पांच लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज
कामडरा में 1.20 करोड़ की लागत से बन रहे डेयरी फार्म फर्जीवाड़ा का मामला
कामडारा.
कामडारा प्रखंड में एक करोड़, 20 लाख रुपये की लागत से बने डेयरी फार्म में फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपये के गबन मामले को लेकर कामडारा थाना में सीएलएफ सचिव करुणा देवी ने पांच लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसमें पूर्व बीपीएम जेएसएलपीएस पावन लकड़ा, सुषमा उरांव, गिरधारी कुमार सिंह, सबिला खातून व सुधा कुमारी शामिल हैं. पांचों अभियुक्त फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. प्राथमिकी में करुणा देवी ने कहा है कि मैं कामडारा आजीविका महिला संकुल संगठन कामडारा की सचिव हूं. कामडारा आजीविका महिला संकुल संगठन का स्थापना वर्ष जुलाई 2019 में हुई है. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी, ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार से संबंधित है. केंद्र सरकार द्वारा चलायी जा रही राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित है. ग्रामीण परिवारों के आजीविका को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा सामुदायिक निवेश निधि के रूप में अनुदान राशि दी गयी है. इस सामुदायिक निवेश निधि को संकुल स्तरीय संगठन अपने अंतर्गत आनेवाले ग्राम संगठनों को उनकी मांग व मूल्यांकन समिति के अनुमोदन के बाद संबंधित ग्राम संगठन को ऋण के रूप में राशि एक निश्चित समय के लिए उपलब्ध कराती है. उक्त समय सीमा के अंतर्गत ऋणी ग्राम संगठन किस्तों में ऋण की राशि संकुल संगठन को वापस करता है. साधारणतः इस ऋण राशि का उपयोग महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा आजीविका गतिविधियों में किया जाता है. कामडारा आजीविका महिला संकुल संगठन व कुरकुरा आजीविका महिला संकुल संगठन के बैंक खाता में सरकार से प्राप्त इस सामुदायिक निवेश निधि की बड़ी राशि को ध्यान में रख कर झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के कामडारा प्रखंड इकाई के तत्कालीन एवं पूर्व प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक पवन लकड़ा, सुषमा उरांव, गिरधर कुमार सिंह, सबीला खातून, सुधा कुमारी द्वारा मिल कर आपराधिक षडयंत्र करते हुए डेयरी फार्म खोलने के लिए लक्ष्मी उत्पादक समूह कामडारा के बचत खाता संख्या-590810210000110 बैंक ऑफ इंडिया शाखा कामडारा का गठन किया गया, जो राज्य स्तरीय एमआइएस में निबंधित नहीं है. उपरोक्त कर्मियों द्वारा डेयरी फार्म खोलने के विषय में कामडारा संकुल संगठन व कुरकुरा संकुल संगठन के पदाधिकारियों को गलत जानकारी और धोखा में रख कर 23 नवंबर 2023 से 22 फरवरी 2024 के बीच बैंक चेक के माध्यम से कुल एक करोड़, 20 लाख रुपये लक्ष्मी उत्पादक समूह कामडारा को दिलाया गया है. गड़बड़ी की जानकारी जेएसएलपीएस के वर्तमान प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक मंटु कुमार मुंडा को हुई. इसके बाद प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक मंटू कुमार मुंडा ने इस मामले की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारी को दी. इसके बाद जिला स्तरीय जांच कमेटी द्वारा मामले की जांच की गयी, जिसमें मामले को सही पाया गया. स्टेट टीम ने कामडारा पहुंच कर की जांच: फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद स्टेट टीम कामडारा पहुंच पूरे मामले की जांच-पड़ताल की. जांच टीम में स्टेट से ग्रामीण विकास विभाग के उपसचिव राकेश कुमार, स्टेट प्रोग्राम मैनेजर प्रवीण सिंह, वित्तीय समावेशन धीरज होरो, प्रोजेक्ट मैनेजर फाइनेंशियल अमरेंद्र कुमार प्रखंड मुख्यालय स्थित जेएसएलपीएस कार्यालय पहुंच मामले की जांच पड़ताल की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है