Jharkhand news: गुमला शहर से 90 किमी दूर चैनपुर प्रखंड के घोर नक्सल प्रभावित मरवा गांव की गुरुवार को बदला-बदला सा फिजा था. मरवा गांव के जिस स्थान पर भाकपा माओवादी के नक्सली जनअदालत लगाते थे और अपना फरमान सुनाते थे. उसी स्थान पर गुमला पुलिस व सीआरपीएफ 218 बटालियन ने ग्रामीणों के साथ बैठक की. कल तक जो ग्रामीण पुलिस व सीआरपीएफ को देखकर घरों में छिप जाते थे. आज उस गांव के लोग पुलिस से सीधे मुखातिब थे.
ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को खुलकर एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब व सीआरपीएफ 218 बटालियन के कमांडेंट अनिल मिंज के समक्ष रखा. अधिकारियों ने ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिये. साथ ही नक्सलियों को संरक्षण नहीं देने व किसी प्रकार की भी सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की. जिससे गांव में नक्सली घुसे तो पुलिस उसे मुठभेड़ में मार सके या खदेड़ सके.
ग्रामीणों का दु:ख-दर्द सुनने के बाद अधिकारियों ने मरवा गांव में सिविक एक्शन प्लान के तहत आयोजित कार्यक्रम में कई गरीब परिवार की मदद की. अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के बीच जरूरत की सामग्री का वितरण किया गया. वहीं, मेडिकल शिविर लगा कर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच कर नि:शुल्क दवा का वितरण किया गया. जरूरतमंदों के बीच कंबल, धोती, साड़ी, स्कूल बैग का वितरण किया गया.
मरवा गांव, जहां अक्सर महीने-दो महीने में गोलियों की तड़तड़ाहट सुनायी देती है. आज इस गांव की फिजा बदली हुई थी. गांव में गोलियों की आवाज की जगह नागपुरी गीत की धुन पर लोग नाचते-गाते नजर आये. पुलिस के साथ ग्रामीणों ने जय हिंद व भारत माता के नारे लगाये. सीआरपीएफ 218 बटालियन के कमांडेंट अनिल मिंज ने कहा कि अब इस क्षेत्र में बदलाव आ रहा है. बहुत जल्द इस क्षेत्र को नक्सलमुक्त करेंगे.
एसपी व कमांडेंट के नेतृत्व में उग्रवाद प्रभावित इलाकों में भ्रमण करते हुए उग्रवादियों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाया गया. ग्रामीणों से मिलकर उग्रवादी गतिविधि होने पर पुलिस को सूचना देने की अपील की गयी. एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब ने कहा कि उग्रवाद प्रभावित एरिया में पुलिस व जनता के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए भ्रमणशील रहकर छापामारी की जा रही है. ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. ग्रामीणों को अपने बच्चों को शिक्षित करने पर भी बल दिया गया है. यह अभियान लगातार जारी रहेगा. मरवा गांव जो कुरूमगढ़ थाना में है.
सीआरपीएफ के कमांडेंट अनिल मिंज ने कहा कि मरवा, कोचागानी व केराडीह पूरी तरह नक्सल प्रभावित है. परंतु बीते एक सालों से इस क्षेत्र में हमारी सुरक्षा बल की टीम ने जिस प्रकार दबिश दी है. अब इस क्षेत्र से नक्सल खत्म हो रहे हैं. कुछ नक्सली बचे हैं. उन्हें भी जल्द पकड़ा जायेगा. ग्रामीण जो कल तक हमसे छिपते थे. आज वे हमारे बीच आ रहे हैं. हम लोगों से बात कर रहे हैं. अपनी समस्या पर रख रहे हैं. मौके पर उप समादेष्टा मृत्युजंय कुमार, एएसपी अभियान मनीष कुमार, एसडीपीओ सिरील मरांडी, हेमंत कुमार, आजाद अहमद, सुमित सोरेन, कुरूमगढ़ थानेदार नितिश कुमार सहित पुलिस जवान मौजूद थे
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.