बकरी चोरों ने की थी जमनी तिग्गा की हत्या, एक गिरफ्तार
उसने अपने अपराध स्वीकार किया. अभियुक्त ने बताया कि वह अपने सहयोगी महुआटोली के नसरूद्दीन शाह व एक नाबालिग के साथ मिलकर जमनी की हत्या की.
गुमला : बकरी चोरी करते देखने व चोरों की पहचान करने के कारण महुआटोली गांव की जमनी तिग्गा की हत्या कर दी गयी थी. सुरसांग पुलिस ने जमीनी हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए अप्राथमिक अभियुक्त महुआटोली निवासी समीउल्लाह शाह को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया, जबकि अभियुक्त नसरूद्दीन शाह व एक नाबालिग फरार है. एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी ने बताया कि जमनी तिग्गा की हत्या के बाद वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर टीम का गठन कर अनुसंधान शुरू किया गया, जिसमें सुरसांग निवासी समीउल्लाह शाह को छत्तीसगढ़ राज्य के अंबिकापुर सरगुजा से गिरफ्तार किया गया.
उसने अपने अपराध स्वीकार किया. अभियुक्त ने बताया कि वह अपने सहयोगी महुआटोली के नसरूद्दीन शाह व एक नाबालिग के साथ मिलकर जमनी की हत्या की. वे तीनों महुआटोली स्थित मांझाटोली रामरेखा जाने वाली पक्की सड़क के किनारे चट्टान में स्टींग, गांजा व सिगरेट पीये. वहीं पास बकरी चोरी करने का प्लान बनाया. उपरोक्त तीनों द्वारा बकरी चोरी करते समय जमनी तिग्गा ने देख लिया और जोर-जोर से चिल्लाने लगी. तब तीनों ने जमनी तिग्गा को चट्टान पर पटक कर गिरा कर अधमरा कर दिया. किसी को पता नहीं चले. इस कारण तीनों ने मिल कर जमनी तिग्गा की साड़ी से गला दबा कर हत्या कर दी. वहीं कांड में शामिल अन्य दो अभियुक्त फरार है. शीघ्र दोनों को गिरफ्तार किया जायेगा. छापेमारी में थानेदार देव प्रताप प्रधान, एसआइ कपिल दीपक नाग, आरक्षी वीरेंद्र कुमार तिर्की, सुरेंद्र उरांव, मनोज कुजूर, कुलदीप खेस मौजूद थे.
परिवार से मिली भटकी बच्ची
प्रखंड के आमलिया गांव में 12 वर्षीय मूक बधिर बच्ची भटक रही थी, जिसे गांव के समाजसेवी विक्की सिंह ने भरनो थाना को सौंप दिया. काफी प्रयास के बाद बच्ची का पता चला. उक्त बच्ची नरकोपी थाना क्षेत्र के युसूफ दरवानी की पुत्री है, जो घर से लापता थी. बच्ची मूक-बधिर है. बच्ची के माता -पिता भरनो थाना पहुंच अपनी बच्ची को साथ ले गये.