गुमला : डुमरी प्रखंड के कैशियर नित्यानंद भगत का पैतृक घर चैनपुर प्रखंड के तिगावल डाड़टोली है. परंतु बैंक में नौकरी लगने व रोजगार सेविका से प्रेम-प्रसंग के बाद नित्यानंद चैनपुर थाना से तीन किमी दूर प्रेम नगर में रहने लगा. नित्यानंद व अनुकंपा टोप्पो लंबे समय से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. इधर, जब अनुकंपा के पति सुकरा केरकेट्टा को इसकी जानकारी मिली, तो वह डेढ़ वर्षों से नित्यानंद को समझा रहा था कि वह अनुकंपा से दूर रहे. परंतु सुकरा गुमला में रहता था.
चैनपुर में अनुकंपा अकेले रहती थी. इसलिए नित्यानंद और अनुकंपा में नजदीकी बढ़ गयी. अनुकंपा ने एक बेटे को जन्म दी. उस बच्चे को सुकरा अपना बेटा कहता है. जबकि नित्यानंद भी उसे अपना बेटा बता कर लालन-पालन कर रहा था. अनुकंपा टोप्पो ने बताया कि मंगलवार को वह अपने दूसरे पति नित्यानंद भगत के साथ घर में थी. नित्यानंद अपने बेटे को गोद में लेकर आंगन में बैठा हुआ था. तभी सुबह 8.30 बजे सुकरा केरकेट्टा घर पर पहुंचा.
वह नित्यानंद को देखते ही आग बबूला हो उठा. वह नित्यानंद की गोद से बेटे को छिन कर अपने साथ ले जाना चाह रहा था. तभी अनुकंपा न नित्यानंद ने इसका विरोध किया. इस दौरान नित्यानंद व सुकरा के बीच हाथापाई भी हुई. इसके बाद सुकरा नित्यानंद की हत्या कर फरार हो गया. अनुकंपा ने कहा कि सुकरा का संबंध दूसरी लड़की से होने के बाद मैं नित्यानंद के नजदीक आयी और उसके साथ रहने लगी.