विवाद की वजह से गुमला के पालकोट में कार्डधारियों को दो माह से नहीं मिला राशन, जानें पूरा मामला
बागेसेरा गांव की बजरंग महिला मंडल जनवितरण प्रणाली दुकानदार की महिलाओं के आपस में हुए विवाद के कारण जनवितरण दुकान के 300 कार्डधारियों को दो महीने का राशन नहीं मिलने से उनके समक्ष संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
पालकोट प्रखंड स्थित बागेसेरा गांव की बजरंग महिला मंडल जनवितरण प्रणाली दुकानदार की महिलाओं के आपस में हुए विवाद के कारण जनवितरण दुकान के 300 कार्डधारियों को दो महीने का राशन नहीं मिलने से उनके समक्ष संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. लाभुकों ने बताया कि बजरंग महिला मंडल में बीस दीदीयों का समूह है.
जिसमें एक भाग नंदिया देवी के समूह में है और दूसरा आरती देवी के समूह में है. दोनों महिलाओं में आपस में तालमेल नहीं होने के कारण दो महीने से राशन देना बंद कर दिया है. दोनों महिला गुटों द्वारा जन वितरण दुकान में अपना-अपना ताला लगा दिया गया है. इधर बागेसेरा पंचायत की मुखिया संगीता देवी को घटना मालूम होने पर गांव पहुंच कर बजरंग महिला मंडल की दीदीयों को जम कर फटकार लगायी.
उन्होंने कहा कि आप लोगों के बीच हुए विवाद में आम नागरिकों को परेशान न करें. अन्यथा आप लोगों का लाइसेंस को मैं रद्द करवा दूंगी. इस संबंध में एमओ औवेश मुर्मू ने बताया कि मामले की जांच कर दोषी पाये जाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
ग्रामीण विशाल सिंह, राज सिंह, निखिल सिंह, रविंद्र बड़ाइक, मोती बड़ाइक ने कहा कि आरती देवी का पति कृष्णा बड़ाइक का भी गांव में जन वितरण दुकान है. दोनों पति-पत्नी एक साथ एक ही दुकान में राशन देना चाहते हैं. इसलिए इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं. इसके अलावा आरती देवी अपने बजरंग महिला मंडल के जितने भी लाभुक हैं, जिसका राशन कार्ड नहीं है. उनका कार्ड बनाने के नाम पर पांच-पांच सौ रुपये ली.