भूतपूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए सरकार गंभीर: सूबेदार
17 कोर जीओसी द्वारा प्रतिनियुक्त कर सभी को गुमला जिले के भूतपूर्व सैनिक व वीर नारियों का हालचाल जानने के लिए भेजा गया है. हमारा काम सभी से मिल कर योजनाओं की जानकारी देना व उनकी समस्याओं से रूबरू होकर 17 कोर जीओसी को रिपोर्ट करनी है.
गुमला : सिसई प्रखंड मुख्यालय स्थित भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन कार्यालय सिसई में गुरुवार को 11 राजरीफ के सूबेदार सोनू मल्लिक, हवलदार बिमलेश सिंह, नायक रवि सिंह तोमर, राइफल मैन सुधीर मंडल ने भूतपूर्व सैनिकों के साथ बैठक की. बैठक में अधिकारियों ने सरकार द्वारा सैनिकों के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी दी. सैनिकों की समस्या से रूबरू हुए. इस दौरान सोनू मल्लिक ने कहा कि सरकार भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए गंभीर है. उनके लिए सरकार कई जन कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं. कोई भी भूतपूर्व सैनिक व उनके आश्रित योजनाओं का लाभ लेने से वंचित न रहें.
भूतपूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए सरकार गंभीर: सूबेदार
साथ ही उनकी समस्याओं का निस्तारण हो सके. इसके लिए 17 कोर जीओसी द्वारा प्रतिनियुक्त कर सभी को गुमला जिले के भूतपूर्व सैनिक व वीर नारियों का हालचाल जानने के लिए भेजा गया है. हमारा काम सभी से मिल कर योजनाओं की जानकारी देना व उनकी समस्याओं से रूबरू होकर 17 कोर जीओसी को रिपोर्ट करनी है. उन्होंने बताया कि टीम गुमला जिले में 14 जनवरी तक रहेगी. इस दौरान भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन सिसई के अध्यक्ष कैप्टन लोहरा उरांव ने अधिकारियों को बताया कि झारखंड में रांची जिले के बाद गुमला जिले में सबसे अधिक भूतपूर्व सैनिक रहते हैं. झारखंड का इकलौता परमवीर चक्र विजेता गुमला जिले से आता है. गुमला सैनिकों की भूमि है. उन्होंने अधिकारियों से गुमला में कैंटीन की मांग की है. मौके पर भूतपूर्व सैनिक मंगल उरांव, सीताराम उरांव, रामनिवास भगत, बंधना उरांव, करमचंद लोहरा, यादराम साहू, राम कुमार भगत, वीर नारी सुमित्रा देवी आदि मौजूद थे.