गुमला के डुमरी और चैनपुर में बिजली रानी रूठी, बच्चों की पढ़ाई भी छूटी, जानें जिले का हाल
Jharkhand News (गुमला) : बिजली रानी रूठ गयी. इससे बच्चों की पढ़ाई छूट गयी है. यह कोई कविता व जुमला नहीं है, बल्कि गुमला जिला की बिजली व्यवस्था की हकीकत है. गुमला जिले में एक महीने से बिजली सप्लाई चरमरायी हुई है. सबसे बुरा हाल डुमरी व चैनपुर प्रखंड का है. इन दोनों प्रखंडों में कई दिनों से बिजली नहीं है. जिससे यहां का जनजीवन प्रभावित है. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई ठप हो गयी है. व्यवसाय पर असर पड़ा है. अभी आनलॉक में दुकानें खुल रही है. लेकिन, बिजली नहीं रहने से दुकानदारी पर असर पड़ रहा है.
Jharkhand News (दुर्जय पासवान, गुमला) : बिजली रानी रूठ गयी. इससे बच्चों की पढ़ाई छूट गयी है. यह कोई कविता व जुमला नहीं है, बल्कि गुमला जिला की बिजली व्यवस्था की हकीकत है. गुमला जिले में एक महीने से बिजली सप्लाई चरमरायी हुई है. सबसे बुरा हाल डुमरी व चैनपुर प्रखंड का है. इन दोनों प्रखंडों में कई दिनों से बिजली नहीं है. जिससे यहां का जनजीवन प्रभावित है. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई ठप हो गयी है. व्यवसाय पर असर पड़ा है. अभी आनलॉक में दुकानें खुल रही है. लेकिन, बिजली नहीं रहने से दुकानदारी पर असर पड़ रहा है.
इसके अलावा घाघरा व बिशुनपुर प्रखंड में 24 घंटे में मात्र तीन से पांच घंटे ही बिजली मिल रही है. इन दोनों प्रखंडों में भी बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है. जबकि बसिया, सिसई, भरनो, कामडारा, पालकोट, रायडीह व जारी प्रखंड में 10 से 12 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
वहीं, गुमला शहरी क्षेत्र में 15 से 16 घंटे बिजली मिल रही है. कभी-कभी तो बमुश्किल से 10 घंटे ही बिजली मिलती है. ऐसे गुमला जिले को 10 मेगावाट बिजली चाहिए. हालांकि, विभाग की माने, तो गुमला को बिजली ठीक मिल रही है. लेकिन, बारिश में जगह-जगह फॉल्ट होने के कारण बिजली आपूर्ति में समस्या आ रही है.
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कहीं 33 हजार वोल्ट का तार, तो कहीं पेड़ की डाली काटने व पुराने तार को बदलने के कारण समस्या है. इधर, बिजली संकट को लेकर गुमला विधायक भूषण तिर्की गंभीर हैं. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को बिजली सुचारु रखने का निर्देश दिया है. नहीं तो कड़े कदम उठाने की बात कही है.
डुमरी : पांच दिनों से बिजली नहीं है
डुमरी प्रखंड में पांच दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है. विभाग के एसडीओ एस राणा को जानकारी लेने के लिए फोन करने पर फोन रिसीव नहीं किये. इसके बारे में लाइनमैन ने बताया कि गुमला व रायडीह के बीच खराबी के कारण बिजली नहीं है. खराबी को ढूंढ़ कर ठीक किया जा रहा है. इसके बाद ही डुमरी प्रखंड को बिजली मिलेगी. इधर, बिजली नहीं मिलने से प्रखंड के जनजीवन पर व्यापक असर पड़ रहा है. बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बंद हो गयी है. घरेलू कामकाज व दुकानों पर भी असर पड़ा है.
चैनपुर : तीन दिनों से बिजली नहीं
चैनपुर प्रखंड में तीन दिनों से बिजली नहीं है. इससे जनता परेशान है. बच्चों की पढ़ाई बंद हो गयी है. जिनके घर बैट्री है. वह भी ठप हो गया है. कुछे स्थानों पर जेनरेटर की घड़घड़ाहट के बीच बिजली जलती नजर आयी. यह प्रखंड नक्सल प्रभावित है. भाकपा माओवादियों ने दो बार मुख्यालय में हमला भी कर चुके हैं. अंधेरा में लोगों को निकलने में डर लग रहा है. विभाग को कई बार कहा गया. लेकिन, तीन दिनों से विभाग बिजली बहाल करने की दिशा में पहल नहीं कर रही है.
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पालकोट : मात्र 12 घंटे बिजली मिल रही
पालकोट प्रखंड में 24 घंटे में मात्र 10 से 12 घंटे बिजली मिल रही है. जबकि कई गांवों में तो एक सप्ताह से बिजली नहीं है. प्रखंड में जब से नया पावर हाउस बना है. रोजना कुछ न कुछ समस्या हो रही है. बसिया प्रखंड में पानी व बिजली चमका तो, पालकोट प्रखंड की बिजली काट दी जाती है. बिजली विभाग के जेई कृष्ण कुमार से पूछा गया तो बताया कि बरसात का दिन है. अभी पूरे प्रखंड में पुराना तार को हटा कर नया तार लगाया जा रहा है. इस वजह से भी परेशानी हो रही है.
बसिया : बादल गरजा, बिजली गुल
बसिया प्रखंड के शहरी क्षेत्रों में 12 घंटा, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 10 घंटा बिजली की आपूर्ति की जा रही है. जबकि बिजली कड़कने पर बिजली गुल रहती है. करीब एक महीने से यहां बिजली सप्लाई की व्यवस्था चरमरायी हुई है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इधर, कामडारा मुख्यालय में बिजली की आपूर्ति सही रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों के फीडर में 10 घंटा बिजली रहती है.
जारी : 10 घंटे ही बिजली रहती है
जारी प्रखंड में 10 घंटे ही बिजली रहती है. प्रखंड के कई गांवों में बिजली नहीं है. जिस कारण लोगों को परेशानी हो रही है. कई बार तो प्रखंड में सप्ताह भर बिजली गुल रहती है. इधर, समुचित बिजली नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हो रही है. इधर, रायडीह प्रखंड में बिजली की आंख मिचौली हल्की बारीश में ही हो जाती है. 12 घंटा बिजली प्रखंड को मिल रही है.
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भरनो : आठ घंटे बिजली मिल रही है
भरनो प्रखंड मुख्यालय में पिछले 15 दिनो से आठ घंटे ही बिजली मिल रही है. कभी कभी पूरा दिन बिजली गायब रहती है. जबकि पावर हाउस में 23 घंटे बिजली रहती है. इस संबंध में पावर हाउस में नियुक्त ऑपरेटर अशोक प्रजापति ने बताया कि तीन जुलाई से मैं ड्यूटी पर हूं. पावर हाउस को 23 घंटे बिजली मिल रही है. भरनो बनटोली फीडर को 19 घंटे बिजली दे रहे हैं. एक साथ चार फीडर नहीं चलता है. फीडर ब्रेकर में खराबी है. इस कारण ट्रिप कर जाता है. वहीं सिसई प्रखंड में 16-17 और ग्रामीण क्षेत्रों में 12-13 घंटा बिजली रहती है.
घाघरा : मात्र पांच घंटे बिजली मिल रही है
घाघरा प्रखंड में विगत 15 दिनों से बिजली की आंखमिचौली चल रही है. मात्र पांच घंटे बिजली मिल रही है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. बिजली में सुधार होगा या नहीं. इसका जवाब अधिकारियों के पास नहीं है. इधर, बिशुनपुर प्रखंड में पिछले एक सप्ताह से बिजली दिन में तीन से चार घंटे ही आपूर्ति हो रही है.
24 घंटे में बिजली करे आपूर्ति : भूषण तिर्की
इस संबंध में गुमला विधायक भूषण तिर्की ने कहा कि चैनपुर व डुमरी में बिजली नहीं रहने के संबंध में अधीक्षक अभियंता को निर्देश दिया है कि 24 घंटे में फॉल्ट ठीक कर बिजली आपूर्ति करे. साथ ही जिन क्षेत्रों में बिजली बाधित है. उसे भी सुधारने के लिए कहा है.
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बिजली तार में फाल्ट, हो रही है मरम्मत : सत्यनारायण पातर
वहीं, बिजली विभाग के ईई सत्यनारायण पातर ने कहा कि रायडीह में 33 हजार तार में फॉल्ट आ गया है. इस कारण डुमरी व चैनपुर में बिजली बाधित है. फॉल्ट को ठीक किया जा रहा है. शहरी क्षेत्र में तार बदलने व पेड़ की डाली काटने के कारण बिजली बाधित रहती है.
Posted By : Samir Ranjan.