गुमला : व्यवहार न्यायालय गुमला में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. उदघाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय कुमार चंधरियावी द्वारा किया गया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत द्वारा हर सुलहनीय मामलों के निष्पादन का यह सुनहरा अवसर होता है. इस क्रम में बैंक लोन कर्ज माफी, बिजली भुगतान संबंधित, दीवानी एवं फौजदारी के सुलहनीय मामलों का निष्पादन राष्ट्रीय लोक अदालत के दिन हो जाता है.
लोक अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है तथा समय की भी बचत होती है. साथ ही साथ आपसी संबंध भी मधुर बना रहता है. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नंदलाल ने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अधिक से अधिक वादों का निबटारा करें एवं आम नागरिकों को जिसके ऊपर वाद चल रहा है. उन्हें सुलह के आधार पर निष्पादित करें. डालसा सचिव आनंद सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में सात बेंचों का गठन किया गया है. जिसमें बैंक से संबंधित मामलों एवं बिजली के संबंधित मामलों के लिए अलग-अलग पीठों का गठन किया गया है.
न्यायालय में संबंधित मामलों के लिए अलग-अलग पीठों का गठन किया गया. लोक अदालत में 503 मामलों का निष्पादन किया गया. जिसमें बिजली बिल के 22 मामले, बैंक लोन संबंधित 227 मामले, मोटर एक्सिडेंट के नौ, क्रिमिनल कंपाउंडेबल के 100, एनआई एक्ट के छह, सिविल के दो, पारिवारिक मामले के छह तथा अन्य 144 मामलों का निष्पादन किया गया, जिसमें एक करोड़ 71 लाख के राजस्व की प्राप्ति हुई.
मौके पर स्थायी लोक अदालत अध्यक्ष बाल मुकुंद राय, डीसीएलआर सुषमा नीलम सोरेंग, एसडीओ रवि आनंद, शंभू सिंह, इंदू कुमारी, जिया उल हक, प्रकाश कुमार, हसीब इकबाल समेत अन्य मौजूद थे.