गुमला : गुमला सदर अस्पताल के डीएस डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने अस्पताल में कार्यरत कर्मियों की उपस्थिति की जांच की. जांच में 10 कर्मी गायब मिले. डीएस ने सभी की हाजिरी काट दी. साथ ही अगले आदेश तक वेतन पर रोक लगा दी है. हाजिरी काटते हुए सभी कर्मियों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.
डीएस ने अस्पताल के कुछ विभागों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में टीकाकरण केंद्र में बेसिन लिकेज होने की शिकायत मिली. डीएस के निरीक्षण के क्रम में टीकाकरण केंद्र के प्राणवती देवी द्वारा बेसिन लिकेज की शिकायत मिलने पर डीएस ने कहा कि जब मैं आऊंगा, तो आप बताओगी कि बेसिन लिकेज है.
आप टीकाकरण केंद्र की इंचार्ज हो, तो आपने पत्र बनाकर अस्पताल प्रबंधन को अवगत कराये. डीएस ने कहा कि यह लापरवाही है. ऐसी गलती दोबारा न हो. नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद टीकाकरण केंद्र में प्रशिक्षु जीएनएम से पीसीभी वैक्सीन का फूलफोर्म पूछा. कोई भी जीएनएम इसका जवाब नहीं दे पायी. उन्होंने टीकाकरण केंद्र की इंचार्ज प्राणवती देवी को प्रशिक्षु जीएनएम को पढ़ाने के लिए कहा. वहीं टीकाकरण केंद्र के फ्रीज सहित अन्य व्यवस्था को देख कर असंतोष प्रकट किया.
डीएस ने दंत विभाग का निरीक्षण किया. जहां कर्मी प्रियंका कुमारी सिर्फ उपस्थित थी. निरीक्षण के समय 10.45 बजा था. डीएस ने चिकित्सक के संबंध में पूछा, तो बताया गया कि डॉक्टर नहीं आये हैं. डीएस ने कहा कि ऐसी कार्यप्रणाली नहीं चलेगी. इसके बाद दवा वितरण केंद्र का निरीक्षण किया. जहां सभी दवा उपलब्ध पायी. लेकिन व्यवस्था में कुछ कमियां पाने पर उसे सुधार करने का निर्देश दिया. दवा वितरण केंद्र के बाद डीएस पुरुष वार्ड पहुंचे. जहां उन्होंने ऑक्सीजन पाइप लाइन व्यवस्था की जांच की.
नर्सों ने बताया कि ऑक्सीजन पाइप लाइन व्यवस्था ठीक है. पुरुष वार्ड का संसाधन भी ठीक है. लेकिन पुरुष वार्ड के शौचालय में लगा बेसिन की पाइप लाइन नहीं होने से शौचालय की स्थिति ठीक नहीं है. इसे अविलंब दुरुस्त कराने की मांग की. जिस पर डीएस ने प्रधान लिपिक सुकरा उरांव को इसे ठीक कराने का निर्देश दिया.