गुमला : घाघरा पुलिस ने जिलिंगसेरा गांव निवासी घुरा मुंडा हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो युवक बबलू मुंडा व सतीश उरांव को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गुरुवार को दोनों को जेल भेज दिया. एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने बताया कि पुलिसिया अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि मृतक घुरा मुंडा के साथ कुछ लड़कों को पोढ़ी चौक के पास देखा गया था.
घटना के एक दिन बाद उनमें से एक लड़का गांव छोड़कर हिमाचल प्रदेश चला गया है जो कि रास्ते में अपनी यात्रा पर है. उस लड़के को संदेह के रूप में अलीगढ़ उत्तर प्रदेश रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की मदद से पूछताछ के लिए घाघरा थाना लाया गया. इस कार्य में आरपीएफ अलीगढ़ की पुलिस टीम ने सराहनीय सहयोग दिया. जिसके लिए उन्हें प्रशस्ति पत्र भेजा गया है.
अपराधियों ने बताया कि बबलू मुंडा के घर में कुछ दिनों से ऊपर से पत्थर गिर रहा था. बबलू मुंडा को आशंका थी कि ये पत्थर घुरा मुंडा ही मार रहा है. तब प्रतिशोधवश बबलू मुंडा ने अपने साथी सतीश उरांव के साथ मिलकर योजना बनाकर घटना के दिन गुरुवार को घाघरा से बाजार कर लौटते समय घुरा मुंडा को जिलिंगसेरा पुल के पास अकेले पाकर पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर दी. साथ ही घुरा मुंडा का दोनों हाथ व पैर बांधकर नदी में फेंक दिया. पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर मृतक घुरा मुंडा का साइकिल बरामद कर लिया है. घाघरा पुलिस की उपलब्धि पर एसपी ने घाघरा थानेदार व उनकी पुलिस टीम को नगद पुरस्कार राशि से पुरस्कृत करने की बातें कहीं.