी की जानकारी दी. साथ ही गुमला प्रशासन से उक्त व्यवस्था में सुधार की मांग की है. वहीं कई परिजनों ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर दो-तीन दिन तक मरीजों का हालचाल पूछने या देखने तक नहीं आते हैं.
जेनरेटर की व्यवस्था की गयी है : सदर अस्पताल गुमला परिसर स्थित कौशल नर्सिंग कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीज व गंभीर मरीजों को रखा गया है. जानकारी कोरोना प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर राजेश कुमार टोप्पो ने देते हुए बताया कि वर्तमान में सात मरीज ऑक्सीजन पर हैं. बिजली बाधित होने पर सांस लेने में दिक्कत होने वाले मरीजों को ऑक्सीजन में दिक्कत होने के संबंध में पूछने पर कहा कि वैसे मरीजों को कंसलट्रेटर के माध्यम से ऑक्सीजन की व्यवस्था है.
उन्होंने बताया कि कौशल नर्सिंग कॉलेज में मरीजों को रखने से पूर्व ही वहां के लिए अलग जेनरेटर की व्यवस्था कर दी गयी है. जेनरेटर में तेल हमेशा भरा रहता है. जिसके कारण बिजली कटने के बाद तुरंत ही जेनरेटर चालू कर दिया जाता है. जिससे मरीजों को दिक्कत नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि अभी कोरोना संक्रमित जितने भी मरीज हैं. वे सभी कौशल नर्सिंग कॉलेज में है. चूंकि कोविड आइसीयू आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है. काम पूरा होने के बाद सांस लेने में दिक्कत होने वाले मरीजों को कोविड आइसीयू आइसोलेशन सेंटर में रख कर उनका इलाज किया जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon