झारखंड: शराब पीने से किया मना, तो उग्र पति ने पत्नी को बेरहमी से मार डाला, पुलिस ने भेजा जेल
पसंगा गांव निवासी लुली देवी (45 वर्ष) की उसके पति लाखो उरांव ने पीढ़ा से पीटकर हत्या कर दी. पुलिस को सूचना मिलने पर शुक्रवार को गांव पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया. पुलिस ने आरोपी पति लाखो उरांव को गिरफ्तार कर लिया है.
गुमला, दुर्जय पासवान: गुमला में एक शराबी पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी. पत्नी का कसूर बस इतना था कि उसने अपने पति को शराब पीने से मना किया था. पत्नी कई वर्षों से पति को कह रही थी कि शराब के कारण ही घरेलू कलह बढ़ रहा है, परंतु पति को अपनी पत्नी की सलाह अच्छी नहीं लगी और उसने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी पति लाखो उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. जब पुलिस ने लाखो उरांव को पकड़ा तो लाखो ने कहा कि सर, जेल मत भेजिये. मैं आपको 10 हजार रुपये दूंगा. पत्नी की हत्या करने के बाद उसे काफी पछतावा हो रहा था. वह जेल जाने से भी डर रहा था.
शराबी पति ने की पत्नी की बेरहमी से हत्या
ये मामला गुमला थाना के बड़ा पसंगा गांव का है. पसंगा गांव निवासी लुली देवी (45 वर्ष) की उसके पति लाखो उरांव ने पीढ़ा से पीटकर हत्या कर दी. घटना गुरुवार की शाम साढ़े सात बजे की है. पुलिस को सूचना मिलने पर शुक्रवार को गांव पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया. पुलिस ने आरोपी पति लाखो उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि लाखो उरांव प्रत्येक दिन अत्यधिक शराब का सेवन करता था. उसकी पत्नी उसे शराब का सेवन करने से मना करती थी. गुरुवार को भी वह काफी शराब पीकर घर पहुंचा था. जिसे देख पत्नी उग्र हो गयी. पति पत्नी के बीच विवाद हो गया. इतने में पति लाखो उरांव ने पीढ़ा से उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी.
हत्या के बाद पछतावा
पुलिस ने आरोपी लाखो उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. जब पुलिस ने लाखो को पकड़ा तो लाखो ने कहा कि सर, मुझे जेल मत भेजिये. चाहिए तो मैं आपको 10 हजार रुपये दूंगा. यहां बता दें कि लाखो अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद काफी पछता रहा है. वह जेल भी जाने से डर रहा था.
अपील : शराब से रहें दूर
गुमला में घरेलू विवाद को लेकर जितनी भी हत्याएं हुई हैं. उसमें अधिकतर हत्या के पीछे शराब का सेवन है. अगर लोग शराब पीना छोड़ दें तो घरेलू विवाद कम होगा. साथ ही जानमाल की क्षति भी नहीं होगी. बच्चों को भी अच्छी शिक्षा का माहौल मिल पायेगा.
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