Cyber Crime in Jharkhand: गुमला में साइबर क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन कोई न कोई साइबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं. साइबर क्रिमिनल आये दिन किसी ने किसी भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में फंसाकर ठगी करने का काम कर रहे हैं. साइबर क्रिमिनल लोगों से बैंक संबंधित जानकारी लेकर उनके बैंक खाता से पैसा उड़ा ले रहे हैं. बाद में जब ठगी होने वाले को पता चलता है कि उसके बैंक खाता से पैसा का ठगी हो गया, तो उनके हाथ सिवाय मायूसी के कुछ नहीं लगता. हालांकि, ठगी का शिकार होने वाले लोग थाना में अपनी शिकायत भी दर्ज कराते हैं. परंतु शिकायत दर्ज करने के बाद यदि पुलिस पकड़े भी तो किसे?
अब साइबर क्रिमिनल गुमला जिले के गांवों में रहने वाले भोले-भाले किसानों को अपना निशाना बना रहे हैं. ये वैसे किसान हैं, जिन्होंने अपने धान को लैंपस में बिक्री किया है और बिक्री किये गये धान का पैसा आने का इंतजार कर रहे हैं. साइबर क्रिमिनल लैंपस में धान बिक्री करने वाले किसानों के मोबाइल पर फोन कर लैंपस में बिक्री किये गये धान के सब्सिडी का पैसा देने की बात कहकर किसान का बैंक संबंधी डिटेल मांग रहे हैं.
यहां तक साइबर क्रिमिनलों की नजर जिला आपूर्ति कार्यालय के कर्मियों पर भी है. जिला आपूर्ति कार्यालय, गुमला में कार्यरत एक-दो कर्मियों से भी उनके मोबाइल पर बात कर ठगी करने का प्रयास किया गया है. लेकिन, साइबर क्रिमिनल सफल नहीं हो पाये. इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीएसओ) गुलाम समदानी ने बताया कि साइबर क्रिमिनल द्वारा लैंपसों में धान बिक्री करने वाले किसानों को सब्सिडी का पैसा देने का झांसा देकर ठगी करने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक किसान द्वारा इस संबंध में आपूर्ति कार्यालय में शिकायत किया गया है. साइबर क्रिमिनल द्वारा आपूर्ति कार्यालय के कर्मियों को भी ठगी करने का प्रयास किया गया है.
Also Read: नाबालिग से दुष्कर्म मामले में दो समुदाय के बीच बढ़ा विवाद, गुमला के लरंगों में पुलिस ने मामला कराया शांत
जिला आपूर्ति पदाधिकारी (डीएसओ) गुलाम समदानी ने कहा कि जिन किसानों ने लैंपस में धान बिक्री किया है. वैसे किसानों का पैसा उनके ही बैंक खाता में अपने आप पहुंच जायेगा. इसके लिए कोई फोन कर पैसा देने की बात नहीं कहेगा. यदि कोई ऐसा कहता है तो वह ठगने का प्रयास कर रहा है. ऐसे लोगों से किसान सावधान रहे.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला.