गुमला जिला के इन दो प्रखंडों में भी बनेगा एकलव्य विद्यालय
गुमला कल्याण विभाग, समेकित जनजाति विकास अभिकरण तथा आदि आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा बैठक मंगलवार को डीसी सुशांत गौरव की अध्यक्षता में हुई.
गुमला: गुमला कल्याण विभाग, समेकित जनजाति विकास अभिकरण तथा आदि आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा बैठक मंगलवार को डीसी सुशांत गौरव की अध्यक्षता में हुई. बैठक में डीसी ने विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के क्रम में योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने का निर्देश दिया. बैठक में डीसी ने पालकोट एवं घाघरा में शुरू होने वाले एकलव्य विद्यालय निर्माण कार्य का साप्ताहिक और मासिक प्रतिवेदन जियो टैगिंग के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
जलापूर्ति योजना की समीक्षा में योजना अंतर्गत संबंधित विभाग को कड़ा पत्र देते हुए योजना निर्माण में सुधार करने का निर्देश दिया. इसके बाद भी सुधार नहीं होने की स्थिति में संबंधित विभाग के कर्मियों पर कार्रवाई करने की बात कही. वहीं पशुधन योजना की समीक्षा में बताया गया कि योजना के अंतर्गत अब तक जिले के 40 लाभुकों को योजना से लाभान्वित किया जा चुका है.
अभी और भी लाभुकों के बीच सूकर वितरण बाकी है. सूकरों में स्वाइन फ्लू नामक बीमारी को देखते हुए वितरण रोक दिया गया है. जिसपर डीसी ने बीमारी के खत्म होते ही लाभुकों के बीच सूकर वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. वहीं मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना अंतर्गत स्वीकृत लगभग 160 लाभुकों के बीच आवंटित राशि का भुगतान करने एवं योजना में दिव्यांगजनों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया.
आदि आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा में योजना अंतर्गत कार्य करने लिए जिन-जिन एनजीओ से सहमति पत्र प्राप्त हुआ है. उन्हें कार्य आवंटित कर कार्य शुरू करने का निर्देश दिया. छात्रवृत्ति की समीक्षा में बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2021 -22 छात्रवृत्ति योजना एक लाख छात्रों के बीच लगभग 20 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया है. 2021-22 में प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए ई-कल्याण पोर्टल में कुल एक लाख 714 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था.
जिसके विरुद्ध शतप्रतिशत विद्यार्थियों के बीच एक करोड़ 15 लाख 40 हजार रुपये छात्रवृत्ति राशि का वितरण किया जा चुका है. वहीं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति 2021-22 में अपलोड हुए कुल 15400 विद्यार्थियों में से अब तक लगभग 12500 छात्रों के बीच लगभग 8.50 करोड़ रुपये राशि का भुगतान किया गया है, जबकि शेष विद्यार्थियों में से कुछ का आवेदन रद्द हुआ है और शेष विद्यार्थियों के आवश्यक कागजात के अपूर्ण होने के कारण भुगतान लंबित है.
वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्री मैट्रिक के लगभग 5500 विद्यार्थियों के बीच लगभग 48 लाख रुपये का वितरण किया गया है एवं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति 2020-21 के लगभग एक हजार विद्यार्थियों 1.70 करोड़ रुपये राशि का भुगतान किया जा चुका है. जिसपर डीसी ने सराहना करते हुए कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित करने की बात कही. साथ ही बाकी बचे हुए विद्यार्थियों को भी जल्द ही छात्रवृत्ति का भुगतान करने का निर्देश दिया. बैठक में पीडी आइटीडीए इंदु गुप्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी खुशेंद्र सोनकेशरी सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.