मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर में हम सभी लोगों ने मिलकर संक्रमण के नियंत्रण और प्रसार को रोकने के लिए काम किया था. पहला पड़ाव के बाद ठीक से खड़े भी नहीं हो पाए थे और संक्रमण की दूसरी लहर आ गई. कोरोना संक्रमण जाति-धर्म अथवा अमीरी-गरीबी नहीं देख रहा है बल्कि सभी पर कहर बरपा रहा है. मुख्यमंत्री ने सांसदों व विधायकों से कहा कि आपके विचार एवं सुझाव के अनुरूप ही राज्य सरकार तीसरी लहर से निपटने के लिए कार्य योजना बना रही है. आप सभी के सहयोग से राज्य सरकार ने पड़ोसी राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल इत्यादि की अपेक्षा कोरोना संक्रमण को लेकर बेहतर काम किया है. सीमित संसाधनों के बीच अच्छे कार्य करने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी एवं फ्रंटलाइन वर्कर धन्यवाद के पात्र हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 14 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. लोगों को वैक्सीनेशन के लिए कोई शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है. राज्य सरकार नि:शुल्क वैक्सीनेशन का कार्य कर रही है. 14 मई से जैसे-जैसे वैक्सीन की उपलब्धता होगी, लोगों को हम वैक्सीन देने में सक्षम होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के प्रति कोई भ्रम अथवा असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है. यह संदेश लोगों के बीच अधिक से अधिक पहुंचाएं. हम सभी के जीवन के सुरक्षा कवच के रूप में वैक्सीन अहम होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर से ही राज्य सरकार आरटीपीसीआर जांच मशीन बढ़ाने को लेकर गंभीर रही है. कोविड-19 के दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. यही कारण है कि जांच रिपोर्ट आने में थोड़ा विलंब हो रहा है. जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द लोगों को मिल सके, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा आरटीपीसीआर जांच के लिए दो कोबास कंपनी की मशीनों के लिए ऑर्डर दिया गया है. यह मशीन जून माह के अंत तक राज्य में स्थापित की जा सकेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे बड़े शहरों में जीवन रक्षक दवाइयों से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है. जहां शुरुआती दौर में राज्य में मात्र 250 ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध थे, आज हम राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 10,000 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर सके हैं. ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का कार्य निरंतर किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर अफरा-तफरी के माहौल से हमें निकालने का काम किया है. कोविड सर्किट एवं संजीवनी वाहन का शुभारंभ किया गया है. एक सप्ताह के अंदर 800 मरीजों को कोविड सर्किट के तहत आसपास के कोरिडोर वाले अस्पताल में चिकित्सा उपलब्ध कराया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी वाहन द्वारा अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य प्रारंभ किया गया है. राज्य के कई जिलों में ऑक्सीजन बैंक स्थापित किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी ने ऑक्सीजन फ्लोमीटर (रेगुलेटर) की उपलब्धता के लिए अपने सुझाव दिए हैं. मेडिकल ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में होने के बावजूद रेगुलेटर की कमी होने के कारण इलाज में बाधा पहुंच रही है. राज्य सरकार द्वारा रेगुलेटर की उपलब्धता के लिए इंडो-डेनिश टूल रूम के साथ समन्वय बनाकर तथा राज्य के कई निजी कंपनियों के सहयोग से रेगुलेटर का मॉडल तैयार करने पर कार्य किया जा रहा है. जल्द ही हम अपने राज्य में ही रेगुलेटर तैयार करने में सक्षम हो जाएंगे. नेजल पाइप की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर हम लगातार प्रयासरत हैं. हफ्तेभर के अंदर हम नेजल पाइप की आपूर्ति सुचारू रूप से कर सकेंगे.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री को पलामू सांसद बीडी राम, राजमहल सांसद विजय हांसदा, चतरा सांसद सुनील सिंह, दुमका सांसद सुनील सोरेन, झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो, मंत्री आलमगीर आलम, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री बादल पत्रलेख, मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी, पांकी विधायक शशिभूषण मेहता, पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव, बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम, मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, बिश्रामपुर विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी, जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, लातेहार विधायक वैद्यनाथ राम, राजमहल विधायक अनंत ओझा, हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह, सारठ विधायक रणधीर कुमार सिंह, लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश विलियम मरांडी, भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही, डाल्टनगंज विधायक आलोक कुमार चौरसिया, छत्तरपुर विधायक पुष्पा देवी, गोंडा विधायक अमित कुमार मंडल, दुमका विधायक बसंत सोरेन, देवघर विधायक नारायण दास ने अपने महत्वपूर्ण विचार एवं सुझावों से अवगत कराया.
Posted By : Guru Swarup Mishra