झारखंड: नक्सलियों तक विस्फोटक पहुंचाने व लेवी वसूलने वाला भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य परवेज आलम अरेस्ट

गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्ता सूचना मिली थी की परवेज आलम संवेदकों को डरा धमकाकर नक्सलियों के लिए लेवी वसूलने का काम करता था और पूर्व में भी इसका आपराधिक इतिहास रहा है. नक्सली समर्थक परवेज आलम गिरफ्तारी के डर से छिपते फिर रहा था.

By Guru Swarup Mishra | December 9, 2023 5:06 PM

गुमला: नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के क्रम में गुमला पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है. गुमला थाना के टोटो गांव निवासी परवेज आलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. परवेज आलम नक्सली समर्थक है. सक्रिय रूप से भाकपा माओवादी के लिए काम करता था. नक्सलियों तक विस्फोटक व जरूरत की सामग्री पहुंचाने के अलावा लेवी वसूलने का भी काम करता था. लेवी का पैसा वसूलने के बाद परवेज उन पैसों को नक्सली कमांडरों तक पहुंचाता था. शनिवार को गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने अपने कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि परवेज आलम लगातार नक्सलियों के संपर्क में था. इसके साथ ही कुरूमगढ़ इलाके में नक्सली संगठन को फिर से मजबूत करने के लिए प्रयास कर रहा था. नक्सलियों तक सूचना पहुंचाने के अलावा हर नक्सली को आपस में जोड़कर रखने का काम करता था.

गुप्त सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई

गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्ता सूचना मिली थी की परवेज आलम संवेदकों को डरा धमकाकर नक्सलियों के लिए लेवी वसूलने का काम करता था और पूर्व में भी इसका आपराधिक इतिहास रहा है. नक्सली समर्थक परवेज आलम गिरफ्तारी के डर से छिपते फिर रहा था. परवेज को पकड़ने के लिए कुरूमगढ़ थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया था. पुलिस ने रणनीति के तहत परवेज आलम को गिरफ्तार किया.

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पुलिस गतिविधियों की देता था सूचना

गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली समर्थक नक्सलियों को विस्फोटक पदार्थ पहुंचाने, लेवी वसूलने, राशन पहुंचाने के अलावा पुलिस गतिविधियों की सूचना देने का काम करता था. गिरफ्तार समर्थक के खिलाफ कुरूमगढ़, गुमला और घाघरा में एक-एक मामले दर्ज हैं. नक्सलियों के गिरफ्तार अभियान में कुरूमगढ़ थाना प्रभारी नितिश कुमार, पुअनि अमर पोददार, पुलिस जवान व सैट-13 के जवान शामिल थे.

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नक्सलियों को जोड़कर रखने की थी जिम्मेदारी

परवेज आलम लगातार नक्सलियों के संपर्क में था. इसके साथ ही कुरूमगढ़ इलाके में नक्सलियों को फिर से पनपाने के लिए प्रयास कर रहा था. नक्सलियों तक सूचना पहुंचाने के अलावा हर एक नक्सली को आपस में जोड़कर रखने का काम परवेज करता था.

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