गुमला कामडारा की चार बेटियों की पढ़ाई गरीबी के कारण बंद, अब लगा रही मदद की गुहार
गुमला की जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने कहा कि गरीब व अनाथ बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिया जा रहा है. अभी गुमला जिले के 21 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत हर महीने दो-दो हजार रुपये दिया जा रहा है.
गुमला : गुमला जिले के कामडारा प्रखंड की चार आदिवासी बेटियों ने गरीबी के कारण पढ़ाई छोड़ दी. वजह, स्कूल में नामांकन के लिए इनके पास पैसा नहीं है. परिवार भी गरीब है. मजदूरी करते हैं. पैसा कमाते हैं, तो घर का चूल्हा जलता है. इसलिए पेट पाले या बेटियों को पढ़ाये. यह समस्या परिवार के समक्ष है. इन चारों बेटियों ने सरकार व प्रशासन से मदद मांगी है. जिससे ये पढ़ाई कर सकें. इन चार लड़कियों में से तीन लड़कियों के पिता नहीं हैं. जबकि एक लड़की के पिता नि:शक्त है. एक लड़की अनाथ भी है.
गरीब बच्चे आवेदन दें, स्पॉन्सरशिप का मिलेगा लाभ : डीएसडब्ल्यूओ
गुमला की जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने कहा कि गरीब व अनाथ बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ दिया जा रहा है. अभी गुमला जिले के 21 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत हर महीने दो-दो हजार रुपये दिया जा रहा है. ताकि उक्त राशि से बच्चे पढ़ाई जारी कर सके. उन्होंने कहा कि अगर कोई बच्चा अनाथ हो गया है. या पढ़ाई में दिक्कत व कोई संकट है. वे सीडब्ल्यूसी, बीडीओ, बाल संरक्षण पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग कहीं भी संपर्क कर आवेदन दें, तो हम उन बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर लाभ देंगे.