अच्छी पहल : गुमला के क्वारेंटाइन सेंटरों में मिल रहा पौष्टिक आहार, लोगों के स्वास्थ्य पर दिया जा रहा विशेष ध्यान

ग्रीन जोन गुमला जिला के क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य व सेहत पर प्रशासन विशेष ध्यान दे रही है, ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो. गुमला जिला, जहां क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को पौष्टिक आहार खाने को मिल रही है. यह व्यवस्था गुमला डीसी शशि रंजन के दिशा निर्देश पर जिले के सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में उपलब्ध कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसकी प्रशंसा की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2020 9:33 PM

गुमला : ग्रीन जोन गुमला जिला के क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य व सेहत पर प्रशासन विशेष ध्यान दे रही है, ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो. गुमला जिला, जहां क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को पौष्टिक आहार खाने को मिल रही है. यह व्यवस्था गुमला डीसी शशि रंजन के दिशा निर्देश पर जिले के सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में उपलब्ध कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसकी प्रशंसा की है. पढ़िए दुर्जय पासवान की यह रिपोर्ट.

गुमला जिला के क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को जिला प्रशासन द्वारा पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है. लोगों को अंडा, फल, काजू, किसमिश, उपमा, पोहा, तरबूज, केला, चना, अंगूर के अलावा अन्य पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. यह व्यवस्था गुमला डीसी शशि रंजन के दिशा निर्देश पर जिले के सभी क्वारेंटाइन सेंटरों में उपलब्ध कराया जा रहा है. क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग प्रशासन की इस व्यवस्था से काफी खुश हैं.

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गुमला के क्वारेंटाइन सेंटरों की व्यवस्था की जानकारी गुमला प्रशासन के ट्विटर के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिलने पर उन्होंने गुमला जिला प्रशासन की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि गुमला के क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

शाम के वक्त मिलता है पौष्टिक

गुमला में अभी तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है. इसलिए गुमला जिला को ग्रीन जोन में रखा गया है. जिले में 162 क्वारेंटाइन सेंटर है, जिसमें फिलहाल 852 लोगों को रखा गया है. जहां दिनभर में शाम के वक्त पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. एक व्यक्ति का बजट 60 रुपये है. गुमला जिले के सभी 12 प्रखंडों में 105 आइसोलेशन बेड की स्थापना कर वहां सभी प्रकार की सामग्री उपलब्ध करा दी गयी है. गुमला में 40, बसिया में दो, पालकोट में दो, भरनो में 15, सिसई में दो, घाघरा में आठ, बिशुनपुर में आठ, रायडीह में 10, चैनपुर में दो, कामडारा में दो, डुमरी में दो, संत जोसेफ अस्पताल उर्मी में 10 आइसोलेशन बेड व केयर एडवांस्ड अस्पताल गोकुल नगर में दो आईसीयू बेड की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा गुमला में कोविड-19 अस्पताल भी तैयार है. ऐसे अभी तक गुमला कोरोना से मुक्त जिला है.

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गुमला के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि जिले के क्वारेंटाइन सेंटरों में शाम के समय लोगों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. कहीं फल तो कहीं पोहा, उपमा समेत अन्य पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है. हमारी टीम लोगों के खाने पर विशेष ध्यान दे रही है. सेंटर्स में सभी प्रकार की मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराया गया है.

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