गुमला शहर को बनाना है सुंदर तो प्लानिंग से हो काम, मेन रोड में बने डिवाइडर, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
झारखंड राज्य गठन के बाद गुमला शहर का विकास हुआ है. काफी बदलाव देखा जा रहा है. आबादी भी बढ़ी है. घरों की संख्या बढ़ी. प्रभात खबर ने गुमला शहर के प्रबुद्ध लोगों से बात की. शहर के विकास के लिए क्या प्लानिंग हो. इसपर लोगों ले अपनी बात रखी है. पढ़ें दुर्जय पासवान की रिपोर्ट.
झारखंड राज्य गठन के बाद गुमला शहर का विकास हुआ है. काफी बदलाव देखा जा रहा है. आबादी भी बढ़ी है. घरों की संख्या बढ़ी. कई नये मुहल्ले बस गये. परंतु, अभी भी शहर के कई ऐसे इलाके हैं. जिसका विकास नहीं हो सका. यहां तक की शहर के मुख्य मार्गो की जो सुंदरता होनी चाहिए. वह देखी नहीं जा रही है. प्रभात खबर ने गुमला शहर के प्रबुद्ध लोगों से बात की. शहर के विकास के लिए क्या प्लानिंग हो. इसपर लोगों ले अपनी बात रखी है. प्रस्तुत है दुर्जय पासवान की रिपोर्ट.
मेन रोड में बीच सड़क पर डिवाइडर बने : भोला
शिक्षक भोलानाथ दास ने कहा कि शहर की ट्रैफिक सिस्टम को ठीक करना जरूरी है. मुख्य मार्ग में डिवाइडर की व्यवस्था हो. सड़क के किनारे दुकान के सामानों को लगाने पर सख्त पाबंदी लगायी जाये. ताकि सड़क का हिस्सा जाम ना हो. सड़क के दोनों छोर से पोल स्ट्रीट लाइट हटाकर सड़क के बीच में लगायर जाये. इससे चौड़ाई बढ़ायी जा सकती है. टावर चौक और महावीर चौक पर ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था मजबूत हो. महिलाओं को तत्काल किसी भी जगह सुलभ शौचालय की व्यवस्था के अंतर्गत केवल एक शौचालय बनाया गया है जो नीचे चौक में है. टावर चौक के आसपास के क्षेत्र में महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था हो.
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पार्किंग की व्यवस्था प्रशासन करे : हिमांशु
चेंबर ऑफ कामर्स गुमला के पूर्व अध्यक्ष हिमांशु केशरी ने कहा कि गुमला में पार्किंग जोन नहीं है. दोपहिये व चार पहिये वाहनों के लिए सर्वप्रथम पार्किंग क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए. जिससे व्यापारियों व ग्राहकों सहित आम जनता को गाड़ी जाम से निजात मिल सके. साथ ही वैसे बैंक व एटीएम जिनके बाहर पार्किंग की सुविधा नहीं है. उन्हें भी पार्किंग बनवाना चाहिए या वैसे बैंक व एटीएम जिनके पास पार्किंग सुविधा नहीं हो. उन्हें वहां से अन्यत्र कहीं ले जाना चाहिए, जहां पार्किंग स्थल की व्यवस्था हो. शहर में पार्किंग हो तो शहर में लगने वाली जाम से निपटा जा सकता है.
नालियों पर नया स्लैब लगाया जाये : शैल
वार्ड पार्षद शैल मिश्रा ने कहा कि शहर की वैसी नालियां. जिनका निर्माण पूर्व के वर्षो में किया गया है. उनका स्लैब जगह जगह टूट गया है. नालियों के स्लैब टूटे होने के फलस्वरूप आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. नालियों की गहराई भी काफी अधिक है. ऐसी स्थिति में यदा कदा खुले नालियों में मवेशी भी गिर कर चोटिल होते हैं. इन जानलेवा गडढों में मवेशियों के गिरने पर काफी मशक्कत के पश्चात उन्हें सकुशल निकालना संभव हो पाता है. इस दृष्टि से जनसुरक्षा व शहरी क्षेत्र में विचरण करने वाले मवेशियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे नगर परिषद इलाके में नालियों के टूटे स्लैब को दुरुस्त करने की दिशा में प्रशासन को गंभीर प्रयास करना चाहिए.
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शहर से पेड़ खत्म हो रहा, पौधा लगाया जाये : खुर्शीद
सिविल कोर्ट गुमला के अधिवक्ता मो खुर्शीद आलम ने कहा कि गुमला शहर को सुंदर बनाने के लिये दुकानों के बाहर नाली के स्लैब और सड़क के समीप समान रखने वाले दुकानदारों पर प्रतिबंध करना होगा. आम जन के लिये शहर में जगह चयनित कर पार्किंग बनाना होगा. साथ हो प्रदूषण से बचने के लिये शहर में भी पौधरोपण करना होगा. अभी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा हर दुकान के बाहर डस्टबिन रखने का अभियान शुरू किया गया. उसे अमल में लाना होगा. गुमला शहर में 100 से 150 साल पहले जितने पेड़ लगे थे. सभी पेड़ खत्म हो गया. अब शहर में गिने चुने पेड़ नजर आते हैं. इसलिए कुछ जगहों पर पेड़ लगाना जरूरी है.
शहर की नदियों को बचाने की पहल हो : राजनील
गुमला के युवा नेता राजनील तिग्गा ने कहा कि शहर के विकास एवं शहर को सुंदर बनाने के लिए कुछ जरूरी बातें हैं. बरसात के दिनों में जल जमाव शहर के कुछ क्षेत्रों में बड़ी समस्या है. इससे गंदगी और बीमारी (डेंगू, चिकन गुनिया, हैजा) इत्यादि का खतरा बना रहता है. शहर के बाहरी हिस्से में जो पुग्गू नदी है. वह शहर को चारों ओर से जोड़ती है. वह अब नदी से नाला बन चुकी है. उसे रांची के हरमू नदी की तर्ज पर बनाना चाहिए. ताकि शहर का पानी नालियों के माध्यम से शहर से आसानी से बाहर निकल सके. साथ ही जल संरक्षण के लिए भी व्यापक पहल की आवश्यकता है. जिससे घटाते जल स्तर से बचा जा सके.
टावर चौक का सौंदर्यीकरण किया जाये : शिशिर
गुमला के भक्त ग्रुप के शिशिर गुप्ता ने कहा कि गुमला शहर में सड़क के किनारे दुकान लगाने वालों को कहीं बसाया जाये. ताकि शहर जाममुक्त हो सके. कचड़ा फेंकने की एक समुचित व्यवस्था हो. लोग दूसरों के घर के सामने कचड़ा फेंक देते हैं जो गलत है. जहां तहां गाड़ी पार्क करके रोड जाम करने वालों पर फाइन की व्यवस्था हो. टावर चौक का सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए. गुमला शहर के विकास के लिए नगर परिषद को प्लानिंग बनाकर काम करने की जरूरत है. क्योंकि अभी भी गुमला शहर का जितना विकास होना चाहिए. वह नहीं हो सका है. एक प्लानिंग के तहत शहर के विकास के लिए काम होना चाहिए.