Jharkhand news: गुमला शहर के मेन रोड निवासी चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु आनंद केसरी को जान से मारने की धमकी मिली है. इस संबंध में श्री केसरी ने गुमला कोर्ट में केस किया है. जिसमें बड़ाइक मुहल्ला निवासी चेंबर के पूर्व अध्यक्ष रमेश कुमार चीनी, पंडित मुहल्ला निवासी शशि प्रिया बंटी, मनीष कुमार साहू उर्फ मनीष हिंदुस्तान व घाटो बगीचा निवासी प्रतीक केसरी को आरोपी बनाया गया है.
कोर्ट में दर्ज परिवाद में श्री केसरी ने कहा है कि गत 19 सितंबर, 2021 को गुमला चेंबर ऑफ कॉमर्स के हुए आम चुनाव में मैं मुख्य चुनाव पदाधिकारी था. मेरे साथ सहायक चुनाव पदाधिकारी पवन कुमार अग्रवाल, दामोदर कसेरा, महेश कुमार लाल, निर्मल गोयल और सत्यनारायण पटेल थे.
गत 20 नवंबर, 2017 के चेंबर चुनाव से संबंधित संशोधित नियम व संविधान के अनुसार 2021 का चुनाव संपन्न कराया गया था. गत 19 सितंबर, 2021 को नगर भवन में गुमला प्रशासन की देख-रेख में गुमला चेंबर का चुनाव हुआ. मतदान की प्रक्रिया में अनुमंडल पदाधिकारी उपस्थित थे. चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी रूप से संपन्न हुआ था.
प्रत्याशियों की उपस्थिति में मतपेटी सील किया गया था, लेकिन मतगणना प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चुनाव पदाधिकारी एवं सदस्य चुनाव से संबंधित समान जैसे टेबल, कुर्सी व्यवस्थित कर रहे थे. तभी रमेश कुमार, शशि कुमार प्रिया, मनीष कुमार साहू व प्रतीक केसरी के अलावा लगभग 10-15 व्यक्ति टाउन हॉल के अंदर घुस आये और बाहर का गेट अंदर से बंद कर दिये और चुनाव पदाधिकारियों को अपशब्द कहते हुए मुझे परिवार सहित जान से मारने की धमकी दिया.
इतना ही नहीं, मेरे साथ काफी गाली-गलौज करते हुए धक्का-मुक्की करते हुए नगर भवन के पीछे ले गये और मेरी हत्या करने के नियत से दोनों हाथ से मेरा गला दबाया. इस बीच मनीष कुमार मेरे पैंट से पर्स लूटकर शशि प्रिया बंटी को दे दिया. जिसमें 15 हजार रुपये थे. इस हमला के बाद कुछ लोगों ने मुझे बचाया. तब एसपी, थानेदार व एसडीओ को फोन कर सूचना देते हुए अपनी सुरक्षा की मांग की गयी.
तत्काल घटनास्थल पर थाना प्रभारी आये और मुझे बचा कर थाना ले गये. पिटाई के दौरान तोड़- फोड़ की घटना से टेंड हाउस से लाया गया दो टेबल टूट गया. इस घटना का सत्यापन सीसीटीवी फुटेज से किया जा सकता है. उपरोक्त लोग दबंग एंव पैसा वाले हैं. इन्हें राजनीति संरक्षण प्राप्त है. जिसके बल पर यह पूरी घटना किये.
इधर, इन आरोपियों के खिलाफ थाना से कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब जाकर गत 27 अक्टूबर 2021 को एसपी के समक्ष आवेदन दिये. जिसपर स्वयं एसपी द्वारा शिकायत आवेदन पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. तब दोबारा 23 नवंबर, 2021 को एसपी कार्यालय में आवेदन दिया गया. इसके बावजूद अभी तक आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं हुआ. उन्होंने सभी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है.
Posted By: Samir Ranjan.