तेलंगाना में फंसे हैं गुमला व लोहरदगा के आठ मजदूर

मजदूरी नहीं मिलने से हो रही समस्या, मजदूरों ने वीडियो भेज मदद की लगायी गुहार

By Prabhat Khabar News Desk | April 4, 2024 8:33 PM
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मजदूरी नहीं मिलने से हो रही समस्या, मजदूरों ने वीडियो भेज मदद की लगायी गुहार गुमला. प्रदेश के अलग अलग जिलों के आठ मजदूर तेलंगाना जिले में मजदूरी कर रहे हैं, जो अब घर आना चाहते हैं. लेकिन ठेकेदार द्वारा मजदूरी भुगतान नहीं करने से सभी मजदूर तेलंगाना में फंसे हैं. पैसे के अभाव में मजदूरों के समक्ष खाने-पीने की भी समस्या हो गयी है. मजदूरों ने अपनी इस समस्या से मजदूर संघ सीएफटीयूआइ प्रदेश सचिव जुम्मन खान को फोन कर अवगत कराया है. इस संबंध में मजदूरों ने वीडियो भी बना कर भेजा है. इसमें गुमला थाना क्षेत्र के फोरी, अटरिया गांव के मजदूर हैं. सबसे अधिक फोरी पंचायत के मजदूर हैं. इसके अलावा लोहरदगा व रांची जिले के भी एक-एक मजदूर हैं. मजदूरों ने बताया कि 40-40 दिन काम किये हैं. प्रतिदिन 630 रुपये देने की बात कही गयी थी. मजदूर अब जब अपने घर जाने की बात कह रहे हैं, तो हमें हमारा किये काम की मजदूरी नहीं देने की बात कही जा रही है और खाने पीने के लिए भी खुराकी भी सही से नहीं मिल रही है. सभी मजदूर सीएफटीयूआइ से संपर्क बनाये हुए हैं. फोरी निवासी संतोष उरांव की 22 हजार मजूदरी, राजेश उरांव की 21 हजार, 90 रुपये, अजय उरांव की 17 हजार, 205 रुपये, संतोष महली की 22 हजार, प्रवीण उरांव की 21 हजार 990 रुपये, विष्णु उरांव का 37 हजार 50 रुपया हैं. उपरोक्त मजदूर फोरी व अटरिया के रहने वाले हैं. इसके अलावा लोहरदगा जिले के भास्को पोखराटोली निवासी सुखू उरांव 19 हजार व रांची जिले के बखारा मांडरो प्रखंड मांडर के विकास उरांव का 19 हजार, 100 रुपये हैं. जुम्मन खान ने कहा कि ठेकेदार ले जाने वाले का फोन नंबर भी मांगा गया है. पर फोन नहीं लगने के कारण ठेकेदार से बातचीत नहीं हो रही हैं. संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. जैसे बात होगी, सभी आठों मजदूरों की मजदूरी भुगतान दिलाने व घर वापस लाने की पहल की जायेगी. इधर, पूरे घटनाक्रम की जानकारी मजदूर संघ ने गुमला श्रम अधीक्षक व उपायुक्त को व्हाट्सएप के माध्यम से दे दी गयी है.

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