Jharkhand News, Gumla News, Coronavirus latest News गुमला : गुमला के सदर अस्पताल स्थित कोविड आइसीयू आइसोलेशन सेंटर में 60 वर्षीय कोरोना मरीज की शनिवार की देर रात मौत हो गयी. जिसकी पुष्टि प्रभारी डीएस डॉक्टर प्रेमचंद्र भगत ने की. उन्होंने बताया कि उक्त मरीज को रांची में बेड नहीं मिला. जिसके बाद मरीज को रांची से वापस गुमला लाया गया था. जिसे शनिवार की देर शाम कोविड आइसीयू आइसोलेशन सेंटर में भरती कराया गया था. उन्होंने बताया कि उक्त मरीज को सांस लेने में दिक्कत थी.
कोरोना प्रभारी चिकित्सक द्वारा उसके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा की जांच की गयी थी तो उसके शरीर में मात्र 37 प्रतिशत ऑक्सीजन था. जिसके बाद उसे ऑक्सीजन भी दिया गया. साथ ही आवश्यक दवा भी दी गयी थी. उसके बाद उसकी मौत इलाज के क्रम में हो गयी. प्रभारी डीएस ने बताया कि उसके शव को सील कर एंबुलेंस के माध्यम से उसके गांव भेजा गया है. जहां प्रशासन की उपस्थिति में उसका दाह संस्कार होगा.
कोरोना महामारी से गुमला सदर अस्पताल के दो चिकित्सक संक्रमित हैं. वहीं एक चिकित्सक मेडिकल के कारण छुट्टी में है. जानकारी प्रभारी डीएस डॉक्टर प्रेमचंद्र भगत ने देते हुए बताया कि सदर अस्पताल महज आठ चिकित्सकों की देखरेख में संचालित किया जा रहा है. जिसमें ओपीडी व इमरजेंसी में चार चिकित्सक व गाइनी व पेडिट्रक्स में चार चिकित्सक हैं.
जिससे अस्पताल व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में सदर अस्पताल में 14 चिकित्सक हैं. जिसमें चार चिकित्सक विभिन्न ब्लॉक में प्रतिनियुक्ति किये गये है. गुमला सदर अस्पताल में डॉक्टर की कमी के कारण काम करने में परेशानी हो रही है.
सदर अस्पताल गुमला में कोरोना संक्रमित मरीजों की देखरेख सही तरीके से नहीं की जा रही है. इस मामले का खुलासा तब हुआ. जब कोविड आइसीयू आइसोलेशन सेंटर से कोरोना संक्रमित एक मरीज ने प्रभात खबर को फोन कर जानकारी दी.
उक्त मरीज ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को सही ढंग का खाना नहीं जा रहा है. मरीजों को साबुन, तौलिया भी नहीं दिया जाता है. मरीज संक्रमित होने के बाद अगर अपने घर में रहते, तो अधिक अच्छा होता. लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा उसे अपने अधीनस्थ लेकर भरती किया जाता है. उन्होंने बताया कि वह चार दिन पूर्व संक्रमित होकर भरती हुआ है.
उसे रविवार को सांस लेने में दिक्कत थी. वार्ड की नर्स को बोलने पर वह समस्या सुनने के बाद भी अनसुना कर दी. उन्होंने कहा कि अस्पताल के वार्ड में भरती होकर मेरी स्थित अधिक खराब हो गयी है. मैंने ऑक्सीजन की मांग की थी. लेकिन अभी तक ऑक्सीजन नहीं दिया गया है. उन्होंने जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है.
यहां बताते चलें कि कोविड 19 आइसीयू आइसोलेशन सेंटर में वर्तमान में 19 मरीज है. जिसमें से नौ मरीज ऑक्सीजन पर है. वार्ड में 30 बेड है. जबकि वार्ड में इलाजरत संक्रमितों में 10 पुरुष व 9 महिला है. जिसमें से एक गर्भवती है.
Posted By : Sameer Oraon