Jharkhand news, Gumla news : गुमला : गुमला जिला अंतर्गत घाघरा प्रखंड क्षेत्र के आदर पौड़ी सरना के पास डायवर्सन धंस जाने से 1 घंटा से अधिक सड़क जाम रहा. पथ निर्माण विभाग एवं ठेकेदार की मनमानी और लापरवाही के कारण जिंदगी और मौत से लड़ रहे मरीज को ले जा रहे एंबुलेंस सहित सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे.
घाघरा से नेतरहाट तक स्टेट हाईवे अथॉरिटी विभाग द्वारा बनाये जा रहे 114 करोड़ की लागत से सड़क को सतीश प्रसाद कंट्रक्शन द्वारा बनाया जा रहा है. पिछले 2 वर्षों से आज तक ना तो पुल बना और ना ही डायवर्सन मरम्मत हुआ. नतीजा यह हुआ कि पिछले दो बारिशों में करीब 50 बार से अधिक सड़क जाम हुई. सड़क जाम दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे में भी लगी. घोर जंगल में यह डायवर्सन स्थित है.
Also Read: बाजार में बेहद कीमती है झारखंड के इन जिलों में पैदा होने वाली लेमन ग्रासदिन में तो किसी तरह यात्री अपने आप को सुरक्षित कुछ घंटा इंतजार कर निकाल लेते हैं, लेकिन रात के अंधेरे में जान जोखिम में डाल कर सड़क में ही रात बिताना राहगीरों को पड़ता है. इसकी शिकायत कई बार विभाग के अधिकारियों से लेकर जिला के वरीय अधिकारी ठेकेदार से लेकर यहां के जनप्रतिनिधियों से किया गया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं किया गया और ना ही डायवर्सन की मरम्मत की गयी.
डायवर्सन क्षतिग्रस्त होने के कारण पूरी तरह से आवागमन बाधित हो जाता है. यहां तक की बॉक्साइट का परिवहन पूरी तरह ठप हो जाने और व्यापारियों का कारोबार रुक जाने से हर दिन लाखों रुपये का नुकसान होता है. अब ग्रामीण ठेकेदार और विभाग के ऊपर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
एंबुलेंस में जिंदगी और मौत से लड़ रहे बिशुनपुर कोनार टोली के एक नाबालिग को बिशुनपुर से गुमला सदर अस्पताल बेहतर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था. बच्चे की नाक में ऑक्सीजन लगी थी. परिवार के लोग जल्द बड़ा अस्पताल पहुंचने की उम्मीद लेकर बिशनपुर से निकल गये, लेकिन जैसे ही डायवर्सन के पास पहुंचे, तो क्षतिग्रस्त डायवर्सन के कारण सैकड़ों गाड़ी की कतार में एंबुलेंस भी फंस गयी. एंबुलेंस में जिंदगी और मौत से बच्चे को जूझते देखकर जाम में फंसे अन्य वाहनों के चालक एवं उप चालकों ने श्रमदान कर डायवर्सन को बनाकर किसी तरह एंबुलेंस को जान जोखिम में डाल कर पार कराया.
पहाड़ों की रानी नेतरहाट से जोड़ने वाली सड़क की इस दुर्दशा से अब पर्यटक भी इस इलाके में आने से कतराते हैं. बता दें कि नेतरहाट का एक बेहतर मनोरम दृश्य को देखने के लिए झारखंड के अलावे कई अन्य प्रदेशों से पर्यटक इस इलाके में आते हैं. खास बात यह है कि कई बार झारखंड सरकार की कैबिनेट की बैठक भी नेतरहाट में हो चुकी है. बावजूद इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने से अब लोग इस इलाके में आने से कतरा रहे हैं.
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी विष्णु देव कच्छप से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लगातार जाम लगती है. कई बार ठेकेदार को और विभाग को इसकी सूचना दी गयी और डायवर्सन को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही बार-बार उजागर हो रही है. इसको लेकर वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.