झारखंड : गुमला में अनाज घोटाला! 5000 क्विंटल गायब, डीलरों ने की शिकायत

गुमला के डीलरों ने अनाज घोटोल की शिकायत की है. कहा कि वर्ष 2022 के सितंबर व नवंबर माह का आ अनाज अब तक नहीं मिला है. डीलर्स के मुताबिक, 5000 क्विंटल अनाज गायब है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 23, 2023 5:56 AM
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गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला में डीलरों ने अनाज घोटाला की शिकायत की है. 5000 क्विंटल अनाज डीलरों को नहीं मिला, लेकिन गोदाम से अनाज गायब होने की शिकायत की है. इस संबंध में अपनी शिकायत लेकर डीलर संघ के लोग मंगलवार को डीएसओ गुमला से मिलने पहुंचे थे. कार्यालय के बाहर शेड में बैठक भी की है. एक डीलर से तो तिवारी नामक व्यक्ति ने 84 हजार रुपये घूस ले लिये. डीलर ने इसकी लिखित शिकायत की है.

गुमला में है 140 डीलर

डीलरों के अनुसार, गुमला ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में 140 डीलर हैं. सभी डीलरों को वर्ष 2022 का सितंबर माह का अनाज काट कर दिया गया, जिससे लाभुकों को सितंबर माह का पूरा अनाज नहीं मिल सका. कुछ डीलरों ने इधर-उधर से जुगाड़ कर लाभुकों को अनाज दिया. डीलरों ने जब विभाग से बकाया अनाज की मांग की, तो उन्हें अनाज नहीं दिया गया. डीलरों का आरोप है कि गुमला के एजीएम व एक अधिकारी ने अनाज बेच दिये. उनलोगों ने इसकी जांच की मांग की है. वहीं, कामडारा प्रखंड के डीलरों को सितंबर माह का गेंहू व चावल नहीं मिला है. इस प्रखंड के डीलर भी अनाज की मांग को लेकर भटक रहे हैं. लेकिन, विभाग द्वारा अनाज नहीं दिया जा रहा है.

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पिछले साल सितंबर माह का अनाज अब तक नहीं मिला

डीलरों ने बताया कि अनाज का घोटाला हो गया है, जिससे अनाज नहीं दिया जा रहा है. डीलर संघ के शिव कुमार राम व गणेश केसरी ने कहा है कि सितंबर माह को जो अनाज काटा गया था, अभी तक नहीं मिला है. अनाज कहां गया, यह जांच का विषय है. गुमला उपायुक्त से अनुरोध है कि इसकी जांच करायी जाये, ताकि पता चले कि सितंबर व नवंबर माह का अनाज कहां गया है. दोनों नेताओं ने कहा है कि पूर्व में इसकी शिकायत डीएसओ गुलाम समदानी से की गयी थी, परंतु उस पर कार्रवाई नहीं हुई. अब उनका गुमला से दूसरे जिले में स्थानांतरण हो गया है. वे दूसरे अधिकारी को प्रभार देकर चले गये हैं. नेताओं ने कहा है कि पूर्व के एजीएम के कार्यकाल में अनाज उठाव की जांच हो, ताकि सच्चाई सामने आ सकें. डीलरों ने अपने ऊपर हो रहे शोषण से मुक्ति दिलाने की भी मांग की है. एजीएम व आपूर्ति विभाग कार्यालय द्वारा उन्हें परेशान किया जाता है.

गेंहू नहीं दिया व 84 हजार घूस भी लिया

गुमला प्रखंड के घटगांव के जूही महिला मंडल से तिवारी नामक व्यक्ति ने 84 हजार रुपये घूस लिया है. साथ ही 2023 के मई माह का गेंहू का आवंटन भी डीलर को नहीं किया गया. डीलर ने खरीदकर लाभुकों को गेंहू का वितरण किया. इस संबंध में अध्यक्ष बिरिजिया कुजूर, सचिव एमलेन एक्का व कोषाध्यक्ष ने डीएसओ गुमला को लिखित आवेदन सौंपा है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि मई माह का गेंहू उसे नहीं दिया गया, जिस कारण वह लाभुकों के बीच गेंहू नहीं बांट सके. बाद में गेंहू नहीं बांटने की शिकायत कर डीलर का लाइसेंस रद्द करने की धमकी दी जाने लगी. तिवारी नामक व्यक्ति ने विभाग से नजदीकी होने का हवाला देकर 84 हजार रुपये घूस ले लिये, ताकि वह विभाग से गेंहू उपलब्ध करा देगा. परंतु, पैसा लेने के बाद गेंहू नहीं दिया. बाद में विभाग को पत्राचार करने के बाद गेंहू मिला, जिसे बांटा गया. परंतु, तिवारी ने बेवजह के घूस का पैसा ले लिया. अध्यक्ष ने तिवारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

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गुमला में ठेका भी, डीलर गिरी भी

गुमला में कई ऐसे डीलर हैं, जो ठेकेदारी के साथ डीलर गिरी भी करते हैं. कई बार ऐसे डीलरों की शिकायत हो चुकी है. परंतु, विभाग से सेटिंग-गेटिंग कर ये लोग अपना लाइसेंस अक्सर बचाते रहते हैं. जबकि ऐसे डीलरों से लाभुकों को अक्सर अनाज मिलने में परेशानी होती है. गुमला प्रशासन इस मामले की भी जांच कराये, तो कई डीलर नपेंगे.

दूध के धुले नहीं हैं गुमला के डीलर : गुलाम समदानी

इस संबंध में गुमला के तत्कालीन डीएसओ गुलाम समदानी ने कहा कि मैं गुमला में दूसरे अधिकारी को प्रभार देकर गिरिडीह जिला आ गया हूं. गुमला के डीलर भी दूध के धुले नहीं हैं. तिवारी ने पैसा लिया है. इसकी जानकारी नहीं है.

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