गुमला का अरंडा बनेगा जंगल, मिट्टी एवं जल संरक्षण का भी होगा काम

इन सभी कार्यों को वन विभाग गुमला द्वारा कराया जा रहा है. कार्यों को कराने में वन विभाग द्वारा लगभग 18 लाख रुपये खर्च किया जायेगा. बताते चलें कि अरंडा वन में पहले से ही लाखों की संख्या में छोटे-बड़े पेड़-पौधे हैं. परंतु वन के किनारे हिस्से में पेड़-पौधों की संख्या काफी कम है. वन के उसी किनारे हिस्से में पौधरोपण किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 21, 2021 12:31 PM

गुमला : वनों के संवर्द्धन एवं संरक्षण के लिए झारखंड सरकार द्वारा संपोषित योजना अंतर्गत गुमला जिला के रायडीह प्रखंड अंतर्गत अरंडा वन में वन पुनर्जनन, मृदा संरक्षण एवं जल संरक्षण का कार्य कराया जा रहा है. योजना के तहत अरंडा वन के 45 हेक्टेयर भूमि पर 39 हजार पौधरोपण किया जायेगा. जिसमें नौ हजार नये पौधे एवं 30 हजार कलम किया हुआ पौधा लगाया जायेगा. साथ ही वन के समीप सटे पहाड़ी से होकर बहने वाली नदी पर जल संरक्षण एवं नदी में पानी के बहाव से मिट्टी के होने वाले क्षराव को रोकने पर भी काम किया जा रहा है.

इन सभी कार्यों को वन विभाग गुमला द्वारा कराया जा रहा है. कार्यों को कराने में वन विभाग द्वारा लगभग 18 लाख रुपये खर्च किया जायेगा. बताते चलें कि अरंडा वन में पहले से ही लाखों की संख्या में छोटे-बड़े पेड़-पौधे हैं. परंतु वन के किनारे हिस्से में पेड़-पौधों की संख्या काफी कम है. वन के उसी किनारे हिस्से में पौधरोपण किया जायेगा.

ताकि वहां अधिक घनत्व वाला वन बन सके. इससे मिट्टी का क्षराव भी रूकेगा. क्योंकि वहां समीप से बहने वाली नदी के कारण मिट्टी का तेजी से कटाव हो रहा है. वहीं वन से सटे पहाड़ी से होकर बहने वाली नदी के पानी का वहां ठहराव नहीं होता है. जिस के कारण वन से सटे खेतों में खेती करने में किसानों को भारी परेशानी होती है. इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए वन विभाग द्वारा वहां पानी के ठहराव पर भी काम किया जा रहा है.

Posted By : Sameer Oraon

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