गुमला : जादू-टोना व डायन बिसाही से जकड़ा हुआ है गुमला जिलाजिला जादू-टोना, भूत-पिशाच व डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास में जकड़ा हुआ है. यही वजह है कि गुमला में अंधविश्वास में हत्या होते रहती है. गुमला जिले में सबसे ज्यादा अंधविश्वास है. इसका उदाहरण हाल के वर्षों में तीन से अधिक लोगों की डायन बिसाही में हुई हत्या है. इसमें कुछ घटनाओं ने पूरे समाज को प्रभावित किया है. हैरत करने वाली घटना भी घटी है.
गुमला की घटना ने सरकार तक को अंधविश्वास के खिलाफ सोचने पर मजबूर किया. डीसी, एसपी के अलावा पूरा सिस्टम परेशान रहा. लेकिन अंधविश्वास की जो मोटी परत गुमला में जमी है. वह कम होती दिखायी नहीं दी. अंधविश्वास में हत्या के अलावा वृद्धों को गांवों से सिर मुड़कर गांव से निकालने तक की घटना घट चुकी है. सबसे दुखद बात यह है कि कई ऐसे घटनाएं पढ़े लिखे लोगों के सामने हुई, लेकिन पढ़े लिखे लोग मूक-दर्शक बने रहे. सबसे ज्यादा अंधविश्वास गांवों में है.
स्वयं सेवी संस्थाओं को आगे आना होगा. गांव में काम कर रही महिला समूहों को भी इसमें अहम भूमिका निभानी होगी. जनप्रतिनिधि भी इसमें रूचि दिखाते हुए लोगों को जागरूक करें. तभी गांवों से अंधविश्वास खत्म होगा. क्योंकि प्रशासन के भरोसे अंधविश्वास को खत्म नहीं किया जा सकता है.
गुमला में अंधविश्वास के फैलते जड़ को खत्म करने के लिए प्रशासन व गुमला पुलिस गांव गांव में जागरूकता अभियान चला रही है.
जरूरत के अनुसार प्रशासनिक अधिकारी भी गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन इसका असर नहीं पड़ रहा. प्रशासन का मानना है. गांव की महिलाएं जिस दिन समझ जायेंगी कि अंधविश्वास मन का भ्रम है. उस दिन से अंधविश्वास खत्म हो जायेगा.
24 फरवरी 2021 को कामडारा प्रखंड के पहाड़गांव में अंधविश्वास में पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी थी. ग्रामीणों ने पहले बैठक की थी. इसके बाद सभी को मौत के घाट उतार दिया था.
23 जुलाई 2019 को सिसई प्रखंड के नगर सिस कारी गांव में चार लोगों की हत्या कर दी गयी थी. ये चारों वृद्ध थे. ग्रामीणों ने बैठक करने के बाद इन चारों वृद्धों को मार दिया था.
पालकोट थाना क्षेत्र के बिलिंगबीरा में डायन बिसाही में पति, पत्नी व मासूम बेटे की हत्या कर दी गयी थी. इतना ही नहीं शव को जमीन में गाड़ दिया था. पुलिस ने दो महीने बाद शव बरामद की थी.
सोसो महलीटोली में डायन बिसाही में वृद्ध दंपती की उसके ही तीन बच्चों के सामने हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड का उदभेदन हो चुका है. परंतु अभी भी इस गांव में अंधविश्वास है.
वर्ष 2014 2015 2016 2017 2018 2019 2020
डायन हत्या 11 10 07 11 05 03 03
Posted By : Sameer Oraon