गुमला डीएस ने सदर अस्पताल के एचएम का वेतन रोका, प्रभात खबर ने शौचालय की सफाई न होने पर उठाया था सवाल
एचएम को कई बार चेतावनी दी गयी थी. लेकिन वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं ला रहे हैं. इस निमित्त उनसे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए नो वर्क नो पे के तहत सीएस को पत्राचार करते हुए उनका वेतन बंद कराने का निर्देश जारी किया गया है. जब तक वे अपने पद की जिम्मेवारी सही पूर्वक नहीं निभायेंगे. तब तक उनका वेतन बंद रहेगा.
गुमला : गुमला सदर अस्पताल के शौचालय की सफाई नहीं होने के मामले को उपाधीक्षक डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने गंभीरता से लिया है. डॉ उरांव ने कहा है कि शौचालय व अस्पताल के विभिन्न कार्यों की देखरेख के लिए एचएम (अस्पताल प्रशासक) का पद है. अस्पताल प्रशासक के होने के बाद ऐसी व्यवस्था होना. उनकी कार्य प्रणाली में सवाल खड़ा करती है.
एचएम को कई बार चेतावनी दी गयी थी. लेकिन वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं ला रहे हैं. इस निमित्त उनसे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए नो वर्क नो पे के तहत सीएस को पत्राचार करते हुए उनका वेतन बंद कराने का निर्देश जारी किया गया है. जब तक वे अपने पद की जिम्मेवारी सही पूर्वक नहीं निभायेंगे. तब तक उनका वेतन बंद रहेगा.
बेसिन की हुई सफाई, नया पाइप लगा
प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद अस्पताल के शौचालय के बेसिन की सफाई की गयी. वहीं पानी रिसाव को रोकने के लिए बेसिन में नया पाइप लगाया गया.
शौचालय के फर्श के कुछ हिस्सा को साफ कर दिया गया है. परंतु पैन की सफाई नहीं की गयी. पैन में सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर डाला गया है. ताकि बदबू न निकले. परंतु पैन में बैठी गंदगी को साफ नहीं किया गया. बताया जा रहा है कि पैन में वर्षों से गंदगी जमा हो गयी है. जिसे तुरंत में साफ करना मुश्किल है.
महिला-पुरुष एक ही कमरे का इस्तेमाल करते हैं : सदर अस्पताल के दूसरे तल्ले में शौचालय है. परंतु मरम्मत कार्य के कारण उसे लंबे समय से बंद करके रखा गया है. फिलहाल में अस्पताल के एक ही शौचालय रूम का उपयोग हो रहा है. जहां तीन पैन लगा है. मजबूरी में महिला व पुरुष एक ही रूम में बने शौचालय का उपयोग कर रहे हैं.