गुमला के चैनपुर में कंधे में ढोकर मरीज को लेने में विवश है परिजन, सड़कों के खराब होने के कारण गाड़ी पर ले जाना संभव नहीं
प्रभात खबर ने केवना गांव के कोरवा जनजाति कैसे जी रहे हैं. इस पर खबर प्रकाशित की थी. खबर पढ़ने के बाद टीवी चैनल के दो पत्रकार सोमवार की सुबह को केवना गांव गये थे. ताकि गांव की ग्राउंड स्टोरी कर सके. तभी मरीज को कंधे पर ढोकर डॉक्टर के पास ले जाने का वीडियो टीवी चैनल के पत्रकार ने बनाया था.
गुमला : यह तस्वीर चैनपुर प्रखंड की बारडीह पंचायत स्थित केवना गांव की है. बांस के गेड़ुवा पर मरीज को बैठा कर उसके परिजन डॉक्टर के पास ले जा रहे हैं. दरअसल, मरीज को कंधे पर ढोने का यह वीडियो गुमला के एक टीवी चैनल के पत्रकार के माध्यम से प्रभात खबर को प्राप्त हुई है.
प्रभात खबर ने केवना गांव के कोरवा जनजाति कैसे जी रहे हैं. इस पर खबर प्रकाशित की थी. खबर पढ़ने के बाद टीवी चैनल के दो पत्रकार सोमवार की सुबह को केवना गांव गये थे. ताकि गांव की ग्राउंड स्टोरी कर सके. तभी मरीज को कंधे पर ढोकर डॉक्टर के पास ले जाने का वीडियो टीवी चैनल के पत्रकार ने बनाया था.
रूपेश भगत ने बताया कि जब हमलोग गांव पहुंचे तो रास्ते में एक मरीज को बांस के गेड़ुवा में बैठाकर पक्की सड़क तक लाते देखा. केवना से ऊपर डुमरी गांव के मोड़ तक दे किमी पैदल चले. इसके बाद एक ग्रामीण डॉक्टर के पास टेंपो में बैठा कर मरीज को ले गये. केवना गांव की सड़क खराब है. बॉक्साइड पत्थर होने के कारण सड़क पर पत्थर के टुकड़े पसरे हैं. बारिश होने के कारण कई जगह कीचड़ हो गया है.