गुमला : बिशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना के अरंगलोया गांव की एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने के चार आरोपियों ने एडीजे-वन लोलार्क दुबे की अदालत में सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने के बाद न्यायिक हिरासत में लेते हुए तीन आरोपियों को गुमला मंडल कारा व एक आरोपी को रिमांड होम भेजा गया है. सरेंडर करनेवालों में तीन अप्राथमिक अभियुक्त चेड़ा गांव निवासी दिनेश उरांव, जेहनगुटवा बेंगाडीपा निवासी सुधीर तिग्गा और बिगलाल उरांव हैं.
इन तीनों ने 29 अक्तूबर को कोर्ट में सरेंडर किया, जबकि एक नाबालिग नामजद अभियुक्त ने शनिवार को एडीजे वन के कोर्ट में सरेंडर किया. बताते चलें कि इस घटना के बाद लगातार प्रभात खबर ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए समाचार प्रकाशित किया, जिसके बाद पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान चलाया जा रहा था. वहीं एक आरोपी के घर की कुर्की जब्ती भी की गयी, जिसके बाद आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया.
बिशुनपुर थाना के अरंगलोया गांव की 15 वर्षीया एक लड़की हर्राटोली गांव में हो रहे फुटबॉल मैच देख कर अपने भाई के साथ घर लौट रही थी. तभी दो बाइक पर सवार चार युवकों ने भाई को मारपीट कर भगा दिया और लड़की का अपहरण कर ले गये. इसके बाद लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी थी. जेहनगुटुवा के समीप से पुलिस ने देर रात को लड़की को बरामद किया था.
जानकारी के अनुसार चारों आरोपियों ने नाबालिग लड़की के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया, जिसके बाद एक आरोपी वहां से चला गया. इस बीच तीनों आरोपी फोन पर किसी से बात करने लगे. इस दौरान नाबालिग वहां से भागने लगी, जिसका तीनों आरोपियों ने पीछा किया.
इसी क्रम में पीड़िता ने अपने फोन से अपने भाई को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने वहां पहुंच कर पीड़िता को बरामद किया. तब तक आरोपी वहां से फरार हो चुके थे. इस घटना में एक नाबालिग आरोपी को पीड़िता का भाई पहचानता था, जिसके बाद बिशुनपुर थाना में नाबालिग समेत अन्य तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
posted by : sameer oraon