Happy Dhanteras 2022: गुमला के बाजारों में बरसा धन, करीब 20 करोड़ का कारोबार, जाम से परेशान रहे लोग
चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिनेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस में सिर्फ गुमला शहर में करीब 12 से 13 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ है. जिले के अन्य प्रखंडों में करीब छह से सात करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ है. इस बार सबसे अधिक घर में उपयोग की जाने वाली सामग्री की खरीद हुई है.
Happy Dhanteras 2022: झारखंड के गुमला जिले के 12 प्रखंडों के बाजारों में धनतेरस के अवसर पर खूब धन बरसा. जिले में 20 करोड़ रुपये से अधिक के व्यवसाय का अनुमान लगाया जा रहा है. सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक गुमला शहर की दुकानें खरीदारों से पटी रहीं. लोग मनपसंद सामान खरीदते दिखे. चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दिनेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस में सिर्फ गुमला शहर में करीब 12 से 13 करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ है. जिले के अन्य प्रखंडों में करीब छह से सात करोड़ रुपये का व्यवसाय हुआ है. इस बार सबसे अधिक घर में उपयोग की जाने वाली सामग्री की खरीद हुई है. लोगों ने मोटर साइकिल की भी खरीदारी की है.
धनतेरस पर कड़ी सुरक्षा
बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बाइक व मोबाइल की मांग अधिक देखी गयी. गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में करीब पांच सौ मोटर साइकिल विभिन्न कंपनियों की बिकी है. आभूषण की भी खूब बिक्री हुई है. मां लक्ष्मी के चांदी के सिक्के की डिमांड सबसे अधिक रही. कनक ज्वेलर्स व आंजन ज्वेलर्स की दुकानों में खरीदारों की भीड़ देखी गयी. इधर, शाम पांच बजे के बाद धनतेरस बाजार को लेकर गुमला शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी.
सुबह से शाम तक रहा जाम
गुमला शहर में धनतेरस के बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ने से सुबह 11 बजे से मुख्य सड़कें जाम रहीं. कुछ पल के लिए जाम खुलता था, परंतु फिर कोई गाड़ी शहर में घुसने के बाद जाम लग जाता था. जाम से लोग दिनभर परेशान रहे. स्थिति यह थी कि लोगों को सड़क पर रुक-रुककर चलना पड़ा. हालांकि पुलिस ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगी रही. पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. बसों के शहर में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया था. ऑटो को शहर से दूर खड़ी कर यात्रियों को बैठाया जा रहा था.
धनतेरस में प्रखंडवार बरसे धन
प्रखंड राशि
गुमला 15 करोड़
सिसई एक करोड़
बसिया 70 लाख
भरनो 60 लाख
पालकोट 50 लाख
कामडारा 15 लाख
बिशुनपुर 20 लाख
घाघरा 80 लाख
चैनपुर 60 लाख
डुमरी 30 लाख
रायडीह 10 लाख
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला