Jharkhand News: मजदूरी मांगने पर पांच मजदूरों से गोवा में हुई मारपीट, भागकर पहुंचे गुमला
मजदूरी मांगने पर गुमला के पांच मजदूरों से गोवा में मारपीट की गयी है. जान से मारने का भी प्रयास हुआ है. पांचों मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचायी और गुरुवार को गुमला पहुंचकर अपनी अपबीती सुनायी.
गुमला, दुर्जय पासवान : मजदूरी मांगने पर गुमला के पांच मजदूरों से गोवा में मारपीट की गयी है. जान से मारने का भी प्रयास हुआ है. पांचों मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचायी और गुरुवार को गुमला पहुंचकर अपनी अपबीती सुनायी. इन मजदूरों ने गोवा की कंपनी व ठेकेदार पर कार्रवाई करने और बकाया मजदूरी भुगतान कराने की मांग किया है. मजदूरों ने कहा है कि अगर हम नहीं भागते, तो ठेकेदार हमलोगों की हत्या भी करवा सकता था. ठेकेदार बिहार का है. जिसके कहने पर पांचों युवक गोवा गये थे. गोवा में एक बिल्डिंग कंपनी में काम करते थे. तीन महीने तक काम किया है. परंतु, मजदूरी नहीं दी है.
बीमार होने के बाद भी काम कराया
मजदूर युवकों ने बताया कि वे गोवा में बीमार हो गये थे. इसके बाद भी उनसे जबरन काम कराया गया. जब वे इसका विरोध किये तो डराया धमकाया गया. अनजान शहर होने के कारण वे बीमार रहते हुए भी काम किये. परंतु, एक सप्ताह पहले जब इन मजदूरों की स्थिति खराब हो गयी तो वे अपने घर आने के लिए तीन महीने का मजदूरी मांगी. इसपर ठेकेदार ने अपने गुर्गो से मिलकर पांचों मजदूरों के साथ मारपीट किया. साथ ही बीच में ही काम छोड़कर भागने का प्रयास करने पर जान से मारने की धमकी दिया.
इस प्रकार गोवा से भागे युवक
युवकों ने बताया कि ठेकेदार का अत्याचार बढ़ा तो पांचों युवकों ने भागने की योजना बनायी. इसके बाद वे प्लानिंग बनाकर अहले सुबह उठे और चुपचाप समान समेटकर निकल गये. इसके बाद उनके पास जो पैसा था. ट्रेन चढ़कर वे रांची पहुंचे और फिर गुमला आ गये. मजदूरों ने कहा कि अब वे कभी गोवा नहीं जायेंगे. उन लोगों ने गरीबी का हवाला देते हुए मजदूरी दिलाने की मांग प्रशासन से किया है.
Also Read: गुमला के पदमपुर गांव में पशु तस्करों के खिलाफ छापेमारी, पांच लोग गिरफ्तार
मजदूरों का नाम इस प्रकार है
मजदूरों में अनिल उरांव का 13200, नारायण उरांव का 18600, अजय उरांव का 13200, दीपक उरांव का 5200, गोपाल मुंडा का 17200 रुपये बकाया है.
ठेकेदार अखिलेश चौहान है. जिसने मारपीट किया है. गुमला प्रशासन व श्रम विभाग को जानकारी दी गयी है. ताकि इन मजदूरों को मदद मिल सके. ये मजदूर पालकोट, सिसई, गुमला के हैं
-जुम्मन खान, प्रदेश सचिव, मजदूर संघ