Jharkhand news: गुमला के उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा है कि आंजनधाम को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करना है. इसके लिए गुमला प्रशासन प्रयास कर रहा है. आंजनधाम का विकास हो रहा है. अगर कुछ कमियां है, तो उसे भी दूर किया जायेगा. प्रशासन का प्रयास है कि आंजनधाम में दूसरे जिले समेत अन्य राज्य के सैलानी आये. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर लोगों को मिलेंगे. छोटी-मोटी दुकान कर लोग अपनी जीविका चला सकेंगे.
डीसी श्री सिन्हा ने मंगलवार को श्रीराम भक्त हनुमान की जन्मस्थली आंजनधाम का दौरा किये. साथ में उनकी पत्नी भी साथ थी. सबसे पहले उन्होंने भगवान हनुमान एवं माता अंजनी की पूजा किये. गुफा में बिराजे भगवान की पूजा-अर्चना करने के बाद आंजनधाम में अबतक हुए विकास कार्यों की जानकारी लिये.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि आंजनधाम में हाईमास्ट लगेगा, ताकि लोगों को शाम व रात के समय यहां किसी प्रकार की परेशानी ना हो. मंदिर तक आने के लिए सड़क बन गयी है. बैठने के लिए शेड, सीमेंट की कुर्सी, बांस की कुर्सी है. जगह-जगह पर सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है, ताकि लोग अपनी मनपसंद की तस्वीर ले सके. विश्रामागार बन रहा है. वन विभाग ने भी यहां विकास के कई काम किये हैं क्योंकि यह वन क्षेत्र में आता है. डीसी ने बताया कि आंजनधाम विकास समिति के लोगों ने पानी की समस्या की बात बतायी. यहां 24 घंटे पानी मिले. ऐसी व्यवस्था की जायेगी.
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आंजनधाम विकास समिति के सरोज कुमार, मुकेश कुमार सोनी और अनूप लाल ने डीसी को कई समस्याओं की जानकारी देते हुए दूर करने की मांग की है. पानी स्टोरेज के लिए बड़ा सिनटेक्स लगाने या कोई स्थायी समाधान करने की मांग की है. सरोज कुमार ने कहा कि वन विभाग का यह क्षेत्र होने के कारण कई विकास के काम करने में परेशानी होती है.
इसपर डीसी ने कहा कि वन विभाग से अनुमति लेकर ही कोई भी काम यहां करें. अगर यहां और कुछ कमियां हैं, तो मैं इंजीनियर भेजकर एकबार उसका प्राक्कलन बनवा लेता हूं, ताकि इस क्षेत्र का और विकास किया जा सके. इस क्षेत्र के लोगों की राय से जितना संभव हो. इस क्षेत्र का विकास किया जायेगा.
दो साल पहले तक आंजनधाम विकास के लिए तरस रहा था. लेकिन, दो सालों से तेजी से आंजनधाम का विकास हुआ है. अब यहां हर दिन मेला जैसा नजारा रहता है. दर्जनों दुकानें यहां लगती है. जिससे लोग अब अपनी जीविका चला रहे हैं. दो साल पहले तक नक्सली डर के कारण लोग आंजनधाम आना नहीं चाहते थे. लेकिन, अब यहां की फिजा बदल रही है.
Posted By: Samir Ranjan.