झारखंड के गुमला में बिना दुल्हन लिये दूल्हा की हुई बैरंग वापसी, जानें क्या है पूरा मामला

jharkhand news: इधर बहन की ढोली उठनी थी, उधर भाई की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. भाई की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में अफरा-तफरी मच गयी. इस हादसे के बाद मजबूरन दूल्हे को बिना दुल्हन लिये ही वापस लौटना पड़ा. यह मामला है गुमला जिला के सिसई थाना क्षेत्र का.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2022 8:44 PM

Jharkhand news: गुमला जिला अंतर्गत सिसई थाना के मुरगू सुपाली गांव स्थित हीरा कुआं के समीप सोमवार की रात को अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मुर्गू गांव निवासी संचित उरांव (22 वर्ष) घायल हो गया. परिजनों ने उसे घायल गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सचित की मौत के बाद परिजनों ने हत्या की आशंका प्रकट की है.

डीसी के निर्देश पर मेडिकल टीम गठित

ग्राम प्रधान शंकर पहान सहित परिजनों द्वारा हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना देने पर मंगलवार की सुबह एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल, इंस्पेक्टर एसएन मंडल, बीडीओ सुनीला खलखो, थानेदार अनिल लिंडा घटनास्थल पहुंच कर जांच की. एसडीपीओ ने कहा कि मृतक स्कूटी में सवार होकर आ रहा था. मृतक के शरीर में लगे जख्म और स्कूटी की हालत देखकर प्रथम दृष्टया में दुर्घटना प्रतीत होता है. मृतक के पिता बुधवा उरांव के आवेदन पर अज्ञात वाहन पर केस दर्ज कर पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. वहीं, डीसी के निर्देश पर मेडिकल टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.

बहन की शादी हुई, इधर भाई की मौत

जानकारी के अनुसार, मृतक संचित की बहन की सोमवार को शादी थी. बेड़ो से बारात आयी हुई थी. करीब रात्रि के 9 बजे परिजन और संबंधी बारात विदा करने जा रहे थे. इसी दौरान रोड में स्कूटी नंबर (JH 07J 5216) और सचित को गिरा हुआ देखा. सचित को सिर, पैर सहित शरीर के अन्य भागों में चोट लगी थी. जिसे परिजनों ने आनन-फानन में उसे गुमला सदर अस्पताल ले गये. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही दुल्हन बेहोश हो गयी और दूल्हा को बिना दुल्हन के वापस जाना पड़ा.

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बालू ढुलाई बंद कराने की मांग

स्थानीय ग्रामीणों ने गांव पहुंचे अधिकारियों को बताया कि मुर्गू गांव से रोजाना रात्रि में दर्जनों हाइवा वाहन से अवैध बालू का परिवहन किया जाता है. जिसे रात होने के कारण वाहनों की गति काफी तेज होती है. दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. ग्रामीणों ने बालू ढुलाई बंद करने की मांग किया है.

Posted By: Samir Ranjan.

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