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वन विभाग ने तैयार किया 6 लाख पौधे, राजस्व प्राप्ति के लिए 3 लाख पौधों की होगी बिक्री

Jharkhand news, Gumla news : गुमला जिला में मानसून सत्र को ध्यान रखते हुए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, गुमला ने 6 लाख पौधा तैयार किये हैं. सभी पौधे विभिन्न किस्मों के फलदार एवं इमारती लकड़ियों वाले हैं. जिसे विभाग ने अपने गुमला के कोयंजारा वृंदा, सिसई के पिल्खी मोड़, घाघरा के देवाकी एवं चैनपुर नर्सरी में तैयार किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2020 9:10 PM

Jharkhand news, Gumla news : गुमला (जगरनाथ) : गुमला जिला में मानसून सत्र को ध्यान रखते हुए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, गुमला ने 6 लाख पौधा तैयार किये हैं. सभी पौधे विभिन्न किस्मों के फलदार एवं इमारती लकड़ियों वाले हैं. जिसे विभाग ने अपने गुमला के कोयंजारा वृंदा, सिसई के पिल्खी मोड़, घाघरा के देवाकी एवं चैनपुर नर्सरी में तैयार किया है. विभाग इन 6 लाख पौधों में से 3 लाख पौधों को अवकृष्ट योजना (Excellent Yojana) के तहत गुमला जिला अंतर्गत पड़ने वाले विभिन्न वनक्षेत्रों में जहां पेड़ों की संख्या कम है, वहां खुद से पौधरोपण होगा, ताकि वहां पेड़ों की संख्या अधिक हो और अधिक घनत्व वाला जंगल तैयार हो सके. इसके साथ जिले के विभिन्न नदियों के किनारे भी पौधरोपण किया जायेगा.

गुमला जिला अंतर्गत पड़ने वाले वनों का विस्तार खुद ही हो रहा है. साल दर साल वनों के किनारे-किनारे पेड़ों की संख्यामें बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ वन विभाग भी पौधरोपण के माध्यम से वन क्षेत्र का विस्तार करने में लगा है. 6 लाख पौधों में से विभाग द्वारा बाकी के 3 लाख पौधा का बिक्री राजस्व प्राप्ति के लिए किया जायेगा.

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डीएफओ श्रीकांत ने बताया कि 4 नर्सरी में फलदार एवं इमारती के विभिन्न किस्मों का 6 लाख पौधा तैयार किया गया है. जिसमें 3 लाख पौधों को विभाग खुद से पौधरोपण करेगा, जबकि 3 लाख पौधा राजस्व प्राप्ति के लिए बिक्री किया जायेगा.

विभाग ने इन पौधों को किया है तैयार

विभाग ने गुमला के कोयंजारा वृंदा, सिसई के पिल्खी मोड़, घाघरा के देवाकी एवं चैनपुर नर्सरी में सेमल, सागवान, कठ सागवान, जामुन, कटहल, कलमी आम, शीशम, नीम व गम्हार जैसे पौधे तैयार किये हैं. ये सभी पौधे अच्छी क्वालिटी के हैं.

3 लाख पौधों की प्रति पीस 5 रुपये की दर से होगी बिक्री

विभाग द्वारा तैयार किये गये 6 लाख में से 3 लाख पौधों को राजस्व प्राप्ति के लिए बिक्री किया जायेगा. बागवानी व पौधारोपण करने वाले लोग वन विभाग से संपर्क कर काफी कम दाम में पौधा प्राप्त कर सकते हैं. विभाग द्वारा प्रति पौधा 5 रुपये की दर से दिया जायेगा. ऐसे खुले बाजार में एक पौधे की कीमत 50 से 250 रुपये तक है.

बिरसा हरित ग्राम योजना के लिए 30 हजार पौधों की मांग

वर्तमान में गुमला जिला में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम बागवानी सहित मिश्रित फलदार का बागवानी की योजना पर काम चल रहा है. जिला प्रशासन ने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए वन विभाग से 30 हजार आम सहित अन्य फलदार पौधों की मांग की है. वन विभाग प्रशासन को 5 रुपये प्रति पीस की दर से पौधा उपलब्ध करायेगा.

Posted By : Samir ranjan.

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