ओटीपी नहीं देने पर साइबर क्रिमिनल ने धमकाया, पीड़िता की ट्वीट पर डीजीपी ने दिया कार्रवाई का निर्देश
Jharkhand news, Gumla news : साइबर क्रिमिनल लोगों को ठगने के लिए हर दिन नये-नये तरीके इजाद कर रहे हैं. अब तो ओटीपी नंबर नहीं देने पर खुलेआम धमकी देने लगे हैं. ऐसा ही एक वाकया गुमला जिला अंतर्गत शांति नगर स्थित पालकोट रोड का है, जहां ओटीपी नंबर नहीं देने पर एक मोबाइलधारक महिला को धमकी दिया गया. धमकी से डरी-सहमी महिला ने ट्वीट कर आपबीती सुनायी. पीड़िता के ट्वीट पर डीजीपी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए गुमला एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
Jharkhand news, Gumla news : गुमला (दुर्जय पासवान) : साइबर क्रिमिनल लोगों को ठगने के लिए हर दिन नये-नये तरीके इजाद कर रहे हैं. अब तो ओटीपी नंबर नहीं देने पर खुलेआम धमकी देने लगे हैं. ऐसा ही एक वाकया गुमला जिला अंतर्गत शांति नगर स्थित पालकोट रोड का है, जहां ओटीपी नंबर नहीं देने पर एक मोबाइलधारक महिला को धमकी दिया गया. धमकी से डरी-सहमी महिला ने ट्वीट कर आपबीती सुनायी. पीड़िता के ट्वीट पर डीजीपी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए गुमला एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
जानकारी के अनुसार, गुमला शहर के शांति नगर पालकोट रोड निवासी दीपशिखा कुमारी ने गुमला थाना में साइबर अपराधी के खिलाफ ओटीपी मांगने व धमकी देने का आवेदन सौंपी है. आवेदन में कहा है कि मेरे मोबाइल नंबर पर 9334079506 से 10 सितंबर, 2020 की सुबह कॉल आया. साइबर अपराधी ने फोन कर कहा कि ओटीपी नंबर जो मोबाइल पर गया है, उसे दीजिए. इस पर दीपशिक्षा ने ओटीपी देने से मना किया, तो साइबर अपराधी धमकी देने लगा और कहने लगा कि ओटीपी लेने का और भी रास्ता है.
लगभग डेढ घंटे बाद दीपशिखा के मोबाइल पर ट्रू-कॉलर से एक मैसेज आया. इसके बाद दीपशिखा ने गुमला थाना में फोन कर सारी बातों की जानकारी दी. दीपशिक्षा ने आवेदन में कहा है कह मुझे कोई बड़ी गड़बड़ी की आशंका लग रही है. उन्होंने उक्त नंबर के व्यक्ति से सुरक्षा प्रदान किया जाने की मांग की है.
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पीड़िता दीपशिखा ने ट्विटर पर आपबीती सुनायी थी. इस पर डीजीपी ने संज्ञान लेते हुए गुमला एसपी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. एसपी एचपी जनार्दनन ने कहा है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की जा रही है. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इधर, बार-बार साइबर विशेषज्ञ लोगों को सचेत भी करते हैं कि कभी भी अपने नेट बैंकिंग पासवर्ड, एटीएम या फोन बैंकिंग पिन, सीवीवी नंबर, समाप्ति तिथि, ओटीपी नंबर के बारे में किसी को न बताएं और अज्ञात मेल या विवरण पूछने वाले कॉल का जवाब नहीं दें. इन्हें साझा करने से अनधिकृत लेनदेन हो सकता है.
वहीं, दूसरी ओर साइबर क्रिमिनल के खुलेआम धमकी दिये जाने से पीड़िता दीपशिखा काफी डरी और सहमी हुई है. उन्होंने आशंका जतायी कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाये या आर्थिक रूप से परेशान न हो जाये. मालूम हो कि साइबर क्रिमिनलों पर कसते नकेल के बावजूद हर दिन नये-नये तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, लोगों के जागरूक होने के कारण कई बार इन साइबर क्रिमिनल को मुंह की खानी भी पड़ रही है, लेकिन इस अपराध पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है.
Posted By : Samir Ranjan.