झारखंड: खूंटी की युवती को तीन टुकड़ों में काटने का आरोपी एहसान मिरदाहा अरेस्ट, नाम बदलकर फंसाया, फिर मार डाला
गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि कांड के त्वरित अनुसंधान व अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था. कार्रवाई करते हुए तकनीकी शाखा गुमला के सहयोग से एहसान मिरदाहा को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया.
गुमला, दुर्जय पासवान: गुमला पुलिस ने युवती को तीन टुकड़ों में काटकर हत्या करने के मामले का उद्भेदन कर लिया है. हत्याकांड के आरोपी फोरी गांव निवासी जहीर मिरदाहा के बेटे एहसान मिरदाहा उर्फ बादल राज उर्फ छोटू उर्फ सोनू (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर गुमला जेल भेज दिया. एहसान ने नाम बदलकर खूंटी जिले के रनिया गांव की एक लड़की को प्रेमजाल में फंसाया (लव जिहाद) था. इसके बाद उसे गुमला बुलाया. फोरी गांव ले जाकर उसकी हत्या कर दी. धड़ से सिर को काटकर अलग कर दिया था. एक हाथ को भी काट दिया था. इसके बाद धड़ व सिर को अलग-अलग कुएं में फेंक दिया था. पुलिस ने इस केस का उद्भेदन करने में काफी मेहनत की. पुलिस ने आरोपी एहसान की निशानदेही पर मृतका का कटा हुआ हाथ, हत्या में प्रयुक्त टांगी, एक पैशन बाइक व अभियुक्त द्वारा प्रयोग किया गया तीन मोबाइल बरामद किया गया है.
युवक का आरोप, युवती ब्लैकमेलिंग कर रही थी
गुमला के एसपी हरविंदर सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि कांड के त्वरित अनुसंधान व अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया गया था. एसआइटी टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए तकनीकी शाखा गुमला के सहयोग से एहसान मिरदाहा को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि मृतका द्वारा गलत वीडियो बनाकर उसके साथ ब्लैकमेलिंग किया जा रहा था. जिस कारण उसने उसकी हत्या करने की योजना बनायी. 27 नवंबर को उसने मृतका को फोन कर गुमला बुलाया. खूंटी से बस से वह गुमला पहुंची और एहसान मिरदाहा उसे बाइक से फोरी गांव लेकर पहुंचा. जहां आश्रम मध्य विद्यालय फोरी के समीप स्थित कुएं के पास ले जाकर पूर्व से छिपाकर रखे टांगी से उसने नशे की हालत में उसकी हत्या कर दी. टांगी से वार करने के क्रम में उसका एक हाथ भी कट गया था. जिसे अलग-अलग कुएं में डालकर वह घटनास्थल से फरार हो गया था.
केस को स्पीडी ट्रायल के लिए लिखेंगे : एसपी
एसपी ने बताया कि घटना के दिन गांव में मेला लगा हुआ था. जिस कारण किसी को कुछ पता नहीं चल सका. आरोपी ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि वह अकेले ही घटना को अंजाम दिया है. एसपी ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से मृतका का बैग व पहना हुआ कपड़ा, मृतका का कटा हुआ हाथ, हत्या में प्रयुक्त टांगी व अभियुक्त द्वारा घटना के समय पहना हुआ कपड़ा भी बरामद किया है. एसपी ने बताया कि मृतका को न्याय दिलाने के लिए केस को स्पीडी ट्रायल के लिए लिखेंगे. इस कांड का उद्भेदन में डॉग स्काउट व एफएसएल रांची की सराहनीय भूमिका रही है. छापेमारी में एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, एसआइ सुदामा राम, एसआइ संचित कुमार, एसआइ विवेक चौधरी, एसआइ मो मोज्जमिल, एसआइ निरंजन कुमार सिंह, एसआइ खुशबू वर्मा, एसआइ दिलीप टुडू, एएसआइ इमानुएल कोंगाड़ी सहित तकनीकी शाखा के पदाधिकारी, कर्मी व पुलिस जवान शामिल है
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