Coronavirus in Jharkhand : होम आइसोलेशन में हैं तो कोरोना गाइडलाइन का करें पालन, बिना डॉक्टरी सलाह के किसी दवा का ना करें उपयोग
Coronavirus in Jharkhand (रांची) : देश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच केंद्र सरकार ने होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए नयी गाइडलाइन जारी हुई है. सरकार ने बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों को लेकर विशेष ध्यान दिया है. केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज बिना किसी डॉक्टरी सलाह के किसी भी दवा का उपयोग ना करें. सोशल मीडिया पर इलाज के तौर-तरीकों पर विश्वास ना करें. इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.
Coronavirus in Jharkhand (रांची) : देश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच केंद्र सरकार ने होम आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए नयी गाइडलाइन जारी हुई है. सरकार ने बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों को लेकर विशेष ध्यान दिया है. केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीज बिना किसी डॉक्टरी सलाह के किसी भी दवा का उपयोग ना करें. सोशल मीडिया पर इलाज के तौर-तरीकों पर विश्वास ना करें. इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है.
नयी गाइडलाइन में कहा गया है कि होम आइसोलेशन में रहनेवाले लोग रेमडेसिविर का उपयोग ना करें. यह इंजेक्शन सिर्फ डॉक्टर की निगरानी में ही लगेगी. मुंह से खाने वाला स्टेरॉयड हल्के लक्षण में ना लें. बुखार और खांसी जैसे लक्षण 7 दिनों बाद भी है, तो डॉक्टर्स से विमर्श के बाद ही स्टेराॅयड की हल्की डोज ले सकते हैं.
होम आइसोलेशन के योग्य मरीज
– डॉक्टर बतायेंगे कि आपको हल्का लक्षण है या लक्षण रहित संक्रमण है
– संक्रमित व्यक्ति का पूरा परिवार नियमानुसार 14 दिन क्वारेंटिन रहेगा
– संक्रमित व्यक्ति की देखरेख के लिए एक व्यक्ति दिनभर रहे. डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहें
– 60 वर्ष से अधिक उम्र के कोरोना संक्रमित जिन्हे ब्लड प्रेशर, डायबिटिज, ह्रदय, किडनी समेत अन्य बीमारियां हैं, तो वो डॉक्टरी सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन में रहेंगे
– संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहनेवाला हर व्यक्ति डॉक्टरी सलाह के बाद HCQ दवा खायेगा
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होम आइसोलेशन में इलाज
– संक्रमित व्यक्ति हमेशा अपने डॉक्टर के संपर्क में रहे. परेशानी होने पर डॉक्टर से बात करें
– संक्रमण के साथ कोई दूसरी बीमारी है, तो डॉक्टरी सलाह के बाद उसकी भी दवा जारी रखें. अपने मन से दवा ना बंद करें
– संक्रमित को बुखार, खांसी, नाक बहना और अन्य तकलीफें हैं, तो लक्षणों को नियमित करने की दवा नियमित लेते रहें
– संक्रमित व्यक्ति दिन में कम से कम 2 बार भाप लें और गरारा करें. इससे श्वास नालिका साफ रहेगी.
ये भी सावधानी रखना जरूरी
झारखंड में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी होने से लोग होम आइसोलेशन में रह रहे हैं. घर में रह कर इलाज कराने के दौरान अधिक सावधान रहने की जरूरत है. संक्रमित व्यक्ति को एक कमरे में आइसोलेट कर देना चाहिए. वहीं, संक्रमित व्यक्ति से घर के अन्य सदस्य को अलग कर देना चाहिए, ताकि वायरस का फैलाव घर के अन्य सदस्यों तक नहीं हो. संक्रमित व्यक्ति का अलग बर्तन हाेना चाहिए जिससे अन्य लोगों के बर्तन का मिलान ना हो. संक्रमित व्यक्ति घर में अलग बाथरूम का प्रयोग करें. वहीं, शरीर में ऑक्सीजन लेवल की जांच समय-समय पर पल्स ऑक्सीमीटर की सहायता से करते रहें. 95 से नीचे ऑक्सीजन लेवल आने या सांस लेने में तकलीफ महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. साथ ही होम आइसोलेशन के दौरान हेल्दी फूड भी अवश्य लें. इसमें हरी सब्जियां, फल, प्रोटिनयुक्त भोजन को प्रमुखता से शामिल करें.
Posted By : Samir Ranjan.