Cyclone Yaas Update News : लगातार बारिश से गुमला जिले में भारी नुकसान, दर्जनों घर ध्वस्त, चैनपुर में डायवर्सन बहा, राहत कार्य में जुटी NDRF की टीम
Cyclone Yaas Update News (गुमला) : चक्रवाती तूफान यास से गुरुवार को गुमला जिले में भारी नुकसान हुआ है. एक दर्जन से अधिक कच्ची मिट्टी के घर ध्वस्त हो गये. प्रशासन ने कई लोगों को स्कूल भवन में आश्रय दिलाया है. खाने-पीने की भी व्यवस्था की है. वहीं, चैनपुर के कुरूमगढ़ में सड़क निर्माण के लिए बनाये गये डायवर्सन तेज बारिश में बह गया. डायवर्सन के बह जाने से एक गाड़ी फंस गयी थी. जिसे बड़ी मुश्किल से निकाला गया.
Cyclone Yaas Update News (दुर्जय पासवान, गुमला) : चक्रवाती तूफान यास से गुरुवार को गुमला जिले में भारी नुकसान हुआ है. एक दर्जन से अधिक कच्ची मिट्टी के घर ध्वस्त हो गये. प्रशासन ने कई लोगों को स्कूल भवन में आश्रय दिलाया है. खाने-पीने की भी व्यवस्था की है. वहीं, चैनपुर के कुरूमगढ़ में सड़क निर्माण के लिए बनाये गये डायवर्सन तेज बारिश में बह गया. डायवर्सन के बह जाने से एक गाड़ी फंस गयी थी. जिसे बड़ी मुश्किल से निकाला गया.
पालकोट, जारी, डुमरी, चैनपुर व रायडीह में दो दिनों से बिजली नहीं है. 50 से अधिक पेड़ टूट कर गिरे हैं. कुछ स्थानों पर सड़क जाम हुआ था, लेकिन ग्रामीणों ने पेड़ को काटकर रास्ता को आवागमन के लिए खाली किया है. गुमला पहुंची NDRF की टीम राहत कार्य में लगी है.
NDRF की टीम पेड़ को रास्ते से हटाया. कई जगह बिजली के तार व पोल टूट गया. जिसे टीम ने दुरुस्त किया. जिससे बिजली आपूर्ति शहर में बहाल हो पायी है. बारिश का पानी खेत में जमा होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. कई किसानों को लाखों रुपये की क्षति हुई है. बसिया के किसान मंगरा उरांव को पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है. इधर, प्रखंड प्रशासन गांवों में घूमकर गरीबों के बीच राशन का वितरण कर रही है. जिससे घर से नहीं निकलने वाले परिवारों को राशन मिल सके.
Also Read: Jharkhand Weather, Yaas Cyclone LIVE Update : चक्रवाती तूफान यास की बारिश का असर, नदियों का जलस्तर बढ़ा, रांची जिले में पुल क्षतिग्रस्त तूफान यास से बचने के लिए बरतें सावधानी : डीसीडीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने चक्रवाती तूफान यास को ध्यान में रखते हुए गुमला जिलेवासियों से सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की अपील की. उन्होंने समस्त गुमला जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि आंधी-बारिश के दौरान अपने घरों में रहे. दीवार और पेड़ के नीचे नहीं खड़े हों. जिनका कच्चा मकान है. वे नजदीक के किसी सरकारी भवन, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, सामुदायिक भवन, पंचायत भवन में शिफ्ट हो जाएं. इस दौरान वज्रपात की संभावनाओं को देखते हुए जंगल, खेत, तालाब, नदी में नहीं जाने की अपील भी की है.
इस तरह से रह सकते हैं सावधानयदि आप घरों के अंदर हैं
बिजली का मेन स्विच व गैस सप्लाई तुरंत बंद कर दें. दरवाजे व खिड़कियां बंद रखें. यदि आपका घर असुरक्षित है, तो चक्रवात आने से पहले किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. रेडियो व ट्रांजिस्टर सुनें. उबला हुआ या क्लोरीनयुक्त पानी ही पीयें. सिर्फ आधिकारिक चेतावनी पर ही विश्वास करें.
क्षतिग्रस्त इमारत में ना जाएं. टूटे हुए बिजली के पोल, तारों व दूसरी नुकीली चीजों से बचे. जल्द से जल्द किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचे. किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटने पर उसकी सूचना जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को दें. ताकि यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाया जा सके.
पालकोट प्रखंड में यास तूफान को लेकर गुरुवार को सभी हाट बाजार व दुकान बंद रहा. यास तूफान को लेकर प्रखंड प्रशासन ने दो दिनों के लिए गाइडलाइन जारी कर सभी हाट बाजार पर प्रतिबंध लगाया है. जिसकी जानकारी देते हुए पालकोट थाना प्रभारी सिद्धेश्वर सिंह ने बताया कि अगले दो दिनों तक हाट बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे. साथ ही प्रखंड की जनता घर से बाहर नहीं निकलें. किसी भी तरह की आपदा होने पर स्थानीय प्रशासन को सूचित करने की अपील की.
जारी : दो दिनों से बिजली आपूर्ति ठपजारी प्रखंड मे दो दिनों से यास चक्रवात तूफान का असर देखने को मिला रहा. रात से बारिश शुरू होने से लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. हालांकि तूफान से किसी तरह के जान माल का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. बारिश लगातार होने से पशुओं को लोग चराने के लिए घर से बाहर नहीं निकाल पा रहे हैं. दो दिनों से बिजली आपूर्ति बंद है.
बसिया : भारी बारिश, घरों में दुबके लोगबसिया प्रखंड में झमाझम बारिश हो रही है. लोग घरों में दुबके हुए हैं. बारिश के बावजूद हेल्थ सर्वे में जुटी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहियाओं ने अपनी जिम्मेदारी एवं कार्य के प्रति निष्ठा दिखाते हुए 15 पंचायत के 88 राजस्व ग्राम में 1791 घरों का सर्वे किया. जिसमें 9229 लोगों से तबीयत को लेकर पूछताछ की गयी. बीडीओ रविंद्र गुप्ता ने कहा की इन सभी दीदीयों के जज्बे को सलाम है. जिन्होंने इतनी बारिश के बावजूद भी क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा एवं कार्य के प्रति निष्ठा दिखाते हुए कार्य में लगे हैं.
Also Read: Cyclone Yaas Update News : सारंडा और लौहांचल क्षेत्र में तेज बारिश से कच्चे मकान गिरे, बिजली रही गुल चैनपुर : सफी नदी का डायवर्सन बहा, गाड़ी फंसीचैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ थाना के समीप सफी नदी में पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है. लोगों के आवागमन के लिए डायवर्सन का निर्माण किया गया था. परंतु चक्रवर्ती तूफान यास के कारण नदी में उफान से डायवर्सन बह गया. जिससे चैनपुर व कुरुमगढ़ का आवागमन बंद हो गया. ग्रामीण अपनी जान हथेली पर लेकर अपने आवश्यक काम से प्रखंड मुख्यालय आने को विवश होकर नदी पार कर रहें है. जिससे कभी भी कुछ अप्रिय घटना होने की संभावना बनी हुई है.
इस बढ़ती कोरोना महामारी व चक्रवाती तूफान से किसी तरह की स्वास्थ्य सुविधा की आवश्यकता पड़ी तो लोगों को उरू बारडीह के रास्ते से होकर सफर करना पड़ेगा. वहीं डायवर्सन बहने से एक गाड़ी फंस गयी थी. जिसे बड़ी मुश्किल से निकाला गया. बीडीओ डॉ शिशिर कुमार सिंह ने कहा कि साइक्लोन के कारण अत्याधिक बारिश होने पर डायवर्सन बह गया है. इसे जल्द ही संबंधित विभाग एवं संवेदक को सूचना कर दुरूस्त कराया जायेगा. ताकि आवगमन सुचारू हो सके.
भरनो : चार घर ध्वस्त हुआ, प्रशासन ने की मददभरनो के करंज पंचायत के जोरया गांव में यास चक्रवात के कारण सिवान देवी, विश्वनाथ उरांव, कर्मपाल भगत एवं मती देवी का मिट्टी का मकान गुरुवार को क्षतिग्रस्त हो गया. सूचना मिलने पर सीओ संजीव कुमार के निर्देश पर राशन डीलर व मुखिया इन्द्रो देवी प्रभावित परिवारों को 20-20 केजी चावल प्रदान किया. सहायक गोदाम प्रबंधक दुर्गेश केशरी, बजरंग केशरी एवं पीडीएस संघ के जिलाध्यक्ष अरखितानंद देवधारिया जोरया गांव पहुंचे. जहां चारों प्रभावित परिवार को आपदा राहत सामग्री प्रदान किया. इस गांव की मती देवी का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. घर में महिला और उसकी बेटी रहती है. स्थिति को देखते हुए पंचायत की मुखिया इन्द्रो देवी ने मां-बेटी को अपने घर में आश्रय दिया है. मुखिया ने आश्वस्त किया है कि जबतक इस महिला की घर की मरम्मत नहीं हो जाती है. तबतक मैं उन्हें अपने घर में रखूंगी. उन्हें खाने पीने की कमी होने नहीं दूंगी.
Posted By : Samir Ranjan.