Diwali 2022: गुमला में दिवाली मेला का उद्घाटन, डीसी बोले-खरीदारी कर महिला समूह की दीदियों का बढ़ाएं हौसला
गुमला में दिवाली मेले का औपचारिक शुभारंभ सोमवार को उपायुक्त सुशांत गौरव द्वारा किया गया. इस दौरान कई स्वयं सहायता समूह ने रंगोली बनायी. उपायुक्त ने आम लोगों से अपील की है कि मेले में आकर खरीदारी करें और महिला समूह की दीदियों का हौसला बढ़ाएं.
Diwali 2022: गुमला नगर परिषद द्वारा निर्मित वेंडिंग जोन में स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा बनाये गये उत्पादों को इस दिवाली के अवसर पर बाजार उपलब्ध कराने को लेकर दिवाली मेला की शुरुआत की गयी है. इस दिवाली मेले का औपचारिक शुभारंभ सोमवार को उपायुक्त सुशांत गौरव द्वारा किया गया. इस दौरान कई स्वयं सहायता समूह ने रंगोली बनायी. उपायुक्त ने आम लोगों से अपील की है कि मेले में आकर खरीदारी करें और महिला समूह की दीदियों का हौसला बढ़ाएं.
बाजार व रणनीति से बदल जायेगी तस्वीर
उपायुक्त ने नगर परिषद की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अगर थोड़ा और बेहतर मार्केटिंग रणनीति सिखा दी जाये तो ये लोग न केवल स्वयं के परिवार के लिए, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं. इस दौरान उन्होंने शहर के नागरिकों से भी अपील की कि वे इन स्वयं सहायता समूहों की बहनों का उत्साहवर्धन करने के लिए इस दिवाली मेला में आकर यथासंभव कुछ न कुछ सामान जरूर खरीदें. इस दौरान उपायुक्त ने सभी स्टॉलों में भ्रमण कर आयोजक दीदियों से जानकारी भी ली और उनका मार्गदर्शन किया.
और बेहतर प्लेटफॉर्म देने की होगी कोशिश
कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि शहरी आजीविका मिशन के तहत शहर के अंतर्गत जितने महिला स्वयं सहायता समूह हैं, उनको बेहतर प्लेटफॉर्म देने के लिए नवाचारी तरीके अपनाये जायेंगे. पहले दिन 19 एसएचजी समूहों ने अपने अपने स्टॉल लगाये हैं.
महिला समूह की दीदियों के सजे स्टॉल
इन स्टॉलों में दिवाली पूजा से संबंधित सामग्री जैसे रुई-बत्ती, मिट्टी के दीये, करंज का तेल, झाड़ू, सजावट के सामान, मिट्टी के खिलौने, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, मोर पंख, लाई, मुढ़ी, बताशा, श्रृंगार के सामान के अलावा हस्तनिर्मित कपड़े आदि मौजूद हैं. उद्घाटन के अवसर पर वार्ड 20 की पार्षद ललिता गुप्ता, नगर मिशन प्रबंधक राहिल डुंगडुंग, सीओ विमला देवी सहित बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की दीदियां मौजूद थीं.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला