एनएच- 43 चौड़ीकरण में अपनी जमीन नहीं देने का लिया निर्णय
आदिवासी संघर्ष मोर्चा की बैठक
गुमला. इंडोर स्टेडियम गुमला में रविवार को आदिवासी संघर्ष मोर्चा की बैठक बिंझू उरांव की अध्यक्षता में हुई. बैठक में भारत माला परियोजना से प्रभावित किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गयी. संयोजक जगरनाथ उरांव ने कहा भारत माला प्रोजेक्ट जो एनएच 43 को चौड़ीकरण होना था, जिसका नोटिफिकेशन भी हो गया है. लेकिन उक्त स्थल पर कार्य करने वाली कंपनी द्वारा ग्रामीणों को बरगला कर दूसरी दिशा में रोड बनाना चाहती है, जिसमें 32 किमी अतिरिक्त दूरी है, जबकि पहले निकाले गये नोटिफिकेशन में एनएच 43 के उल्लेख में 15 से 16 किमी चैरंबा गांव से होते हुए कटकाया शंख नदी तक सड़क चौड़ीकरण होना है. इस स्थिति में फिर क्यों 32 किमी दूरी वाला मार्ग को चुना जा रहा है. इस योजना को हम लोग नहीं मानेंगे. बैठक में ग्रामीणों ने एनएच चौड़ीकरण के लिए अपनी जमीन नहीं देने का निर्णय लिया. मौके पर रामसिंह मांझी, गजेंद्र सिंह, लोथे उरांव, दीपू उरांव, पीयूष बड़ा, फौदा उरांव, बिरसमुनी उरांव, मरियम, फुलमणी उरांव, राजेश उरांव, बिजली उरांव, गोपाल उरांव, पौलुस कवर, सुधीर एक्का, कैला उरांव, रामा उरांव, बिरसाई टोप्पो, गौरी शंकर भगत, सहदेव उरांव, सुशांति असूर, मरियाना मिंज, साहिल मिंज, प्रबोध कुजूर, नवल उरांव, दीपू एक्का, ज्वलित मिंज, आयरन मिंज मौजूद थे.
शहीद के गांव को प्रशासन पुन: गोद लें : विधायक
गुमला. शहीद तेलंगा खड़िया के 20 वंशज घाघरा गांव से पलायन कर गये. यह समाचार प्रभात खबर में रविवार को छपी है. खबर छपने के बाद डुमरी विधानसभा के विधायक जयराम महतो ने मामले को गंभीरता से लिया है. विधायक ने खबर की कटिंग को डीसी गुमला को ट्वीट कर शहीद के गांव की समस्याओं को दूर करने की पहल करने की मांग की है. विधायक श्री महतो ने कहा है कि गुमला उपायुक्त उक्त मामले को संज्ञान में लेकर शहीद के गांव को पुन: गोद लें. इस गांव की जो भी समस्याएं हैं. उसका समाधान करें. शहीदों के वंशजों को जो भी वादा प्रशासन द्वारा किया गया है. उन वादों को प्रशासन पूरा करें. इस विषय पर प्रशासन निखर होकर कार्य करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है