सिसई हिंसा में बेटी है चश्मदीद, बताया- किस तरह घटना घटी
कोरोना वायरस फैलाने की कथित अफवाह के बाद मंगलवार की रात को गुमला जिले के सिसई प्रखंड में दो समुदाय आपस में भिड़ गए. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि पांच लोग घायल हैं.
दुर्जय पासवान
गुमला : कोरोना वायरस फैलाने की कथित अफवाह के बाद मंगलवार की रात को गुमला जिले के सिसई प्रखंड में दो समुदाय आपस में भिड़ गए. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि पांच लोग घायल हैं. दो की स्थित गंभीर है. जिसका इलाज रांची में चल रहा है. तीन लोगों को मामूली चोट लगी है. इस घटना के बाद प्रशासन ने गुमला जिले में लॉक डाउन के बीच बुधवार को पूर्ण तालाबंदी करा दी. जिससे गुमला जिले की स्थित कर्फ्यू जैसी थी. वहीं सिसई प्रखंड पुलिस छावनी में तबदील हो गया है.
रांची, सिमडेगा, खूंटी और लोहरदगा जिला से अतिरिक्त पांच सौ से अधिक फोर्स मंगाकर सिसई में तैनात किया गया है. इसके अलावा गुमला जिला की फोर्स तैनात है. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सिसई बस्ती और कुदरा मोड़ के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि 10 लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया है. डीआईजी एवी होमकर व एसपी अंजनी कुमार झा मंगलवार को रातभर सिसई में कैंप किए. वहीं बुधवार को आईजी नवीन कुमार सिंह व डीसी शशि रंजन सिसई पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किए और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. पुलिस की कार्रवाई के बाद सिसई में माहौल शांत है.
मृतक और घायलों के नाम
एक समुदाय के हमले से सिसई बस्ती निवासी बोलबा उरांव (55 वर्ष) की मौत हो गयी. हमले में उसकी छाती की पसली टूट गयी थी. जबकि पांच लोग घायल हैं जिसमें सिसई बस्ती के सोमरा उरांव (55 वर्ष) और बसिया रोड निवासी अनीस अंसारी (22 वर्ष) की स्थित गंभीर होने पर रांची रिम्स रेफर किया गया है जबकि सिसई बस्ती के विवेक उरांव (25), जतरू उरांव (30) व भुनेश्वर उरांव (55) घायल हैं. इन तीनों का सिसई अस्पताल में प्राथमिक इलाज हुआ है.
घटना के चश्मदीद ने बताया
मृतक बोलबा उरांव की बेटी उर्मिला कुमारी ने कहा कि रात करीब साढ़े आठ बजे हल्ला हुआ कि सिसई बस्ती में चोर घुस गया है. कुछ लोगों ने कोरोना फैलाने की अफवाह उड़ायी जिसके बाद मेरे पिता बोलबा सहित कई के कई लोग घर से निकले और मेरे पिताजी के अलावा गांव के कुछ लोग खेत के पास गए. तभी अर्द्धनिर्मित घरों के समीप छिपे कुछ लोगों ने लाठी, डंडा व तेज धारधार हथियार से हमला कर दिया. हमले के बाद मेरे गांव के लोग भागने लगे लेकिन मेरे पिता खेत में गिर गये. जिस कारण हमलावरों ने उनपर हमला कर दिया. पिता की आवाज सुनकर मैं उन्हें बचाने गयी तो मेरे सामने उसे बड़ी बेरहमी से पीटा. मुझे मारने के लिए दौड़ाया तो मैं दूसरे के घर में जाकर छिप गयी. कुछ देर के बाद मेरे पिता घायलावस्था में घसीटते हुए घर आए. जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां देर रात को मेरे पिता की मौत हो गयी. मरने से पहले बोलबा ने अपनी बेटी को हमलावरों के नाम बताए हैं जिसकी जानकारी पुलिस को दी गयी है. वहीं गांव के ही सोमरा उरांव को हमलावर घसीटते हुए गांव से एक किमी दूर कुदरा तालाब के पास ले गए, जहां उसे अधमरा कर छोड़ दिया था. पुलिस ने देर रात को सोमरा को खोजा और अस्पताल में भर्ती कराया था.
इस प्रकार माहौल बिगड़ा
सोमवार की रात को अफवाह उड़ायी गयी कि कुछ लोग गांव में घुसकर कोरोना फैला रहे हैं और कुआं में थूक रहे हैं, थूका हुआ नोट फेंक रहे हैं और छींक रहे हैं. यह अफवाल गुमला जिले में चारों तरफ फैल गयी. इसके बाद मंगलवार की रात करीब सात बजे इसी अफवाह में सिसई प्रखंड के कुदरा मोड़ के समीप कुछ लोगों ने बसिया रोड निवासी अनीस अंसारी (22 वर्ष) के साथ मारपीट की. उसकी स्थिति गंभीर होने पर रांची रेफर कर दिया गया. इसी अफवाह में सिसई बस्ती में भी दो सामुदाय आपस में भिड़ गए, जिसके बाद देर रात को पुलिस पहुंची और मामले को शांत करायी. अगर पुलिस थोड़ी और देर करती तो यहां कई जानें जा सकती थी.