तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, सदर अस्पताल गुमला में बन रहा है पीडियाट्रिक वार्ड
जिसका रंग रोगन, बेड, ऑक्सीजन, ऑक्सीजन पाइप लाइन, वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों के प्रत्यारोपण का सिलसिला शुरू हो गया है. एमटीसी के समीप बने पीडियाट्रिक वार्ड में एक वर्ष से लेकर 15 वर्ष के बच्चों का इलाज होगा. एमटीसी के समीप स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में कुल 20 बेड होंगे. जो एक सप्ताह के अंदर तैयार हो जायेंगे. इस संबंध में डीएस डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकस है.
Jharkhand News, Gumla News गुमला : वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीसरी लहर में बच्चों को अधिक प्रभावित होने की आशंका को लेकर अस्पताल परिसर में पीडियाट्रिक (बाल चिकित्सा) वार्ड के निर्माण की कवायद शुरू कर दी है. अस्पताल के एमटीसी सेंटर के समीप एक कमरे को पीडियाट्रिक वार्ड बनाया जा रहा है.
जिसका रंग रोगन, बेड, ऑक्सीजन, ऑक्सीजन पाइप लाइन, वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों के प्रत्यारोपण का सिलसिला शुरू हो गया है. एमटीसी के समीप बने पीडियाट्रिक वार्ड में एक वर्ष से लेकर 15 वर्ष के बच्चों का इलाज होगा. एमटीसी के समीप स्थित पीडियाट्रिक वार्ड में कुल 20 बेड होंगे. जो एक सप्ताह के अंदर तैयार हो जायेंगे. इस संबंध में डीएस डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने कहा कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकस है.
रांची स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सीएस के नेतृत्व में अस्पताल परिसर में एमटीसी के समीप एक कक्ष में पीडियाट्रिक वार्ड का निर्माण कार्य शुरू किया गया है, जो कोरोना महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के इलाज के लिए काफी कारगर सिद्ध होगा. पेड्रिटिक वार्ड में बच्चों के लिए कोरोना महामारी के सारे उपकरण उपलब्ध होंगे. जिससे उनके इलाज में काफी सुविधा मिलेगी. डीएस ने बताया कि कौशल नर्सिंग कॉलेज के भवन में भी पेड्रिटिक वार्ड की कवायद शुरू हो गयी है जो 100 बेड का होगा.
उसे भी शीघ्र पूर्ण कर लिया जायेगा. जिससे कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों की चपेट में आने से उनका इलाज पूरी तरह से इस वार्ड में संभव होगा. जो गुमला जिलावासियों के लिए काफी सुविधा युक्त होगा. जिससे उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
Posted By : Sameer Oraon