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गुमला : गढ़सारू पुल का पिलर क्षतिग्रस्त, कभी भी हो सकता है ध्वस्त

तेलगांव पंचायत रूर्बन मिशन के तहत चयनित है, जहां रूर्बन मिशन के तहत कई प्रकार के विकास योजना का कार्य किया जाना है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 23, 2023 11:55 AM
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गुमला प्रखंड के तेलगांव पंचायत में गढ़सारू गांव है. गढ़सारू गांव जाने वाले पुल के पिलर क्षतिग्रस्त हो गये हैं, जिससे पुल कभी भी ध्वस्त हो सकता है. अगर पुल ध्वस्त हुआ, तो गढ़सारू गांव टापू बन जायेगा. ग्रामीणों ने बताया कि पुल व गार्डवाल वर्ष 2003 में पथ प्रमंडल द्वारा करीब 12 लाख रुपये की लागत से बनाया गया था.

पुल बनने के नौ साल बाद वर्ष 2012 से ही पुल के पिलर में दरार आनी चालू हो गयी थी, जो धीरे-धीरे आधा से अधिक टूट चुका है. बताते चलें कि तेलगांव पंचायत रूर्बन मिशन के तहत चयनित है, जहां रूर्बन मिशन के तहत कई प्रकार के विकास योजना का कार्य किया जाना है. परंतु पुल क्षतिग्रस्त होने से उस पुल से कोई बड़ा वाहन पार नहीं करता है. गढ़सारू गांव में 130 घर हैं, जहां करीब 700 से अधिक लोग निवास करते हैं.

अगर पुल ध्वस्त हो जाता है, तो इन लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट जायेगा व बरसात में पूरा गांव टापू में तब्दील हो जायेगा. पंचायत के मुखिया विनोद उरांव ने कहा कि पुल से संबंधी समस्या को प्रशासन के पास कई बार रखा गया है. कई वरीय पदाधिकारी को आवेदन भी दिया गया है, परंतु इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

एक वर्ष पूर्व जिला परिषद के इंजीनियर इस पुल की नापी कर के चले गये हैं, पर कुछ कार्य नहीं हुआ है. ग्रामीण सुकेश्वर सिंह ने कहा कि यह पुल बहुत अधिक क्षतिग्रस्त हो गया है. हम सभी ग्रामीण जान हथेली में रख कर पुल को पार करते हैं. इस बार के बरसात में यह पुल ढहने की संभावना है. स्वाति उरांव ने कहा कि इस पुल के टूटने पर हमारा गांव टापू में तब्दील हो जायेगा और हमलोगों की खेती बर्बाद हो जायेगी. प्रशासन इस ओर ध्यान दे और नया पुल बनवाये.

राजो उरांव ने कहा कि हमलोग कई बार गांव में बैठक कर पदाधिकारियों को आवेदन दिये हैं, पर कोई सुनवाई नहीं हुई है. अंजली देवी ने कहा कि गांव में किसी भी व्यक्ति को बोरिंग का कार्य या किसी भी बड़े वाहन का प्रवेश नहीं हो पाता है. क्योंकि यह पुल इतना कमजोर हो गया है कि किसी भी बड़े वाहन का लोड नहीं उठा सकता है. कई बार गांव में बोरिंग वाहन आकर पुल की स्थिति देख कर वापस लौट गये हैं.

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