बिशुनपुर प्रखंड के चट्टी सेरका गांव के किसान गणेश उरांव के खेत में रखा पांच ट्रैक्टर धान मंगलवार की रात को जल कर राख हो गया. आग लगने के कारण का पता नहीं चला है. धान जलने से किसान की पूंजी व एक साल की मेहनत बर्बाद हो गयी. घर में खाने को अनाज नहीं बचा है.
किसान ने बताया कि धान काटने के उपरांत खेत में ही एक जगह थ्रेसर से मिसने के लिए एकत्रित कर पांच ट्रैक्टर धान रखा हुआ था. परंतु मंगलवार कि रात जब मैं शौच करने के लिए निकला तो, देखा कि मेरे खेत में रखे धान से आग की लपटें उठ रही है. आनन-फानन में आग बुझाने का प्रयास किया गया. परंतु असफल रहे. देखते-देखते मेरे आंखों के सामने मेरी पूरी फसल जलकर राख हो गयी.
इधर, मामले की सूचना मिलने पर बुधवार की सुबह मुखिया बिल्टू लोहरा किसान के खेत पहुंच कर घटना से अवगत हुए और प्रशासन से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. किसान की एक साल की मेहनत पर अचानक पानी फिर जाने से किसान काफी चिंतित हैं. उसने कहा कि जी तोड़ मेहनत के बाद साल भर खाने के लिए फसल तैयार हुई थी. परंतु किसी ने आग लगा दी. अब मैं अपने बच्चे व परिवार को कैसे पालूंगा. प्रशासन मेरी मदद करें.