गुमला सहित जिले इन प्रखंडो में बनेगा ऑक्सीजन प्लांट, जगह चिह्नित
जिसमें से 36 बेड पीडियैट्रिक वार्ड में है, जबकि शेष पाइपलाइन से संचालित 74 बेड कोरोना प्रभावित मरीजों के ईलाज हेतु व्यवस्थित है. पीडियैट्रिक वार्ड के 36 बेडों में से पीआईसीयू के 19 बेडों को ऑक्सीजन पाइपलाइन के माध्यम से जोड़ा गया है तथा शेष 17 बेडों को ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर के माध्यम से जोड़ा गया है. वहीं पीएसए प्लांट (ऑक्सीजन प्लांट) के संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि पीएसए प्लांट की अधिष्ठापना हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थल चिह्नित कर लिया गया है.
गुमला : जिलास्तरीय कोविड टास्क फोर्स गुमला की बैठक शुक्रवार को आईटीडीए भवन में हुई. अध्यक्षता उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने की. डीसी ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निबटने के लिए सिविल सर्जन से सदर अस्पताल में की गयी तैयारियों की समीक्षा की. सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल के ऊपरी तल्ले में शिशुओं के लिए पीडियैट्रिक वार्ड की स्थापना की गयी है. सदर अस्पताल में 110 बेड है.
जिसमें से 36 बेड पीडियैट्रिक वार्ड में है, जबकि शेष पाइपलाइन से संचालित 74 बेड कोरोना प्रभावित मरीजों के ईलाज हेतु व्यवस्थित है. पीडियैट्रिक वार्ड के 36 बेडों में से पीआईसीयू के 19 बेडों को ऑक्सीजन पाइपलाइन के माध्यम से जोड़ा गया है तथा शेष 17 बेडों को ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर के माध्यम से जोड़ा गया है. वहीं पीएसए प्लांट (ऑक्सीजन प्लांट) के संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि पीएसए प्लांट की अधिष्ठापना हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थल चिह्नित कर लिया गया है.
इस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को सदर प्रखंड सहित रायडीह, घाघरा, बसिया तथा चैनपुर प्रखंडों में ऑक्सीजन प्लांट के अधिष्ठापन हेतु प्रस्ताव तैयार कर समर्पित करने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन ने बताया कि अग्निशमन विभाग को लेखा परीक्षा हेतु सभी आवश्यक कागजात उपलब्ध करा दिये गये हैं. परंतु ऑडिट हेतु आवश्यक नक्शा नहीं होने के कारण ऑनलाइन फायर सेफ्टी ऑडिट नहीं हुई है.
इस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को अगले एक सप्ताह के अंदर ऑफलाइन फायर सेफ्टी ऑडिट सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. साथ ही जिला एवं प्रखंड स्तरीय सभी कोविड टीकाकरण केंद्रों पर सेल्फी प्वाइंट अधिष्ठापित कर फोटोग्राफ्स के माध्यम से प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने 18 प्लस एवं 45 प्लस लाभार्थियों के टीकाकरण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों, जिनका दूसरा डोज लंबित है.
उनका डाटा संबंधित एएनएम से प्राप्त करते हुए उन लाभार्थियों का दूसरा डोज सुनिश्चित कराने एवं लाभार्थियों के दूसरे डोज सुनिश्चित कराने के कार्य में सभी चिकित्सकों एवं एएनएम को संलग्न करने का निर्देश दिया. इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उपलब्ध कराये जाने वाले ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर का पूर्ण चिकित्सीय उपयोग करने का भी निर्देश दिया.
22 जून को होनेवाले विशेष कोविड जांच अभियान के तहत अधिक से अधिक कोविड जांच सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम एवं सीएचओ के माध्यम से जांच कार्य सुनिश्चित कराने, सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को 10-10 जांच किट उपलब्ध कराते हुए उन्हें भी कोविड जांच हेतु प्रशिक्षण देने एवं टीकाकरण टीम को भी कोविड जांच में सक्रियता से लाभार्थियों की कोविड जांच सुनिश्चित करने, जिला कोविड अस्पताल में निर्बाध विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने,
अस्पताल में जेनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित करने, सदर अस्पताल में शौचालय, पेयजल सहित जांच लंबंधी संसाधनों एवं चिकित्सीय उपकरणों की आवश्यकतानुसार प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया. बैठक में उपायुक्त ने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज को होम आइसोलेशन में नहीं रखने संबंधी दिशा-निर्देश प्राप्त है. उक्त निर्देश के आलोक में नये कोरोना संक्रमित मरीजों को संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर में ही रखना सुनिश्चित करें.
बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर विजया भेंगरा, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेंद्र पांडेय, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी, जिला समाज कलयाण पदाधिकारी सीता पुष्पा, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉक्टर मृत्युंजय, डीपीएम स्वास्थ्य जया रेशमा खाखा, डीपीएम जेएसएलपीएस मनीषा सांचा, जिला डाटा मैनेजर राजीव कुमार, एचटीएफ जिधान संदीप कर्री, जिला युवा समन्वयक नेहरू युवा केंद्र व अन्य उपस्थित थे.