Jharkhand Lockdown (रांची) : झारखंड की हेमंत सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि आगामी 6 मई, 2021 तक बढ़ा दी है. गत 22 अप्रैल से 29 अप्रैल, 2021 तक राज्य में लागू स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह यानी मिनी लॉकडाउन की मियाद एक बार फिर बढ़ गयी है. बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में हुए चर्चा के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पर निर्णय लिया है. अब आगामी 6 मई, 2021 की सुबह 6 बजे तक राज्य में जरूरी वस्तुओं को छोड़ अन्य सभी गतिविधियां प्रभावित रहेंगी. इस दौरान दुकानों के खोलने के समय में भी बदलाव हुआ है.
राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह 6 मई सुबह 6 बजे तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पूर्व के निर्देश में कुछ परिवर्तन किये गए हैं जिसकी विस्तृत जानकारी शीघ्र जारी की जायेगी।सहयोग करें। घर पर रहें, सुरक्षित रहें। https://t.co/QYb3cRqSFu
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 28, 2021
झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने और लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए हेमंत सरकार लगातार प्रयासरत है. पिछले दिनों 22 अप्रैल से 29 अप्रैल, 2021 तक राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत जरूरी वस्तुओं को छोड़ अन्य सभी गतिविधियों पर पाबंदी लगायी थी. वहीं, बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति और उससे निबटने संबंधी विस्तार से चर्चा की गयी.
बता दें कि 29 अप्रैल, 2021 को राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि पूरी हो रही थी. इस बीच यह चर्चा थी कि इस अवधि का विस्तार होगा. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में अधिकारियों की बैठक में इस पर चर्चा हुई और आगामी 6 मई, 2021 की सुबह 6 बजे तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि बढ़ाने पर फैसला लिया गया. झारखंड में लॉकडाउन 6 मई तक बढ़ा तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।
इस संबंध में सीएम हेमंत साेरेन ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आगामी 6 मई, 2021 की सुबह 6 बजे तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के पूर्व के निर्देश में भी कुछ परिवर्तन किये गये हैं.
अब 29 अप्रैल, 2021 की सुबह 6 बजे से 6 मई, 2021 की सुबह 6 बजे तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का अनुपालन राज्य वासियों को अनिवार्य रूप से करना होगा. अब दुकानें दोपहर 2 बजे तक ही खुली रहेंगी. इसे लेकर लोगों को दोपहर 3 बजे तक मूवमेंट करने की इजाजत होगी.
आपदा प्रबंधन की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान में हॉस्पिटल में ऑक्सीजन युक्त बेडों की काफी किल्लत देखी जा रही है. इसके साथ ये भी जानकारी आ रही है कि जिन संक्रमितों का ऑक्सीजन स्तर सामान्य हो चुका है, उसके बाद भी वे ऑक्सीजन युक्त बेडों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि ऐसे संक्रमितों को चिह्नित कर उन्हें अस्पताल के जेनरल वार्ड में शिफ्ट किया जाये और जिन्हें ऑक्सीजन युक्त बेड की जरूरत हैं, उन्हें उपलब्ध कराया जाये. इसके लिए उन्होंने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कम से कम 50 अतिरिक्त सामान्य बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है.
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सीएम श्री सोरेन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे रिम्स अथवा बड़े निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम का गठन करें. यह टीम सदर अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में इलाजरत कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण करेगी और जरूरत के अनुसार बेहतर चिकित्सीय उपचार के सिलसिले में आवश्यक सलाह देगी. यह टीम इस बात की भी जानकारी लेगी कि किन संक्रमितों को ऑक्सीजन युक्त बेड की जरूरत है औऱ किन्हें सामान्य वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में कोरोना संक्रमितों को बेहतर चिकित्सीय संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में समुचित कदम उठाए जाएं. इस सिलसिले में हर बेड तक ऑक्सीजन की उपलब्धता, जीवन रक्षक और जरूरी दवाएं और संक्रमितों तथा उनके परिजनों अथवा सगे संबंधितों की निगरानी की उचित व्यवस्था हो, ताकि उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य में अवस्थित उद्योगों से कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए सहयोग लेने के लिए कदम उठायें. इसके तहत कोविड डेडिकेटेड अस्पताल समेत अन्य जरूरी चिकित्सीय संसाधन वे उपलब्ध कराएं, ताकि राज्य में कोरोना संक्रमितों को उपचार के सिलसिले में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. कॉरपोरेट जगत से सहयोग लेकर कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में मदद मिल सकेगी.
आपदा प्रबंधन प्राधिकारी की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अलावा मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव पूजा सिंघल और सचिव अमिताभ कौशल उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.